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Bhopal Love Jihad: बलात्कार और ब्लैकमेलिंग पीड़ितों से राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम मिली, हालात पर ली जानकारी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: शबाहत हुसैन
Updated Sun, 04 May 2025 09:51 PM IST
सार
Bhopal: पूर्व डीजीपी निर्मल कौर की अध्यक्षता वाली समिति ने पीड़ितों और उनके परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया। समिति ने पीड़ितों से ब्लैकमेलिंग रैकेट का शिकार हुई अन्य लड़कियों से संपर्क करने और उन्हें आगे आने और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।
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सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : अमर उजाला डिजिटल
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विस्तार
राजधानी भोपाल पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की तीन सदस्यीय जांच समिति ने रविवार को बलात्कार और ब्लैकमेलिंग मामले की पीड़ितों से बातचीत की और उनके खिलाफ अपराधों की पुलिस को रिपोर्ट करने के लिए आगे आने की उनकी पहल की सराहना की। इसके अलावा, समिति के सदस्यों ने संबंधित पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और अब तक की गई कार्रवाई की स्थिति का अध्ययन करते हुए आवश्यक निर्देश और सुझाव दिए। समिति में झारखंड की पूर्व डीजीपी निर्मल कौर, जबलपुर हाईकोर्ट की वकील निर्मला नायक और एनसीडब्ल्यू के अवर सचिव आशुतोष पांडे शामिल हैं।
पीड़िता और उनके परिजनों को दिया आश्वासन
पूर्व डीजीपी निर्मल कौर की अध्यक्षता वाली समिति ने पीड़ितों और उनके परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया। समिति ने पीड़ितों से ब्लैकमेलिंग रैकेट का शिकार हुई अन्य लड़कियों से संपर्क करने और उन्हें आगे आने और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।
बाघ सेवनिया थाने पहुंची टीम
समिति के सदस्यों ने बाग सेवनिया थाने का दौरा किया, जहां सभी पांच एफआईआर शून्य पर दर्ज की गईं और फिर जांच के लिए अन्य पुलिस स्टेशनों को स्थानांतरित कर दी गईं। एनसीडब्ल्यू टीम ने विभिन्न एफआईआर की जांच के लिए गठित एसआईटी के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और संबंधित दस्तावेजों, साक्ष्यों और संबंधित तथ्यों का विश्लेषण करते हुए मामलों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की।
पढ़ें: भोपाल लव जिहाद: महिला आयोग ने पूछा- जब एसआईटी से जांच तो अलग-अलग FIR क्यों? टीम ने क्या बात कही; जानें
एनसीडब्ल्यू समिति के सदस्यों ने संबंधित पुलिस अधिकारियों को हिंदू लड़कियों के साथ बलात्कार और ब्लैकमेलिंग में शामिल रैकेट की गहन जांच करने और उन्हें संरक्षण देने वालों की पहचान करने का निर्देश दिया। इसने पुलिस अधिकारियों को आरोपियों के वित्तपोषण और वित्तीय संसाधनों की उचित जांच करने के लिए भी कहा क्योंकि यह सामने आया है कि वे पीड़ितों को फंसाने के लिए उन पर खूब पैसा खर्च करते थे। एनसीडब्ल्यू समिति ने पुलिस अधिकारियों को मामलों की त्वरित सुनवाई करने और इसमें शामिल लोगों को मृत्युदंड सुनिश्चित करने के अलावा पीड़ितों और मामले के गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया।
छठे आरोपी पर इनाम घोषित
एसीपी निधि सक्सेना ने बताया कि दिल्ली से राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम आई है। हम उनके साथ समन्वय कर रहे हैं। मामले में एसआईटी का भी गठन किया गया है। एक आरोपी को छोड़कर बाकी सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। छठे आरोपी पर इनाम घोषित किया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग एसआईटी काम कर रही हैं। एनसीडब्ल्यू ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और इसकी अध्यक्ष विजया रहाटकर ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की, जो शनिवार को भोपाल पहुंची। जांच और पीड़ितों तथा संबंधित व्यक्तियों से बातचीत के बाद समिति ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सिफारिशें वाली रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
