सब्सक्राइब करें

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
Hindi News ›   Madhya Pradesh ›   Balaghat News ›   Deputy Sarpanch did dirty work on Shivling in Balaghat Koteshwar Mahadev Temple

Koteshwar Mahadev Temple: गर्भगृह में उप सरपंच ने शिवलिंग पर किया गंदा काम; लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बालाघाट Published by: अर्पित याज्ञनिक Updated Sat, 07 Oct 2023 08:11 PM IST
सार

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की सूची में कोटेश्वर महादेव मंदिर भी शामिल है। उप सरपंच की हरकत पर पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचाने के अपराध में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

विज्ञापन
Deputy Sarpanch did dirty work on Shivling in Balaghat Koteshwar Mahadev Temple
कोटेश्वर महादेव मंदिर बालाघाट। - फोटो : social media
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

बालाघाट जिले के लांजी थाना अंतर्गत स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला सामने आया है। उप सरपंच पर शिवलिंग पर पेशाब करने का आरोप लगा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की राष्ट्रीय महत्व के स्मरकों की सूची में कोटेश्वर महादेव मंदिर भी शामिल है। इस मंदिर में दूर-दूर से लोग दर्शन करने तथा कांवड़ियां भी जल चढ़ाने आते हैं।

Trending Videos


लांजी थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी के अनुसार ग्राम दिधौरी के उप सरपंच शंकर लाल लिल्हारे उम्र 55 शक्रवार की शाम लगभग चार बजे मंदिर पहुंचे थे। मंदिर के गर्भ गृह में उन्होंने शिवलिंग पर पेशाब कर दी। मंदिर में उपस्थित लोगों ने उप सरपंच को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी उप सरपंच के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचाने के अपराध में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
विज्ञापन
विज्ञापन


मंदिर 108 उपलिंगों में शामिल है 
गौरतलब है कि कोटेश्वर महादेव मंदिर बालाघाट जिले से लगभग 65 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा के समीप स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था। इस मंदिर 108 उपलिंगों में शामिल है और दधिचि ऋषि की तपोभूमि के रूप में पहचाना जाता है।

घटना से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इसे राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की सूची में शामिल किया है। उपलिंग मंदिर होने के कारण यह मंदिर श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है। सावन माह में मेला लगता है और दूर-दूर से कांवड़ियां जल चढ़ाने आते हैं। रोजाना बड़ी संख्या में शिव भक्त भी दर्शन करते पहुंचते हैं। इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल व्याप्त है और प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed