लाइफस्टाइल और खान-पान की गड़बड़ी ने हमारी पूरी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। लिहाजा कई प्रकार की स्वास्थ्य स्थितियां अब न सिर्फ बहुत आम हो गई हैं, साथ ही कम उम्र के लोगों को भी अपना शिकार बना रही हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल भी उनमें से एक है, जिसे हृदय रोगों के प्रमुख खतरे के तौर पर जाना जाता है। जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल सामान्य से अधिक बना रहता है उनमें समय के साथ हार्ट अटैक होने का जोखिम सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा होता है।
Health Alert: कोलेस्ट्रॉल हो रहा है कंट्रोल से बाहर? तुरंत सुधार लें सुबह की ये गड़बड़ आदत
- दिन का पहला भोजन अक्सर देर से करने या अक्सर नाश्ता छोड़ने से शरीर का बायोलॉजिकल सिस्टम धीरे-धीरे बिगड़ने लगता है।
- ऑफिस जाने या काम की जल्दबाजी के चलते नाश्ता न करने की आदत चुपचाप आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा सकती है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की क्या वजहें हैं?
हाई कोलेस्ट्रॉल का सबसे बड़ा कारण असंतुलित जीवनशैली को माना जाता है। ज्यादा तला-भुना, जंक फूड, ट्रांस फैट और मीठी चीजों का सेवन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। शारीरिक गतिविधि की कमी और लंबे समय तक बैठे रहने की आदत से भी कोलेस्ट्रॉल का संतुलन बिगड़ता है। मोटापा, खासकर पेट के आसपास जमा चर्बी के कारण भी शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है।
इन सबके अलावा अगर आप अक्सर सुबह का नाश्ता छोड़ देते हैं या नाश्ता नहीं करते हैं तो इसके कारण भी कोलेस्ट्रॉल की समस्या का शिकार हो सकते हैं।
नाश्ता न करने की आदत बहुत खतरनाक
अध्ययन में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम ने अलर्ट किया है कि ऑफिस जाने या काम की जल्दबाजी के चलते नाश्ता न करने की आदत चुपचाप आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा सकती है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि देर से या नाश्ता न करने की आदत समय के साथ बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को बढ़ाने वाली हो सकती है।
सुबह का पहला मील यानी हेल्दी नाश्ता न करने से न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है बल्कि इसके कारण इंसुलिन सेंसिटिविटी और भूख वाले हार्मोन्स में भी असंतुलन हो सकता है। ये मोटापा, डायबिटीज और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकते हैं।
समय पर करें दिन का पहला भोजन
अध्ययनों में पाया गया है कि दिन का पहला भोजन अक्सर देर से करने या अक्सर नाश्ता छोड़ने से शरीर का बायोलॉजिकल सिस्टम धीरे-धीरे बिगड़ने लगता है। यही सिस्टम कोलेस्ट्रॉल, भूख और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है। लिहाजा ब्लड टेस्ट में गड़बड़ी दिखने लगती है और समय के साथ आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग नाश्ता नहीं करते या रात को देर से खाना खाते हैं, उनमें बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल में सालाना थोड़ी ज्यादा बढ़ोतरी (0.89 mg/dL) होती है, साथ ही ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर भी बढ़ सकता है।
हार्मोन्स भी होने लगते हैं प्रभावित
नाश्ता न करने के कारण आपकी फास्टिंग यानी कुछ न खाने का समय भी लंबा हो जाता है, इससे लेप्टिन और घ्रेलिन जैसे भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन में बदलाव आता है। इन बदलावों से भूख के सिग्नल बढ़ते हैं और पेट भरने के संकेत कम होते हैं, जिससे दिन में हाई-कार्ब या हाई-फैट वाली चीजें आप ज्यादा खाने लगते हैं जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर हाई कोलेस्ट्रॉल को समय पर कंट्रोल न किया जाए तो यह गंभीर और जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है। अच्छी बात यह है कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रण और समय-समय पर लिपिड प्रोफाइल जांच से कोलेस्ट्रॉल को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
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स्रोत
Skipping breakfast leads to weight loss but also elevated cholesterol compared with consuming daily breakfasts of oat porridge or frosted cornflakes in overweight individuals: a randomised controlled trial
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