UP News: कोडीन सिरप गैंग के नए हब बन रहे छोटे शहर, सप्लाई नेटवर्क पर कड़ी नजर; नेपाल-बांग्लादेश तक फैला जाल
कोडीन सिरप गैंग के नए हब छोटे शहर बन रहे हैं। इसको लेकर एफएसडीए सतर्क है। लखनऊ, आगरा, कानपुर और वाराणसी से इसके इनपुट मिले हैं। दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा की ओर से आने वाले सप्लाई नेटवर्क पर टीम की कड़ी नजर है।
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उत्तर प्रदेश में कोडीन सिरप के अवैध कारोबार को लेकर एफएसडीए अब छोटे शहरों पर फोकस कर रहा है। लखनऊ, आगरा, कानपुर और वाराणसी में हाल ही में मिले इनपुट से संकेत मिले हैं कि नशे के लिए कोडीन सिरप बेचने वाले गिरोह अब महानगरों से हटकर आसपास के छोटे जिलों में अपना जाल बिछा रहे हैं। महानगरों के रास्ते यह कारोबार नेपाल और बांग्लादेश तक चल रहा है।
महानगरों में बड़ा स्टॉक न मिलने के बाद एफएसडीए अब चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, बलिया, चित्रकूट, ललितपुर सहित सीमावर्ती जिलों को विशेष निगरानी पर रख रहा है। दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा की ओर से आने वाले सप्लाई नेटवर्क पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) ने 10 अक्टूबर को लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोदाम से सिरप की बड़ी खेप पकड़ी गई थी, जिसके जरिये लखीमपुर खीरी, महराजगंज और सिद्धार्थनगर तक सप्लाई की जा रही थी। इसके बाद दिल्ली से आगरा में भी सिरप पहुंचा है।
बंद मेडिकल स्टोरों के नाम पर दिखाई सप्लाई
कानपुर और वाराणसी में हुई छापे की कार्रवाई में भी बड़े पैमाने पर अवैध भंडारण, फर्जी बिलिंग और विभागीय मिलीभगत के प्रमाण मिले। वाराणसी में 93 मेडिकल स्टोरों को लगभग 84 लाख फेंसीडील सिरप बेचे जाने का खुलासा हुआ, जिनकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपये आंकी गई। कई बंद मेडिकल स्टोरों के नाम पर भी सप्लाई दिखाकर अवैध कारोबार चलाया गया।
वाराणसी में 26 दुकानों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यहां जांच के दौरान पता चला कि न्यू पीएल फार्मा ने जिस बालाजी मेडिकल को फेंसीडील सिरप की आपूर्ति की है, वह काफी पहले बंद हो चुकी है। इसी तरह अन्य बंद मेडिकल स्टोरों के नाम आपूर्ति दिखाई गई है।
प्रदेश में अब तक हुई कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की आयुक्त डॉ. रौशन जैकब ने बताया कि जांच के दौरान गंभीर अनियमितताएं एवं अवैध डायवर्जन के प्रमाण मिले हैं। हर जिले में जांच कराई जा रही है। अब तक 130 दुकानों की जांच की गई। 120 नमूने लिए गए और 46 दुकानों पर बिक्री रोकी गई है।