सब्सक्राइब करें

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
Hindi News ›   Madhya Pradesh ›   poisonous garbage dissolving in water sources

जल स्रोतों में घुल रहा गैसकांड का जहरीला कचरा

भोपाल/इंटरनेट डेस्क Updated Mon, 03 Dec 2012 03:53 PM IST
विज्ञापन
poisonous garbage dissolving in water sources
विज्ञापन

भोपाल गैस त्रासदी के बाद यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे के निपटारे को लेकर सरकार कुछ तय ही नहीं कर पा रही है। बीते डेढ़ दशक में कचरे का निपटारा कहां और कैसे किया जाए सरकार इसका निर्णय ही नहीं कर पाई है। गैस पीड़ित संगठनों का कहना है कि यूका कारखाने में 20 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा जहरीला कचरा पड़ा है।

Trending Videos


यूका कारखाने में लगभग 350 मीट्रिक टन रासायनिक कचरे को बोरियों में पैक कर दिया गया था। यूका परिसर में खुले में और फैक्ट्री के अंदर कचरा होने के अलावा फैक्ट्री के पीछे की ओर बने इवापारेशन पांड में भी कचरा है। तालाबों की तलहटी में लगाई गई प्लास्टिक पन्नियां फट चुकी हैं। कचरा बारिश के पानी के साथ जल स्रोतों में मिलता जा रहा है।
विज्ञापन
विज्ञापन


ग्रुप ऑफ मिनिस्ट्रर्स की बैठक में जहरीले कचरे के निष्पादन के लिए टेंडर निकालना तय किया गया था। इसमें जर्मनी की कंपनी से करार होने का दावा किया गया था। करार को लेकर सरकार का झूठ सामने आ गया। जर्मनी की जीआईजेड कंपनी ने ही स्पष्ट कर दिया कि भारत सरकार ने कचरा निष्पादन के लिए करार ही नहीं किया है। इससे पहले पीथमपुर में कचरा जलाने की तैयारी धरी रह गई। इसके बाद गुजरात ने मना कर दिया। 

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed