{"_id":"64f3f07740f634460b077a64","slug":"balaghat-news-police-increased-searching-after-finding-naxalite-pamphlets-in-bakramundi-2023-09-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"Balaghat: बकरामुंडी में नक्सली पर्चे मिलने से हड़कंप, पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ाई सर्चिंग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Balaghat: बकरामुंडी में नक्सली पर्चे मिलने से हड़कंप, पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ाई सर्चिंग
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालाघाट
Published by: अंकिता विश्वकर्मा
Updated Sun, 03 Sep 2023 08:03 AM IST
सार
Balaghat News: बालाघाट जिले के बकरामुंडी में शनिवार को नक्सली पर्चे मिले हैं। पर्चों में सीएम शिवराज और पीएम मोदी के बारे में लिखा गया है। वहीं, पर्चे मिलने के बाद पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सर्चिंग बढ़ दी है।
विज्ञापन
नक्सली पर्चे
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
बालाघाट में शनिवार को लांजी अनुविभागीय मुख्यालय के वार्ड नंबर 1 बकरामुंडी में नक्सली पर्चे मिले हैं। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने पर्चे मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पर्चों को बरामद कर लिया गया है और पुलिस द्वारा संघन चौकसी की जा रही है। पर्चों में भाजपा सरकार को पूंजीपतियों की कठपुतली बताते हुए आगामी 21 सितंबर को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी संगठन की स्थापना के 19 साल पूर्ण होने पर धूमधाम के साथ वर्षगांठ मनाने का उल्लेख है।
नक्सलियों ने शोषित और वछिंतों की आवाज शीर्षक से मौजूद केन्द्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए गुजराती में लिखा है कि मोदी ना राजमा अम्बानी अदानी मजा मा और जनता जीये सजा मा। पर्चे में अदानी और अंबानी के साथ प्रधानमंत्री की फोटो भी चस्पा की गई है। पर्चे में भाकापा की स्थापना सरकारी तंत्र और देश में फैली आर्थिक असमानता के संबंध में उल्लेख किया गया हैं। गौरतलब है कि बकरामुंडी गांव के निवासियों में शासन और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी है। एक सप्ताह पूर्व बकरामुंडी के लगभग 25 परिवारों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मूलभूत सुविधाओं की मांग की थी। 2007 में बकरामुंडी बस्ती स्थापित किए जाने के बाद उन्हें आवश्यक सुविधाओं से वंछित रखा गया है। इसके पहले वे घोर नक्सली प्रभावित इलाके में रह रहे थे। विस्थापित परिवारों को आज तक भूमि भी प्रदान नहीं की गई है ताकि वे आवास बना सके।
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि पर्चों को जब्त कर लिया गया है। विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए नक्सल प्रभावित एवं वन क्षेत्रों में पुलिस की सर्चिंग बढ़ा दी गई है। नक्सली गतिविधियों पर पुलिस ने अंकुश लगा रखा है। किसी व्यक्ति के माध्यम से पर्चे फेंके गये होंगे।
Trending Videos
नक्सलियों ने शोषित और वछिंतों की आवाज शीर्षक से मौजूद केन्द्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए गुजराती में लिखा है कि मोदी ना राजमा अम्बानी अदानी मजा मा और जनता जीये सजा मा। पर्चे में अदानी और अंबानी के साथ प्रधानमंत्री की फोटो भी चस्पा की गई है। पर्चे में भाकापा की स्थापना सरकारी तंत्र और देश में फैली आर्थिक असमानता के संबंध में उल्लेख किया गया हैं। गौरतलब है कि बकरामुंडी गांव के निवासियों में शासन और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी है। एक सप्ताह पूर्व बकरामुंडी के लगभग 25 परिवारों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मूलभूत सुविधाओं की मांग की थी। 2007 में बकरामुंडी बस्ती स्थापित किए जाने के बाद उन्हें आवश्यक सुविधाओं से वंछित रखा गया है। इसके पहले वे घोर नक्सली प्रभावित इलाके में रह रहे थे। विस्थापित परिवारों को आज तक भूमि भी प्रदान नहीं की गई है ताकि वे आवास बना सके।
विज्ञापन
विज्ञापन
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि पर्चों को जब्त कर लिया गया है। विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए नक्सल प्रभावित एवं वन क्षेत्रों में पुलिस की सर्चिंग बढ़ा दी गई है। नक्सली गतिविधियों पर पुलिस ने अंकुश लगा रखा है। किसी व्यक्ति के माध्यम से पर्चे फेंके गये होंगे।

कमेंट
कमेंट X