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MP Weather Today: दशहरे पर मध्यप्रदेश में कई जिलों में हल्की बारिश के आसार, कल से तेज बौछारों की संभावना
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Thu, 02 Oct 2025 07:35 AM IST
सार
दशहरे के पर्व पर आज कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे मौसम खुशनुमा और ताजगीभरा बना रहेगा। वहीं, 3 और 4 अक्टूबर को इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा और शहडोल संभागों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
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मौसम
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
मध्यप्रदेश में इस बार मानसून जाते-जाते भी प्रदेशवासियों को राहत और ठंडक का एहसास दे रहा है। दशहरे के पर्व पर आज कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे मौसम खुशनुमा और ताजगीभरा बना रहेगा। वहीं, 3 और 4 अक्टूबर को इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा और शहडोल संभागों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। यह बारिश किसानों के लिए बोनस की तरह साबित हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां जलस्तर और फसलों को और नमी की ज़रूरत है।
पश्चिमी विक्षोभ भी हो रहा प्रभावी
मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, पश्चिमी मध्यप्रदेश में निम्न दाब क्षेत्र (Low Pressure Area) और एक ट्रफ लाइन सक्रिय है। इसके साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी प्रभावी हो रहा है, जिसके कारण अगले दो दिनों में अच्छी बारिश की संभावना बन रही है।
यह भी पढ़ें-हंगामे के बाद BMHRC सहित 4 और सरकारी नर्सिंग कॉलेजों को मिली मान्यता,अब भी 13 कालेज मान्यता से वंचित
मानसून की विदाई से अंतिम बारिश
प्रदेश के 12 जिलों से मानसून ने विदा ले ली है, और 10 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से इसके विदा होने की उम्मीद है। इस बीच हो रही यह बारिश किसानों, पर्यावरण प्रेमियों और आम जनता के लिए एक सकारात्मक संकेत है। गौरतलब है कि इस साल मानसून ने 16 जून को मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी और पूरे सीजन भर राज्य को भरपूर जलसंचय और उपजाऊता दी।
यह भी पढ़ें-एम्स बनेगा प्रदेश का पहला रोबोटिक सर्जरी सेंटर, 30 करोड़ की लागत से स्थापित होगा अत्याधुनिक सिस्टम
गुना में सबसे ज्यादा बारिश
इस बार गुना में सबसे ज्यादा पानी गिरा है। 65.6 इंच बारिश दर्ज हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच से अधिक और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिलों में शामिल हैं। शाजापुर में 28.9 इंच, खरगोन में 29.6 इंच, खंडवा में 32 इंच, बड़वानी में 33.5 इंच और धार में 33.6 इंच पानी गिरा है।इस मानसूनी सीजन में शुरुआत से ही इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति ठीक नहीं रही। एक समय तो इंदौर में प्रदेश की सबसे कम बारिश हुई थी। ऐसे में अटकलें थीं कि क्या इस बार इंदौर में सामान्य बारिश भी होगी? लेकिन सितंबर महीने में तेज बारिश की वजह से इंदौर में सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो गया। संभाग के सभी जिलों में भी बारिश की बेहतर तस्वीर हो गई। दूसरी ओर, उज्जैन जिले में अब भी कोटा पूरा नहीं हुआ। सबसे कम बारिश वाले जिलों में शाजापुर पहले नंबर पर है।
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पश्चिमी विक्षोभ भी हो रहा प्रभावी
मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, पश्चिमी मध्यप्रदेश में निम्न दाब क्षेत्र (Low Pressure Area) और एक ट्रफ लाइन सक्रिय है। इसके साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी प्रभावी हो रहा है, जिसके कारण अगले दो दिनों में अच्छी बारिश की संभावना बन रही है।
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मानसून की विदाई से अंतिम बारिश
प्रदेश के 12 जिलों से मानसून ने विदा ले ली है, और 10 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से इसके विदा होने की उम्मीद है। इस बीच हो रही यह बारिश किसानों, पर्यावरण प्रेमियों और आम जनता के लिए एक सकारात्मक संकेत है। गौरतलब है कि इस साल मानसून ने 16 जून को मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी और पूरे सीजन भर राज्य को भरपूर जलसंचय और उपजाऊता दी।
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गुना में सबसे ज्यादा बारिश
इस बार गुना में सबसे ज्यादा पानी गिरा है। 65.6 इंच बारिश दर्ज हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच से अधिक और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिलों में शामिल हैं। शाजापुर में 28.9 इंच, खरगोन में 29.6 इंच, खंडवा में 32 इंच, बड़वानी में 33.5 इंच और धार में 33.6 इंच पानी गिरा है।इस मानसूनी सीजन में शुरुआत से ही इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति ठीक नहीं रही। एक समय तो इंदौर में प्रदेश की सबसे कम बारिश हुई थी। ऐसे में अटकलें थीं कि क्या इस बार इंदौर में सामान्य बारिश भी होगी? लेकिन सितंबर महीने में तेज बारिश की वजह से इंदौर में सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो गया। संभाग के सभी जिलों में भी बारिश की बेहतर तस्वीर हो गई। दूसरी ओर, उज्जैन जिले में अब भी कोटा पूरा नहीं हुआ। सबसे कम बारिश वाले जिलों में शाजापुर पहले नंबर पर है।

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