डिफेंस एक्सपो: इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम पर रहेगी अधिकारियों की नजर
डिफेंस एक्सपो में इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम पर अधिकारियों की नजर रहेगी। इसी तरह मिसाइल लेकर उड़ान भरने वाला ड्रोन हेरॉन टीपी भी आकर्षण का केंद्र होगा। इसमें वायुसेना निवेश भी कर रही है। एक्सपो में आ रही ऐसी ही उन्नत तकनीकियों की बारीकियां परखी जाएंगी। डिफेंस एक्सपो में अमेरिका, ब्रिटेन, यूक्रेन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, इटली, इजराइल समेत 60 से अधिक देशों की रक्षा निर्माण क्षेत्र से जुड़ी डेढ़ सौ कंपनियां शामिल हो रही हैं।
ये कंपनियां अपने उत्पादों को लेकर आ रही हैं। इसी क्रम में इजराइल एरोस्पेस इंडस्ट्री की ओर से मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (एमआरएसएएम) को लाया जा रहा है। यह बेहद पुख्ता व मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम है। इसकेअतिरिक्त लड़ाकू व खतरनाक ड्रोन सिस्टम ‘हेरॉन टीपी’ भी लाया जा रहा है।
खास बात यह है कि मिसाइल को लेकर उड़ान भरने वाले इस ड्रोन सिस्टम में इंडियन एयरफोर्स निवेश भी कर रही है। चार सौ मिलियन की लागत से दस ड्रोन खरीदने की तैयारी है। इसी क्रम में बोइंग की ओर से चिनूक का मॉडल लगाया जाएगा। यह हेलीकॉप्टर 1965 में वियतनाम युद्घ के दौरान पहली बार इस्तेमाल किया गया था। ऐसे ही फाइटर जेट एफ-21, एफ-18, सुपरहॉर्नेट, केसी-46 टैंकर, अपाचे के मॉडल भी लगाए जाएंगे।
ऐसी है ‘रोमियो’ की ताकत
वहीं लॉकहीड मार्टिन मल्टी मिशन मैरिटाइम हेलीकॉप्टर एमएच-60 रोमियो लाया जा रहा है। समुद्र में दुश्मनों की कब्र खोदने में यह हेलीकॉप्टर अहम रोल निभाता है। इस हेलीकॉप्टर की ताकत के दीवानगी अलग है। आईएल एरोस्पेस टॉपगन की तरफ से अनमैन्ड एरियल सिस्टम, अनमैन्ड मेरीटाइम पेट्रोल, यूनिफाइड कंट्रोल सिस्टम और लोरा मिसाइल का मॉडल जाएगा।
इस मिसाइल की रेंज 90 से 300 किमी. तक होती है और लॉन्चिंग से दस मिनट के भीतर ही दुश्मनों का खात्मा कर देती है। ऐसे ही हारोप ग्राउंड बेस लॉन्चर भी लाया जा रहा है।
कॉकपिट में बैठने का मौका
एक ओर जहां एक्सपो में दर्शक फ्लाइंग डिस्प्ले में वायुसेना केलड़ाकू जहाजों की ताकत देखेंगे। वहीं दूसरी ओर वह कॉकपिट में बैठकर जहाज उड़ाने का आनंद भी ले सकेंगे। इसके लिए एक्सपो में सिमुलेटर लगाए जा रहे हैं। एचएएल की ओर से लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई के कॉकपिट का सिमुलेटर लगाया जा रहा है।
ऐसे ही बोइंग की तरफ से एफए-18 सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट का सिमुलेटर भी लगेगा। ऐसे ही युद्धस्थल के लिए फायरिंग रेंज का सिमुलेटर रिवर फ्रंट व वृंदावन स्थल, दोनों जगहों पर रहेगा।