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ये कैसी पुलिस: ठग को बचाने के लिए घूस में लिए 5 लाख ASI के घर से मिले, भोपाल में TI समेत 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: शबाहत हुसैन Updated Thu, 06 Mar 2025 07:21 AM IST
सार

Bhopal Crime: स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर लोगों को ठगने वाले अफजल खान के कॉल सेंटर "एटीएस" पर छापा मारा गया था। यह कॉल सेंटर देशभर के लोगों से ठगी कर चुका था। लेकिन उसके बाद आरोप ये लगा कि पुलिस ने अफजल को गिरफ्तार करने के बाद रिश्वत लेकर उसे फरार करा दिया।

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Bhopal Police got Rs 5 lakh as bribe to save a fraud accused news in hindi
ठगी का मामला उजागर - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले कॉल सेंटर संचालक अफजल खान को बचाने के लिए 10 लाख से अधिक की रकम लेने के आरोप में भोपाल के ऐशबाग थाना प्रभारी, एएसआई सहित चार पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। घूस में मिली रकम में से करीब पांच लाख रुपये एएसआई पवन रघुवंशी के घर से बरामद होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। हालांकि, घूस की रकम एएसआई के घर से मिलने के मामले में पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा के निर्देश पर टीआई सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इतना ही नहीं टीआई समेत पुलिसकर्मियों तथा घूस देने वालों के खिलाफ केस भी ऐशबाग थाने में ही दर्ज कर लिया गया। 

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तीन माह में इसी थाने में तीसरी ऐसी घटना
बीते तीन महीने में यह तीसरी बार है जब ऐशबाग थाना पुलिस पर आरोपियों या अपराधियों से सांठगांठ के आरोप लगे हैं। पहले के दो मामलों में थाना प्रभारी द्वारा अपने मातहतों को बचाने के लिए की गई लीपापोती से नाराज पुलिस आयुक्त ने कॉल सेंटर खोलकर एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी अफजल को पकड़कर भगाने और उसकी बेटी को अभी तक गिरफ्तार नहीं करने में सांठगांठ होने पर थाना प्रभारी जितेंद्र गढ़वाल, एएसआई पवन रघुवंशी और दो अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा थाना प्रभारी पर इसलिए भी नाराज हैं कि एएसआई पवन रघुवंशी कॉल सेंटर पर छापा मारने पहुंचे थे, लेकिन कार्रवाई के बाद उन्होंने कॉल सेंटर को सील नहीं किया। इतना ही नहीं कॉल सेंटर संचालक अफजल को सांठगांठ के चलते कार्रवाई के दौरान कॉल सेंटर से भगाने के आरोप में लाइन अटैच किए गए एएसआई पवन रघुवंशी से ही इस मामले की कार्रवाई कराई गई। पुलिस अधिकारियों की जांच में सामने आया कि एएसआई रघुवंशी को बचाने के लिए ही थाना प्रभारी ने अधिकारियों द्वारा रघुवंशी को थाने से हटाने के बाद उनसे जांच कराई और कार्रवाई का श्रेय उन्हें दिया। इस मामले में चारों निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की जा रही है। एएसआई रघुवंशी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 
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सटोरिए ने कराई सांठगांठ
इस मामले में ऐशबाग थाना क्षेत्र का एक पुराना सटोरिया, जो पार्षद भी रह चुका है उस पर दस लाख में पुलिस से अफजल की सांठगांठ कराने की बात सामने आ रही है।दरअसल, प्रभात चौराहे पर स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर देश भर के लोगों को ठगने वाले कॉल सेंटर संचालक अफजल की कंपनी एटीएस पर छापा मारा था। अफजल एटीएस नाम से ही कॉल सेंटर संचालित करता था और अब तक एक करोड़ से अधिक की रकम स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर देशभर के लोगों से ठग चुका है। 

