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MP LS Election 2024: मंत्री, सांसद-विधायक से लेकर पार्षद और नए चेहरे ने लगाई ताकत, अब 19 को लिखी जाएगी किस्मत
अमर उजाला, न्यूज डेस्क, भोपाल
Published by: दिनेश शर्मा
Updated Wed, 17 Apr 2024 07:42 PM IST
सार
प्रदेश के पहले चरण के मतदान 19 अप्रैल को होना हैं। इस दिन होने वाले कुल 6 सीटों के मतदान में छिंदवाड़ा, सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला और बालाघाट के मतदाता अपना फैसला ईवीएम के हवाले करेंगे। यहां प्रचार का शोर थम गया है।
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मप्र की छह सीटों पर चुनाव प्रचार थम गया है। अब 19 को मतदान होगा।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
17 अप्रैल की शाम को चुनावी शोर थम गया। साथ ही 19 अप्रैल को होने वाले पहले पहले चरण के मतदान का काउंट डाउन शुरू हो गया। पहले चरण के इस चुनाव में शामिल करीब 6 सीटों में सैकड़ा भर प्रत्याशी मैदान में हैं। जबकि केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री, सांसद और विधायक तक यहां अपनी किस्मत लगाए बैठे हैं। पार्षद से लेकर संगठन के पदाधिकारी और कुछ नए चेहरों के भाग्य का फैसला भी इस शुरुआती मतदान से जुड़ा हुआ है। कांग्रेस के लिए इस चरण का मतदान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण इसलिए है कि पिछले चुनाव में उसके हाथ प्रदेश की कुल 29 में से इकलौती सीट यही थी। छिंदवाड़ा सीट के इस मतदान से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की भावी राजनीति भी जुड़ी हुई है।
प्रदेश के पहले चरण के मतदान 19 अप्रैल को होना हैं। इस दिन होने वाले कुल 6 सीटों के मतदान में छिंदवाड़ा, सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला और बालाघाट के मतदाता अपना फैसला ईवीएम के हवाले करेंगे। जानकारी के मुताबिक इन सभी सीटों से करीब 113 लोगों ने अलग पार्टियों से अपना नामांकन दाखिल किया है, लेकिन पहले चरण के इस मतदान में खासतौर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सांसद पुत्र नकुल नाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, पूर्व मंत्री ओंकार सिंह मरकाम, कमलेश्वर पटेल, पूर्व सांसद हिमाद्रि सिंह और विधायक फुंदेलाल मार्को जैसे नेताओं के भविष्य को देखा जा रहा है।
कुलस्ते और नाथ का सियासी भविष्य
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को भाजपा नेतृत्व ने इस विधानसभा चुनाव में निवास से मैदान दिया था, लेकिन इस चुनाव में वे जीत का सेहरा नहीं पहन पाए। अब उनका राजनीतिक भविष्य मंडला लोकसभा से मिलने वाली जीत या हार पर आकर निर्भर हो गया है। जहां जीत से उनके लिए केंद्र में दोबारा रास्ते आसान हो जाएंगे, वहीं हार के साथ उनके लिए गुमनामी के हालात बन सकते हैं। यही हालात प्रदेश की इकलौती कांग्रेस कब्जे वाली सीट छिंदवाड़ा के साथ भी हैं। यहां के कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ की जीत या हार उनसे ज्यादा पिता कमलनाथ के लिए महत्वपूर्ण हो गई है। भाजपा का प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत का परचम लहराने का स्वप्न भी इसी सीट पर आकर टिका हुआ है।
इनकी नई पारी की उम्मीदें
भाजपा ने अपने प्रयोगधर्मी रवैए को बरकरार रखते हुए बालाघाट लोकसभा से पार्षद भारती पारधी को अपना प्रत्याशी बनाया है। सियासत की सबसे निचली पायदान से ऊंचे शिखर पर जाने का रास्ता तय वाला यह चुनाव भारती के लिए अत्यधिक उत्साह भरा भी है और बड़ा सियासी बदलाव लाने जैसा भी है। इस सीट पर भारती का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने बालाघाट जिला कांग्रेस अध्यक्ष सम्राट सिंह पर दांव लगाया है।
कहां कितने प्रत्याशी
(भोपाल से खान आशु की रिपोर्ट)
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प्रदेश के पहले चरण के मतदान 19 अप्रैल को होना हैं। इस दिन होने वाले कुल 6 सीटों के मतदान में छिंदवाड़ा, सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला और बालाघाट के मतदाता अपना फैसला ईवीएम के हवाले करेंगे। जानकारी के मुताबिक इन सभी सीटों से करीब 113 लोगों ने अलग पार्टियों से अपना नामांकन दाखिल किया है, लेकिन पहले चरण के इस मतदान में खासतौर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सांसद पुत्र नकुल नाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, पूर्व मंत्री ओंकार सिंह मरकाम, कमलेश्वर पटेल, पूर्व सांसद हिमाद्रि सिंह और विधायक फुंदेलाल मार्को जैसे नेताओं के भविष्य को देखा जा रहा है।
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कुलस्ते और नाथ का सियासी भविष्य
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को भाजपा नेतृत्व ने इस विधानसभा चुनाव में निवास से मैदान दिया था, लेकिन इस चुनाव में वे जीत का सेहरा नहीं पहन पाए। अब उनका राजनीतिक भविष्य मंडला लोकसभा से मिलने वाली जीत या हार पर आकर निर्भर हो गया है। जहां जीत से उनके लिए केंद्र में दोबारा रास्ते आसान हो जाएंगे, वहीं हार के साथ उनके लिए गुमनामी के हालात बन सकते हैं। यही हालात प्रदेश की इकलौती कांग्रेस कब्जे वाली सीट छिंदवाड़ा के साथ भी हैं। यहां के कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ की जीत या हार उनसे ज्यादा पिता कमलनाथ के लिए महत्वपूर्ण हो गई है। भाजपा का प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत का परचम लहराने का स्वप्न भी इसी सीट पर आकर टिका हुआ है।
इनकी नई पारी की उम्मीदें
भाजपा ने अपने प्रयोगधर्मी रवैए को बरकरार रखते हुए बालाघाट लोकसभा से पार्षद भारती पारधी को अपना प्रत्याशी बनाया है। सियासत की सबसे निचली पायदान से ऊंचे शिखर पर जाने का रास्ता तय वाला यह चुनाव भारती के लिए अत्यधिक उत्साह भरा भी है और बड़ा सियासी बदलाव लाने जैसा भी है। इस सीट पर भारती का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने बालाघाट जिला कांग्रेस अध्यक्ष सम्राट सिंह पर दांव लगाया है।
कहां कितने प्रत्याशी
| जबलपुर | 22 |
| छिंदवाड़ा | 24 |
| मंडला | 16 |
| बालाघाट | 19 |
| सीधी | 22 |
| शहडोल | 10 |
(भोपाल से खान आशु की रिपोर्ट)

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