UP: भाजपा सांसद के खाली खेत पर ठगों ने ले लिया फसल बीमा क्लेम, एक खतौनी पर नौ-नौ बीमा करवाकर रकम हड़पी
फसल बीमा योजना में हर स्तर पर धांधली की गई। हाल ये रहा कि खेत ही नहीं, नदी-तालाब, चकमार्ग तक का बीमा करवाकर राशि हड़प ली। इस योजना में करोड़ों का घपला सामने आ रहा है।
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फसल बीमा योजना में करोड़ों का घपला करने वालों ने हर हथकंडा अपनाया। उन्होंने रेल लाइन और जंगल की जमीन पर ही नहीं चल्कि नदी, नाला और चकरोड तक का बीमा कराकर दावा राशि हड़प ली। यही नहीं, झांसी के भाजपा सांसद अनुराग शर्मा की जमीन पर रितिक तिवारी नाम के व्यक्ति ने बीमा कराया और 1.64 लाख का क्लेम ले लिया।
बुंदेलखंड के अलग-अलग इलाकों में फसल बीमा में हुए घपले की पड़ताल के दौरान पता चला कि इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की पालिसी संख्या 0402092400715089278 है। सामुदायिक सेवा केंद्र से गाटा संख्या 695 में 2.48 हेक्टेयर पर आवेदन नंबर 040209240071508927801 से नौगवां निवासी रितिक तिवारी ने बीमा कराया।
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रितिक ने फसल बीमा कराने के बाद जालौन के डकोर स्थित इंडियन बैंक के अपने खाते में 1.64 लाख का क्लेम ले लिया। जमीन की खतौनी से पता चला कि यह 371-12 मंगलम सिविल लाइन निवासी अनुराग शर्मा पुत्र पंडित विश्वनाथ शर्मा के नाम दर्ज है। बता दें कि अनुराग शर्मा झांसी से भाजपा सांसद हैं। अनुराग शर्मा के नाम पर नयागांव की जमीन गाटा संख्या 695 यूनिक कोड 2186770695200112 है। इसका क्षेत्रफल 0.1580 हेक्टेयर है। सांसद ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि वह किसी रितिक को नहीं जानते हैं। मामले की जांच कराएंगे।
अधिवक्ता की जमीन पर बीमा: कुलपहाड़ बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह यादव भी फसल बीमा में घपला करने वालों की चपेट में आ गए। उनकी खौनरिया गांव की जमीन के गाटा संख्या 90 पर करहराडांग के लोगों के नाम पर बीमा कर दिया गया है। उन्होंने भी तहरीर दी है।
नदी, तालाब की जमीन भी नहीं छोड़ी: ग्राम सिमरिया के गाटा संख्या 102 और 104 पर नदी है। इस जमीन पर अनिल कुमार, गायत्री, राहुल, अर्जुन ने बीमा करा लिया। इसी तरह थुरट का गाटा संख्या 129 चकमार्ग है। गाटा संख्या 519 तालाब है। इस पर बीमा लेने वालों के खिलाफ लेखपाल ने रिपोर्ट दर्ज करा दी है। वन रेंज जैतपुर में गाटा संख्या 157, 158, 160 और 174 वन भूमि है। इन मामलों में वन रेंजर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सीबीआई जांच की मांग क्यों
जय जवान, जय किसान एसोसिएशन के अध्यक्ष गुलाब सिंह कहते हैं कि इफको टोकियो ही महोबा में करोड़ों का घपला करने वाली कंपनी है। यही कंपनी झांसी में है। वहां भी बीमा घपला सामने आया है। यह कंपनी 20 जिले में काम कर रही है। हर जगह से शिकायतें मिल रही हैं। लिहाजा, सीबीआई को प्रदेशभर में घपले की जांच का जिम्मा सौंपा जाना चाहिए।
एक खतौनी पर नौ-नौ बीमा कराकर हड़प ली रकम
कुदरती कहर से तबाह हुई फसल से किसानों को राहत दिलाने के नाम पर शुरू हुई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फाजीवाड़े का शिकार हो गई। फसल बीमा की राशि हड़पने के लिए कहीं महोबा की खतौनी का इस्तेमाल किया गया, तो कहीं एक खतौनी पर नौ-नौ बीमा करा डाले गए। तालाब और सरकारी जमीन की आराजी नंबर पर भी बीमा क्लेम ले लिया गया। झांसी में ऐसे 6000 से अधिक संदिग्ध खाते मिले हैं। इनमें कई खातों में बीमा की रकम भी भेजी जा चुकी।
फर्जीवाड़ा सामने आने पर इन खातों को फ्रीज कराकर जांच कराई जा रही है। इस पूरे मामले ने कृषि विभाग में खलबली मचा दी है। खरीफ सीजन में अरहर, उड़द, मूंग एवं मूंगफली फसल को काफी नुकसान पहुंचा। बीमा कंपनी ने करीच 150 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया। फर्जीवाड़े के लिए पहले से ही सेंध लगाई जाने लगी। इसके लिए जनसुविधा केंद्र (सीएचसी) से करीब 20 हजार बीमा क्लेम भरे गए।
हरकत में आया विभाग, अब रबी सीजन में पहले किया जाएगा सत्यापन
बुंदेलखंड में बीमा में करोड़ों के घपले की खबर प्रकाशित होने के बाद कृषि विभाग के लेकर जिला प्रशासन तक हरकत में आ गया है। अब सभी जिलों में रबी सीजन में हुए बीमा का सत्यापन कराया जाएगा। जहां भी गड़बड़ी है, उन खातों को अलग कर लिया जाएगा। ताकि माहरोबा और झांसी की तरह नए सत्र में गड़बड़ी न होने पाए। कृषि विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर रबी सीजन में अब तक हुए बीमा का नए सिरे से सत्यापन कराने के लिए कहा है। सत्यापन देने के बाद ही क्लेम जारी किया जाएगा।
कृषि विभाग के प्रमुख सचिव रविंद्र कुमार ने बताया कि जहां से भी शिकायतें आई है, संबंधित जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है। उधर, झांसी के जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने बताया कि कमेटी गठित की जा रही है। महोबा की तरह ही यहां ही खरीफ और रबी सीजन में हुए बीमें की जांच कराई जाएगी। इसी तरह महोबा में करीब दर्जनभर लोगों के नाम भी एफआईआर में शामिल कर लिए गए हैं।