यह था मामला
मुंबई निवासी एक व्यक्ति की शिकायत के बाद थाना पुलिस ने कंपनी की जांच शुरू की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद कई लोगों ने थाने में अफजल की कंपनी के खिलाफ ठगी की शिकायत की। इस मामले में पहले थाना पुलिस ने हीलाहवाली की। बाद में अधिकारियों तक मामला पहुंचने के बाद एएसआई पवन रघुवंशी को कार्रवाई करने के लिए भेजा। एएसआई रघुवंशी कार्रवाई कर 87 कंप्यूटर और 29 सिमें जब्त कर दर्जनभर युवक-युवतियों को पकड़कर थाने ले गए, लेकिन अफजल के बेटे पर 151 की कार्रवाई कर सबको छोड़ दिया। इस मामले में अफजल को कॉल सेंटर में पकड़ने के बाद लेन देन कर छोड़ने का आरोप भी थाना पुलिस पर लगा था। 

पहले भी लगते रहे हैं ऐशबाग थाने पर मिलीभगत के आरोप
ऐशबाग थाना पुलिस पर पहली बाद अपराधियों को बचाने या उनसे सांठगांठ के आरोप नहीं लगे हैं। बीते तीन महीने में यह तीसरी बार है, जब थाने के पुलिसकर्मियों पर आरोप लगे और कार्रवाई भी हुई। एक युवक ने पुलिसकर्मियों को हफ्ता नहीं देने पर उसके खिलाफ एनडीपीएस का झूठा प्रकरण दर्ज करने का आरोप लगाया था। एक सट्टे के आरोपी की पत्नी ने एएसआई पवन रघुवंशी व अन्य पुलिसकर्मियों पर पति को ब्याज पर पैसे देकर सट्टा चलवाने का आरोप लगाया था। इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था, लेकिन पवन रघुवंशी को थाना प्रभारी का संरक्षण होने के चलते कार्रवाई नहीं हो पाई थी। 

ठग अफजल समेत नौ गिरफ्तार
23 फरवरी को अफजल के कॉल सेंटर पर कार्रवाई मामले में जांच के दौरान पता चला है कि करीब तीन दर्जन से अधिक बैंक खातों के जरिए अफजल ठगी का गिरोह चला रहा था। अफजल के खिलाफ महाराष्ट्र में साइबर ठगी का प्रकरण भी दर्ज है। ठगी में प्रयुक्त तीन खाते अफजल के नाम से संचालित हैं, जबकि बाकी बैंक खाते कॉल सेंटर्स के कर्मचारियों व उसके करीबी रिश्तेदारों के नाम पर संचालित हैं। पुलिस अफजल सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि अफजल की बेटी साहिबा की तलाश पुलिस कर रही है। इस मामले में जिन-कर्मचारियों के बैंक खातों का उपयोग ठगी में प्रयुक्त हुआ है, सभी को आरोपी बनाने के निर्देश अधिकारियों ने दिए हैं।

टीआई समेत इन पर केस दर्ज
टीआई जितेंद्र गढ़वाल, एएसआई पवन सिंह रघुवंशी, प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र और टीकमगढ़ से घूस की रकम देने आए अंशुल जैन के खिलाफ ऐशबाग थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। 

25 लाख में किया था सौदा
25 लाख रुपये में कॉल सेंटर के संचालक अफजल खान की बेटे मुईन खान को छोड़ने और पूरे मामले को रफा दफा करने का सौदा पवन सिंह रघुवंशी ने टीआई जितेंद्र गढ़वाल के साथ मिलकर किया था। घूस की 25 लाख की रकम में पहली किस्त 5 लाख लेते हुए भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम ने रघुवंशी को हिरासत में लिया। रघुवंशी ने बताया कि उसने 25 लाख में सौदा किया है, जिसमें टीआई जितेंद्र को भी पैसा दिया जाएगा। यह जानकारी सामने आने के बाद टीआई गढ़वाल पर भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

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