एक महीने के अंदर चालान पेश करने की तैयारी
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम डीजीपी कैलाश मकवाना और पुलिस कमिश्नर भोपाल हरिनारायणाचारी मिश्रा से मुलाकात करेगी। बताया जा रहा है कि टीम निजी कॉलेज और क्लब-90 रेस्टोरेंट की भूमिका की जांच की जाएगी। मामले में पुलिस एक महीने के अंदर चालान पेश करने की तैयारी में है। मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाया जा सकता है। वहीं आरोपी फरहान, नबील खान, अली खान, साहिल खान का पुलिस रिमांड पर चल रहे है। पुलिस ने सभी आरोपियों के मोबाइल की जांच के लिए फॉरेंसिक लेब भेज दिए है।
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पीड़िता और उनके परिजनों को दिया आश्वासन
पूर्व डीजीपी निर्मल कौर की अध्यक्षता वाली समिति ने पीड़ितों और उनके परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया। समिति ने पीड़ितों से ब्लैकमेलिंग रैकेट का शिकार हुई अन्य लड़कियों से संपर्क करने और उन्हें आगे आने और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।
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बाघ सेवनिया थाने पहुंची टीम
समिति के सदस्यों ने बाग सेवनिया थाने का दौरा किया, जहां सभी पांच एफआईआर शून्य पर दर्ज की गईं और फिर जांच के लिए अन्य पुलिस स्टेशनों को स्थानांतरित कर दी गईं। एनसीडब्ल्यू टीम ने विभिन्न एफआईआर की जांच के लिए गठित एसआईटी के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और संबंधित दस्तावेजों, साक्ष्यों और संबंधित तथ्यों का विश्लेषण करते हुए मामलों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की।
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एनसीडब्ल्यू समिति के सदस्यों ने संबंधित पुलिस अधिकारियों को हिंदू लड़कियों के साथ बलात्कार और ब्लैकमेलिंग में शामिल रैकेट की गहन जांच करने और उन्हें संरक्षण देने वालों की पहचान करने का निर्देश दिया। इसने पुलिस अधिकारियों को आरोपियों के वित्तपोषण और वित्तीय संसाधनों की उचित जांच करने के लिए भी कहा क्योंकि यह सामने आया है कि वे पीड़ितों को फंसाने के लिए उन पर खूब पैसा खर्च करते थे। एनसीडब्ल्यू समिति ने पुलिस अधिकारियों को मामलों की त्वरित सुनवाई करने और इसमें शामिल लोगों को मृत्युदंड सुनिश्चित करने के अलावा पीड़ितों और मामले के गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया।
छठे आरोपी पर इनाम घोषित
एसीपी निधि सक्सेना ने बताया कि दिल्ली से राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम आई है। हम उनके साथ समन्वय कर रहे हैं। मामले में एसआईटी का भी गठन किया गया है। एक आरोपी को छोड़कर बाकी सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। छठे आरोपी पर इनाम घोषित किया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग एसआईटी काम कर रही हैं। एनसीडब्ल्यू ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और इसकी अध्यक्ष विजया रहाटकर ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की, जो शनिवार को भोपाल पहुंची। जांच और पीड़ितों तथा संबंधित व्यक्तियों से बातचीत के बाद समिति ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सिफारिशें वाली रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
एक महीने के अंदर चालान पेश करने की तैयारी
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम डीजीपी कैलाश मकवाना और पुलिस कमिश्नर भोपाल हरिनारायणाचारी मिश्रा से मुलाकात करेगी। बताया जा रहा है कि टीम निजी कॉलेज और क्लब-90 रेस्टोरेंट की भूमिका की जांच की जाएगी। मामले में पुलिस एक महीने के अंदर चालान पेश करने की तैयारी में है। मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाया जा सकता है। वहीं आरोपी फरहान, नबील खान, अली खान, साहिल खान का पुलिस रिमांड पर चल रहे है। पुलिस ने सभी आरोपियों के मोबाइल की जांच के लिए फॉरेंसिक लेब भेज दिए है।

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