Health Tips: भारत में 83 फीसदी मरीजों में हो सकते हैं दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया, स्टडी में हुआ खुलासा
Antibiotic Resistance Se Bachav: अक्सर कुछ लोग खुद से ही एंटीबायोटिक्स की दवाएं खा लेते हैं। इतना ही नहीं इसके अलावा अगर डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लिखता है तो उसका भी कोर्स नहीं पूरा करते हैं। इसी विषय पर एक चौंका देने वाला स्टडी सामने आया है, आइए इस लेख में इसी के बारे में जानते हैं।
रिसर्च में भारत की स्थिति सबसे खतरनाक
यह अध्ययन जनवरी 2022 से अक्टूबर 2024 के बीच चार देशों (नीदरलैंड, भारत, इटली और अमेरिका) के 1,244 मरीजों के नमूनों पर किया गया था। कुल वैश्विक औसत 37% रहा, लेकिन भारत के लगभग 350 मरीजों में से 290 यानी 83.1% में एमडीआर किटाणु पाए गए।
एमडीआर या बहु-औषधि प्रतिरोध, एक गंभीर चिकित्सीय स्थिति है जिसमें बैक्टीरिया, वायरस या कवक कई एंटीबायोटिक या एंटीवायरल दवाओं के प्रति प्रतिरोध विकसित कर लेते हैं। इन आंकड़ों के अनुसार भारत में किसी मरीज के शरीर में दवा प्रतिरोधी कीटाणु होने की संभावना नीदरलैंड के मरीज की तुलना में लगभग 100 गुना अधिक हो सकती है।
किन कारणों से बढ़ रहा है यह जोखिम?
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि दवा प्रतिरोधी कीटाणुओं को शरीर में ले जाने के जोखिम को कुछ अन्य कारक भी बढ़ाते हैं। इनमें पुरानी फेफड़ों की बीमारी या कंजेस्टिव हार्ट फेलियर जैसी मौजूदा स्वास्थ्य स्थितियां शामिल हैं।
इसके अलावा जिन मरीजों का पहले पेनिसिलिन जैसी एंटीबायोटिक दवाओं का इतिहास रहा है, उनमें भी एमडीआर कीटाणु होने की आशंका अधिक पाई गई। यह दर्शाता है कि पहले लिए गए अनावश्यक या अधूरे एंटीबायोटिक कोर्स भी इस प्रतिरोध को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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क्या बोले शोधकर्ता?
शोधकर्ताओं का स्पष्ट कहना है कि एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस एक वैश्विक समस्या है, लेकिन इससे निपटने के लिए हमें क्षेत्र-विशेष की रणनीतियों को अपनाना होगा। भारत में एमडीआर के अधिक प्रसार दर को देखते हुए, यह आवश्यक है कि मेडिकल प्रोसीजर (जैसे एंडोस्कोपी) से पहले मरीजों की स्क्रीनिंग की जाए।
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इससे बचाव के लिए सबसे बड़ा सबक यह है कि बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक दवाएं न लें और कोर्स को कभी भी बीच में न छोड़ें। साथ ही डॉक्टर से यह सुनिश्चित करवाएं कि आपको दी जा रही एंटीबायोटिक उस विशेष संक्रमण के लिए जरूरी है या नहीं। जागरूकता और दवाओं का सही उपयोग ही इस 'सुपरबग' के खतरे को कम कर सकता है।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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