कैंसर का खतरा वैश्विक स्तर पर बढ़ता हुआ रिपोर्ट किया जा रहा है। कई प्रकार के कैंसर के कारण हर साल करोड़ों की मौत हो जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि दुनियाभर में होने वाली हर छह में से एक मौत का कारण कैंसर है। डॉक्टर्स कहते हैं, शरीर के कई अंगों में कैंसर कोशिकाएं विकसित हो सकती हैं। अपने जोखिम कारकों को समझते हुए सभी लोगों को इस घातक रोग से बचाव के लगातार उपाय करते रहना चाहिए।
Health Tips: खराब लाइफस्टाइल से बढ़ रहा कैंसर का खतरा, इस तरह की आदत है, तो आप भी हो सकते हैं शिकार
आहार की गड़बड़ी
पेन मेडिसिन की एक रिपोर्ट के अनुसार हम जिस तरह के आहार का सेवन करते हैं, शरीर पर उसका सीधा प्रभाव होता है। कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों को अध्ययनों में कैंसर का खतरा बढ़ाने वाला पाया गया है। रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट जैसे आहार का अधिक सेवन कैंसर के जोखिमों को बढ़ा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इस प्रकार के चीजों के सेवन से बचाना चाहिए। इसके अलावा अधिक मात्रा में फैट, प्रोटीन, नमक और एडेड शुगर या शुगर ड्रिंक्स के सेवन से भी कैंसर के कारकों के बढ़ने का खतरा रहता है। सभी लोगों को आहार को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
तंबाकू उत्पादों के कारण कैंसर का खतरा
अध्ययनों में पाया गया है कि तम्बाकू के कारण कैंसर के विकसित होने और मौत का खतरा अधिक होता है। अनुमान के मुताबिक हर साल लगभग 4.50 लाख मौतें तंबाकू के कारण होने वाले कैंसर से हो जाती हैं। फेफड़ों का कैंसर सबसे तेजी से बढ़ता कैंसर का एक प्रकार है। तंबाकू को इस प्रकार के करीब 80-90 फीसदी मामलों के लिए प्रमुख कारक माना जाता है। तंबाकू सेवन करने से मुंह, गले, अन्नप्रणाली, पेट, अग्न्याशय, किडनी और सर्वाइकल कैंसर हो सकता है।
शराब के सेवन से जोखिम
तंबाकू की तरह, शराब के सेवन की आदत भी आपमें कैंसर के जोखिम को काफी बढ़ा सकती है। लगातार शराब के सेवन की आदत शरीर के तंत्र को कमजोर करके कैंसर के जोखिम को बढ़ा देती है। शराब के सेवन के कारण लिवर के कैंसर का जोखिम सबसे अधिक देखा गया है। महिलाओं में सबसे अधिक देखे जा रहे स्तन कैंसर के मामलों के लिए भी शराब के सेवन की आदत को प्रमुख कारणों में से एक माना जाता रहा है। स्वास्थ्य विशषज्ञ सभी लोगों को शराब के सेवन से दूरी बनाकर रखने की सलाह देते हैं।
बढ़ता मोटापा भी बड़ा खतरा
शोधकर्ताओं ने पाया है कि शरीर में फैट का असामान्य रूप से एकत्रित होते रहना कैंसर के उच्च जोखिम कारकों में से एक है। मोटापा ग्रस्त लोगों में कैंसर का जोखिम अन्य की तुलना में अधिक देखा गया है। अन्नप्रणाली, अग्न्याशय, बृहदान्त्र, मलाशय, स्तन, किडनी और पित्ताशय के कैंसर के विकसित होने के लिए मोटापे को एक बड़े कारक के तौर पर माना जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को मोटापे को नियंत्रित करने की सलाह देते हैं।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुझाव के आधार पर तैयार किया गया है।
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