हरियाणा के रोहतक में हुए जाट कॉलेज अखाड़ा हत्याकांड की जांच से मृतकों के परिजन संतुष्ट नहीं हैं। गुरुवार को मृतकों के परिजन और ग्रामीण एसपी से मिले और सीबीआई जांच की मांग की। एसपी ने कहा कि, रोहतक पुलिस गहराई से जांच कर रही है। अब ग्रामीण चाहें तो सुखविंदर से खुद पूछताछ कर लें। इस पर ग्रामीण सहमत हो गए और पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी। कमेटी शुक्रवार को अपने सवाल लेकर आएगी, जिनका जांच अधिकारी को जवाब देना है।
यूपी के मथुरा से महिला पहलवान पूजा, सोनीपत के गांव सरगथल से मुख्य कोच मनोज, मोखरा से प्रदीप मलिक व झज्जर के गांव मांढोठी से कोच सतीश दलाल के परिजन गुरुवार को रोहतक के मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए। परिजनों को नहीं लग रहा कि सुखविंदर ने अकेले पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया है। दिल्ली पुलिस की भूमिका पर भी उनको शक है।
पुलिस अधीक्षक को दिए पत्र में मृतकों के परिजनों व ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आरोपी सुखविंदर के साथ दिल्ली पुलिस का एक जवान भी मिला हुआ है। जिसने वारदात के बाद उसे दिल्ली में सरेंडर कराया है। इसके साथ ही आरोपी बहुत ही शातिर है। उसने मिलीभगत करके वारदात में प्रयोग असलहा भी बदल दिया है। इसके साथ ही उसकी कॉल डिटेल से पता लग रहा है कि उससे कई और लोग संपर्क में थे। मामले की गहराई से जांच की जाए और शक के दायरे में आने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ की जाए। जरूरत पड़े तो मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले को लेकर पुलिस पहले ही गंभीर है। इसकी गहराई से जांच की जा रही है। ग्रामीण एक पांच सदस्यीय कमेटी बना लें। इसके बाद खुद आरोपी सुखविंदर से पूछताछ कर लें, बल्कि जांच अधिकारी से भी बात कर लें। जांच अधिकारी उनके सवालों का जवाब देंगे। फिर भी संतुष्ट न हों तो उनसे मिलें। ग्रामीण इस बात पर सहमत हो गए। वे अब शुक्रवार को कमेटी बनाएंगे। एसपी से मिलने वालों में मृतक कोच सतीश दलाल के परिवार से विजय, मनोज, साक्षी व सरताज के परिवार से प्रमोज व प्रदीप के परिवार से विक्रम शामिल रहे। सभी ने कहा कि उनको निष्पक्ष जांच चाहिए, अन्यथा केस को सीबीआई को सौंप दिया जाए।
जाट अखाड़ा हत्याकांड में मृतक के परिजन व पंचायत ने मुझसे मुलाकात की है। परिजनों को पांच सदस्यीय कमेटी बनाने के लिए कहा है। कमेटी शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों से मिलेगी। उनके जितने भी सवाल हैं, जांच अधिकारियों की तरफ से उनके सवालों के जवाब दिए जाएंगे। - राहुल शर्मा, पुलिस अधीक्षक, रोहतक ।