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Bhopal News: राजधानी भोपाल में 10 साल बाद होगी सबसे बड़ी पीडियाट्रिक कॉन्फ्रेंस,देश भर के विशेषज्ञ होंगे शामिल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Thu, 11 Dec 2025 08:07 PM IST
सार
भोपाल में 10 साल बाद 56वीं MP IAP PEDICON 2025 का आयोजन 13-14 दिसंबर को होगा। इसमें देशभर से 1500 से ज्यादा पीडियाट्रिशन शामिल होंगे। 12 दिसंबर को 7 प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप्स आयोजित होंगी। आयोजकों का कहना है कि अब तक 800 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
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प्रेसवार्ता
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
राजधानी भोपाल एक दशक बाद सबसे बड़ी बाल स्वास्थ्य कॉन्फ्रेंस की मेजबानी के लिए तैयार है। 56वीं MP IAP PEDICON 2025 का भव्य आयोजन 13-14 दिसंबर को होगा, जिसमें देशभर से 1500 पीडियाट्रिशन और प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. महेश महेश्वरी, डॉ. राजेश तिक्कस (ऑर्गनाइजिंग चेयरपर्सन), डॉ. पंकज शुक्ल (ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी), डॉ. ललिश थावर, डॉ. राकेश सुखेजा और डॉ. गुफरान अहमद ने जानकारी दी।
ये विशेषज्ञ होगें शामिल
आयोजन में देश के शीर्ष विशेषज्ञों का जमावड़ा होगा, जिनमें डॉ. दीपक खानावटे (President CIAP 2025), डॉ. नीलम मोहन (President Elect 2025), डॉ. एम. सिंगरवेल्लु (President Elect 2026), डॉ. योगेश पारिख (Secretary CIAP) और दिल्ली, लखनऊ, मुंबई व बेंगलुरु के दिग्गज डॉक्टर शामिल हैं।
7 प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप्स कल से
कॉन्फ्रेंस से पहले 12 दिसंबर को भोपाल के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में 7 प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप्स होंगी, जिनमें प्रतिभागियों को पीडियाट्रिक इमरजेंसी, नियोनेट केयर, क्लिनिकल डिसीजन-मेकिंग और आधुनिक तकनीकों पर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग दी जाएगी।
यह भी पढ़ें-हमीदिया अस्पताल परिसर में कचरे में मिले दो नवजातों के अधजले शव, मचा हड़कंप
दोनो दिन तीन हॉलों में समानांतर सत्र
13-14 दिसंबर को मुख्य कॉन्फ्रेंस के दौरान तीन विशाल हॉलों में एक साथ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी जिसमें बाल चिकित्सा के नए शोध व इनोवेशन,निवारक एवं सामुदायिक बाल स्वास्थ्य,AI व मशीन लर्निंग का पीडियाट्रिक्स पर प्रभाव, पीडियाट्रिक ICU, न्यूरो-डेवलपमेंटल साइंस शामिल हैं। आयोजन समिति ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का बड़ा लक्ष्य प्रदेश और देश में बाल चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाना और नवजात से 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु व रोगदर को कम करने के लिए वैज्ञानिक दिशा प्रदान करना है।
यह भी पढ़ें- दो बांग्लादेशी भाइयों की करतूत, भोपाल में वोटर-आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवाए, धोखाधड़ी में तलाश जारी
इतिहास रचने की तैयारी,अब तक 800 रजिस्ट्रेशन
आयोजकों के अनुसार, 800 प्रतिभागी पहले ही रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं, जो मध्यप्रदेश में किसी भी कॉन्फ्रेंस के लिए अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। उम्मीद है कि यह आयोजन राज्य के लिए एक ऐतिहासिक शैक्षणिक उपलब्धि बनकर उभरेगा। डॉ. राजेश टिक्स ने बताया कि यह आयोजन इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और मध्यप्रदेश इंटीग्रेटेड चैप्टर के संयुक्त बैनर तले हो रहा है। उन्होंने कहा कि साथी डॉक्टर यहां से नई तकनीकें, स्किल्स और आधुनिक क्लिनिकल प्रैक्टिस सीखकर जाएंग। यही इस कॉन्फ्रेंस का प्रमुख उद्देश्य है।
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ये विशेषज्ञ होगें शामिल
आयोजन में देश के शीर्ष विशेषज्ञों का जमावड़ा होगा, जिनमें डॉ. दीपक खानावटे (President CIAP 2025), डॉ. नीलम मोहन (President Elect 2025), डॉ. एम. सिंगरवेल्लु (President Elect 2026), डॉ. योगेश पारिख (Secretary CIAP) और दिल्ली, लखनऊ, मुंबई व बेंगलुरु के दिग्गज डॉक्टर शामिल हैं।
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7 प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप्स कल से
कॉन्फ्रेंस से पहले 12 दिसंबर को भोपाल के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में 7 प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप्स होंगी, जिनमें प्रतिभागियों को पीडियाट्रिक इमरजेंसी, नियोनेट केयर, क्लिनिकल डिसीजन-मेकिंग और आधुनिक तकनीकों पर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग दी जाएगी।
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दोनो दिन तीन हॉलों में समानांतर सत्र
13-14 दिसंबर को मुख्य कॉन्फ्रेंस के दौरान तीन विशाल हॉलों में एक साथ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी जिसमें बाल चिकित्सा के नए शोध व इनोवेशन,निवारक एवं सामुदायिक बाल स्वास्थ्य,AI व मशीन लर्निंग का पीडियाट्रिक्स पर प्रभाव, पीडियाट्रिक ICU, न्यूरो-डेवलपमेंटल साइंस शामिल हैं। आयोजन समिति ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का बड़ा लक्ष्य प्रदेश और देश में बाल चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाना और नवजात से 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु व रोगदर को कम करने के लिए वैज्ञानिक दिशा प्रदान करना है।
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इतिहास रचने की तैयारी,अब तक 800 रजिस्ट्रेशन
आयोजकों के अनुसार, 800 प्रतिभागी पहले ही रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं, जो मध्यप्रदेश में किसी भी कॉन्फ्रेंस के लिए अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। उम्मीद है कि यह आयोजन राज्य के लिए एक ऐतिहासिक शैक्षणिक उपलब्धि बनकर उभरेगा। डॉ. राजेश टिक्स ने बताया कि यह आयोजन इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और मध्यप्रदेश इंटीग्रेटेड चैप्टर के संयुक्त बैनर तले हो रहा है। उन्होंने कहा कि साथी डॉक्टर यहां से नई तकनीकें, स्किल्स और आधुनिक क्लिनिकल प्रैक्टिस सीखकर जाएंग। यही इस कॉन्फ्रेंस का प्रमुख उद्देश्य है।

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