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Balaghat News: आदिवासी के फर्जी हस्ताक्षर कर जमीन तैयार करवाई लीज, कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालाघाट Published by: अरविंद कुमार Updated Wed, 13 Mar 2024 09:42 PM IST
सार

आदिवासी के फर्जी हस्ताक्षर कर जमीन लीज के लिए तैयार करवाई गई। मामले में कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए हैं।

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Balaghat News Land lease prepared by using fake signature of tribal instructions for investigation
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
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बालाघाट जिले में आदिवासी के फर्जी हस्ताक्षर कर 99 साल तक जमीन लीज दस्तावेज माइनिंग कम्पनी द्वारा तैयार किए जाने का मामला सामने आया है। माइनिंग कम्पनी ने पांच सौ रुपये प्रतिवर्ष से कम किराये पर 0.62 एकड़ जमीन उपयोग के लिए प्राप्त की है। जिला कलेक्टर ने शिकायत पर जांच के आदेश जारी किये हैं।

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आदिवासी बाहुल्य बालाघाट जिले के खैरलांजी तहसील के अंतर्गत ग्राम मिरगपुर निवासी मोरेश्वर वाडिये की तरफ से पेश की गयी शिकायत में कहा गया था कि उसके पिता अनिल मोरेश्वर के नाम पर 0.62 एकड़ जमीन थी। उसके पिता को शराब की बुरी लत थी। मेसर्स डीपी राय माइन्स कंपनी के मालिक अभिषेक राय निवासी नागपुर के निर्देश पर उनके कर्मचारियों ने पिता के शराब पीने की बुरी लत का फायदा उठाते हुए 3-4 वर्षो के लिए जमीन पर मैग्नीज का स्टॉक रखने के लिए उन्हें तैयार कर लिया था।
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कंपनी ने फर्जी तरीके से उक्त जमीन को 99 साल तक लीज पर लेने के दस्तावेज तैयार कर लिये। उसके पिता निरक्षर थे और परिजनों ने उन्हें सिर्फ हस्ताक्षर करना सिखाया था। लीज दस्तावेज 100 रुपये के स्टाम्प में बनाया गया है और उसमें दर्ज पिता के हस्ताक्षर फर्जी है। रोजगार की तलाश में वह बाहर रहता था। पिता की मौत के बाद वापस आने पर उसे इस बात की जानकारी प्राप्त हुई। आदिवासी युवक की शिकायत पर जिला कलेक्टर ने जांच के आदेश जारी किये हैं।

तहसीलदार खैरलांजी एस मार्को ने बताया कि शिकायत पर जमीन के सीमांकन, निरीक्षण तथा दस्तावेजों की जांच का दायित्व उन्हें सौंपा गया है। वह निर्देशानुसार जांच प्रतिवेदन रिपोर्ट जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। पीड़ित मोरेश्वर वाडिया ने बताया कि शिकायत किये तीन माह से अधिक का समय गुजर गया है। शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण उसने न्यायालय में प्रकरण दायर किया है।

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