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Tech Tips: कंटेंट इंसान ने लिखा है या AI ने, कैसे करें चेक? यहां जानें कंटेंट वेरिफाई करने के कुछ आसान टिप्स
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Mon, 07 Jul 2025 11:24 AM IST
सार
AI Generated Conent: ChatGPT जैसे AI टूल्स की मदद से कंटेंट बनाना अब आम हो गया है, लेकिन क्या आप पहचान सकते हैं कि कोई टेक्स्ट इंसान ने लिखा है या एआई टूल ने? कंटेंट का सच सामने लाने में कुछ टूल्स बहुत काम आते हैं।
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ऐसे चेक करें एआई कंटेंट
- फोटो : AI
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आज के समय में लाखों लोग कंटेंट लिखवाने के लिए चैटजीपीटी जैसे AI टूल्स की मदद ले रहे हैं। स्टूडेंट्स से लेकर कई प्रोफेशनल एक अच्छा कंटेंट लिखने के लिए AI कंटेंट जनरेटिंग टूल्स का सहारा ले रहे हैं। इससे समय और मेहनत की बचत होती है, लेकिन एक नई चिंता भी सामने आई है। AI जनरेटेड कंटेंट व्यक्तिगत क्षमताओं और सोचने के तौर-तरीकों को सामने नहीं आने देता, जिससे ये पता नहीं चलता कि वह व्यक्ति कितना काबिल है। आजकल इस समस्या से हायरिंग करने वाली कंपनियां सबसे ज्यादा परेशान हैं, जिन्हें असाइनमेंट जमा करने वाले कैंडिडेट की असली क्षमताएं पता नहीं लग पातीं।
एआई देता है समाधान
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अगर कोई हमें ChatGPT से लिखा हुआ कंटेंट दे, तो कैसे पता लगाएं कि वह कंटेंट असली है या AI जनरेटेड? एआई ने इस समस्या को खड़ा किया है तो इसका समाधान भी वही दे रहा है। यहां हम आपको बता रहें हैं कि आप ChatGPT से लिखे गए कंटेंट को कैसे वेरिफाई कर सकते हैं।
कंटेंट पहचानने के ये AI टूल्स करें इस्तेमाल
अब ऐसे कई AI टूल्स मौजूद हैं जो यह पहचान सकते हैं कि कोई टेक्स्ट इंसान ने लिखा है या इसके पीछे AI का हाथ है। Originality.ai, GPTZero, Copyleaks AI Content Detector, Sapling AI Detector और Writer.com जैसे AI टूल्स टेक्स्ट का गहराई से विश्लेषण करके यह बता सकते हैं कि उसमें ह्यूमन टच है या नहीं। आपको बस कंटेंट को कॉपी-पेस्ट करना है और ये आपको बता देंगे कि कंटेंट किसने लिखा है।
डेटा और फैक्ट्स भी जांचना जरूरी
चैटजीपीटी के फाउंडर सैम ऑल्टमैन ने खुद कहा था कि एआई हैलुसिनेट करता है। यानी कई बार ये गलत फैक्ट्स पेश करता है या उनका मतलब बदल देता है। इस वजह से एआई के द्वारा जुटाए गए फैक्ट्स पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता। ऐसे में कंटेंट में यदि किसी रिपोर्ट, रिसर्च या वेबसाइट का हवाला दिया गया है, तो उसे इंटरनेट पर क्रॉस चेक करें और देखें कि वह जानकारी कितनी सही है।
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- फोटो : अमर उजाला
प्लेजरिज्म चेक करें
फैक्ट चेक करने के अलावा प्लेजरिज्म चेक करना भी बेहद जरूरी है। AI कंटेंट आमतौर पर ओरिजिनल होता है, लेकिन कई बार इंटरनेट पर पहले से मौजूद कंटेंट की लाइनें कॉपी कर लेता है। आप प्लेजरिज्म चेक करने के लिए Grammarly, Quetext और Turnitin जैसे टूल्स की मदद ले सकते हैं।
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