बिहार के बोधगया स्थित कालचक्र मैदान में बौद्ध महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, विधायक मंजू अग्रवाल, जिला परिषद अध्यक्ष नैना देवी, उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव, डिप्टी मेयर चिंता देवी, मगध प्रमंडल आयुक्त प्रेम सिंह मीणा, आईजी क्षत्रनील सिंह और जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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बौद्ध महोत्सव: मंत्री बोले- बिहार पर्यटन को वैश्विक पहचान दिलाने को तेजी से हो रहा कार्य, जल्द मिलेंगे नतीजे
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गया Published by: हिमांशु प्रियदर्शी Updated Fri, 31 Jan 2025 08:49 PM IST
सार
Buddhist Mahotsav 2025: पर्यटन मंत्री ने कहा कि बोधगया महोत्सव सिर्फ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार की संस्कृति और सभ्यता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण जरिया है। उन्होंने भगवान बुद्ध के संदेश को आत्मसात करने पर जोर दिया।
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गया में बौद्ध महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ
- फोटो : अमर उजाला

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गया में बौद्ध महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ
- फोटो : अमर उजाला
पर्यटन मंत्री ने किया बिहार की असीम संभावनाओं का उल्लेख
बिहार के पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि वे पहली बार बौद्ध महोत्सव में शामिल हुए हैं। साथ ही गया का प्रभारी मंत्री होने के नाते यह उनके लिए विशेष अवसर है। उन्होंने बताया कि पर्यटन और उद्योग की दृष्टि से गया का स्थान बिहार में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में जो कार्य हो रहे हैं, वे आने वाले समय में बड़े बदलाव लाने वाले हैं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि बिहार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। बिहार में ईको टूरिज्म और धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिहार में देश के कई प्रमुख धर्मों की ऐतिहासिक जड़ें मौजूद हैं। इस विरासत को संरक्षित करने और आगे बढ़ाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 6.5% है और इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
बिहार के पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि वे पहली बार बौद्ध महोत्सव में शामिल हुए हैं। साथ ही गया का प्रभारी मंत्री होने के नाते यह उनके लिए विशेष अवसर है। उन्होंने बताया कि पर्यटन और उद्योग की दृष्टि से गया का स्थान बिहार में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में जो कार्य हो रहे हैं, वे आने वाले समय में बड़े बदलाव लाने वाले हैं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि बिहार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। बिहार में ईको टूरिज्म और धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिहार में देश के कई प्रमुख धर्मों की ऐतिहासिक जड़ें मौजूद हैं। इस विरासत को संरक्षित करने और आगे बढ़ाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 6.5% है और इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
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गया में बौद्ध महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ
- फोटो : अमर उजाला
बिहार को वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने की दिशा में चल रहे विकास कार्य
पर्यटन मंत्री ने बताया कि गया एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां आसानी से पहुंच सकें। इसके अलावा डोभी में बिहार के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण किया जा रहा है। विष्णुपद और बोधगया में कॉरिडोर का निर्माण भी एक प्रमुख परियोजना है, जिससे इन धार्मिक स्थलों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बिहार की ब्रांडिंग करने में जुटी है, जिससे विश्वभर से पर्यटक बोधगया जैसे महत्वपूर्ण स्थलों पर आने के लिए आकर्षित हों। ‘जो एक बार बोधगया आता है, उसके दिल में बोधगया बस जाता है,’ यह कहते हुए उन्होंने बोधगया वासियों से आग्रह किया कि वे ‘अतिथि देवो भव’ की भावना के साथ पर्यटकों का स्वागत करें।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि गया एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां आसानी से पहुंच सकें। इसके अलावा डोभी में बिहार के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण किया जा रहा है। विष्णुपद और बोधगया में कॉरिडोर का निर्माण भी एक प्रमुख परियोजना है, जिससे इन धार्मिक स्थलों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बिहार की ब्रांडिंग करने में जुटी है, जिससे विश्वभर से पर्यटक बोधगया जैसे महत्वपूर्ण स्थलों पर आने के लिए आकर्षित हों। ‘जो एक बार बोधगया आता है, उसके दिल में बोधगया बस जाता है,’ यह कहते हुए उन्होंने बोधगया वासियों से आग्रह किया कि वे ‘अतिथि देवो भव’ की भावना के साथ पर्यटकों का स्वागत करें।

गया में बौद्ध महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ
- फोटो : अमर उजाला
बौद्ध महोत्सव में देश-विदेश के कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियां
बौद्ध महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर देश-विदेश के कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। विभिन्न देशों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गीत, संगीत और नृत्य को दर्शकों ने खूब सराहा। बिहार गौरव गान के दौरान ‘बंगला में उड़ेला गुलाल’ गीत की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल गूंज उठा।
इसके अलावा, इंडोनेशिया, लाओस, जापान और अन्य देशों के कलाकारों ने भी अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि पर आयोजित इस भव्य महोत्सव में देशी-विदेशी कलाकारों की प्रस्तुति ने श्रोताओं को संगीत और नृत्य की एक अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाने का काम किया।
बौद्ध महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर देश-विदेश के कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। विभिन्न देशों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गीत, संगीत और नृत्य को दर्शकों ने खूब सराहा। बिहार गौरव गान के दौरान ‘बंगला में उड़ेला गुलाल’ गीत की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल गूंज उठा।
इसके अलावा, इंडोनेशिया, लाओस, जापान और अन्य देशों के कलाकारों ने भी अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि पर आयोजित इस भव्य महोत्सव में देशी-विदेशी कलाकारों की प्रस्तुति ने श्रोताओं को संगीत और नृत्य की एक अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाने का काम किया।
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सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने-संवारने की दिशा में सार्थक पहल
पर्यटन मंत्री ने कहा कि बोधगया महोत्सव सिर्फ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार की संस्कृति और सभ्यता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण जरिया है। उन्होंने भगवान बुद्ध के संदेश को आत्मसात करने और इसे जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मंत्री ने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत-विकसित बिहार’ के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। बिहार को एक प्रमुख वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने के लिए सरकार की ओर से ठोस प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके परिणाम जल्द ही देखने को मिलेंगे।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि बोधगया महोत्सव सिर्फ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार की संस्कृति और सभ्यता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण जरिया है। उन्होंने भगवान बुद्ध के संदेश को आत्मसात करने और इसे जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मंत्री ने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकसित भारत-विकसित बिहार’ के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। बिहार को एक प्रमुख वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने के लिए सरकार की ओर से ठोस प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके परिणाम जल्द ही देखने को मिलेंगे।