यूपी विधानसभा: बगैर चर्चा के पारित हुआ अनुपूरक बजट, सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पूरे दिन रहा शोर-शराबा
UP Assembly: यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र बृहस्पतिवार को समाप्त हो गया। सदन के अंतिम दिन बिना चर्चा के ही अनुपूरक बजट पास हो गया। पूरे दिन सदन में शोरगुल होता रहा।
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विधानसभा में भी बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान के मुद्दे पर सपा ने बृहस्पतिवार को सदन में जोरदार हंगामा किया। चौथे दिन सदन की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भारी शोर-शराबे की बीच सभी विधायी कार्य निपटाने के बाद सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा सदस्य डॉ. आंबेडकर की फोटो हाथ में लेकर वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने उनसे बार-बार अपनी सीट पर जाने की अपील की, लेकिन वे नहीं माने। सपा सदस्यों की नारेबाजी से प्रश्नकाल भी नहीं हो पाया। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष प्रश्न लगाने वाले सपा विधायकों से अपने सवाल पूछने का अनुरोध करते रहे। करीब एक घंटे तक चली कार्यवाही के दौरान जय भीम, बाबा साहब का मिशन अधूरा-अखिलेश यादव करेंगे पूरा, बाबा साहब का अपमान-नहीं सहेगा हिंदुस्तान जैसे नारे गूंजते रहे।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि डॉ. आंबेडकर का सबसे ज्यादा सम्मान भाजपा और एनडीए ने किया है। उनसे जुड़े सभी महत्वपूर्ण स्थलों को चिह्नित कर पीएम मोदी ने पंचतीर्थ की स्थापना की। डॉ. आंबेडकर के संविधान के मुताबिक ही पीएम मोदी और सीएम योगी की प्राथमिकताएं और कार्यशैली रहती है। इन लोगों ने तो संविधान की प्रस्तावना को ही बदल दिया था, जो नामुमकिन था। ये लोग सदन को चलने नहीं देना चाहते हैं।
राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे बाबा साहब के नाम का इस्तेमाल : महाना
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना लगातार सपा सदस्यों से अपनी सीट पर जाने की अपील करते रहे। इसे अनसुना करने पर उन्होंने कहा कि आप बाबा साहब के नाम का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं। उनकी फोटो लेकर इस तरह प्रदर्शन करना संविधान की भावना के विपरीत है। डॉ. आंबेडकर ने भी कहा था कि सदन में सिर्फ जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। वहीं कुछ सपा सदस्यों के इस बीच सदन से बाहर जाने पर उन्होंने चुटकी लेते हुए बाकियों से कहा कि इस आचरण से व्यथित होकर आपके ही साथी बाहर चले गए हैं। कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना सवाल पूछना चाहती थीं, लेकिन शोरगुल से उनकी आवाज दब गई। इस पर महाना ने कहा कि नेता विपक्ष तो पूरे विपक्ष के नेता हैं। आप उनके पास जाकर यह हंगामा बंद कराने को बोलिए। आराधना ने इसका प्रयास भी किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
अनुपूरक बजट पास, तीन विधेयक हुए पारित
सदन में 17,865.72 करोड़ रुपये का द्वितीय अनुपूरक बजट सर्वसम्मति से पारित हो गया। उप्र राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2024 और उप्र अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग (संशोधन) विधेयक भी पारित हुआ। संसदीय कार्य मंत्री ने सीएजी रिपोर्ट भी सदन के पटल पर रखने की औपचारिकता की और सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव दिया।