National Pollution Control Day 2025: हर साल 2 दिसंबर को देशभर में नेशनल पॉल्यूशन कंट्रोल डे मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना है। दिल्ली-एनसीआर में कई दिनों से वायु प्रदूषण का कहर जारी है। बीत कुछ दिनों से वायु प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम हुआ है लेकिन अभी भी कई जगहों पर AQI 200 के पार बना हुआ है, जो 'खराब' श्रेणी को दर्शाता है।
National Pollution Control Day: दिल्ली-NCR में अभी भी 200 से पार है AQI, भूलकर भी न बरतें ये लापरवाहियां
- AQI 200 Se Adhik Hone Par Kya Karein:लोगों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल नेशनल पॉल्यूशन कंट्रोल डे मनाया जाता है।
- दिल्ली में बीते कुछ दिनों से वायु प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन अभी भी एक्यूआई 200 से अधिक है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बिना मास्क के बाहर निकलना
एक्यूआई 200+ होने पर बिना N95 या N99 मास्क के बाहर निकलना सबसे बड़ी लापरवाही है। PM2.5 कण इतने छोटे होते हैं कि वे फेफड़ों के प्राकृतिक फिल्टर को आसानी से पार कर जाते हैं। मास्क इन खतरनाक सूक्ष्म कणों को प्रभावी ढंग से छानता है। मास्क न पहनने पर ये जहरीले कण सीधे ब्लड फ्लो में मिलकर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और सूजन बढ़ाते हैं।
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उच्च प्रदूषण में बाहर व्यायाम करना
अधिक एक्यूआई में बाहर मॉर्निंग वॉक करना या व्यायाम करना स्वास्थ्य के लिए जहर समान है। व्यायाम के दौरान सांस लेने की दर और गहराई बढ़ने से फेफड़ों तक पहुंचने वाले प्रदूषकों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है। यह प्रदूषण-युक्त सांस सीधे हृदय पर अतिरिक्त तनाव डालती है और अस्थमा अटैक या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा देती है।
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घर के अंदर धूम्रपान या कुछ जलाना
घर के अंदर प्रदूषण का स्तर बढ़ाने वाली चीजें, जैसे धूपबत्ती, अगरबत्ती, मच्छर भगाने वाली कॉइल, या धूम्रपान करना, जहरीला धुआं पैदा करता है। बंद कमरे में ये कण तेजी से जमा होते हैं और सांस के जरिए खून में प्रवेश करते हैं। घर के अंदर हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
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सर्दियों में कम प्यास लगने के कारण पानी कम पीना भी एक बड़ी गलती है। डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) से श्वसन मार्ग की म्यूकोसा झिल्ली सूख जाती है। सूखी झिल्ली प्रदूषकों और वायरस को फिल्टर करने में कम प्रभावी होती है, जिससे संक्रमण और सांस की समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए पूरे दिन में कम से कम 7-8 गिलास पानी जरूर पीएं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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