पड़ोसी जिले फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप फैला हुआ है, इसके बाद भी आगरा का प्रशासन शहर की सफाई व्यवस्था में गंभीरता नहीं बरत रहा है। आगरा में भी डेंगू पैर पसार रहा है। शुक्रवार को पांच मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई जिसमें दो आगरा के हैं। अब तक शहर में पांच मरीज मिल चुके हैं। इसके अलावा वायरल के मरीजों से अस्पताल भरे पड़े हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के वार्डों के सभी 270 बेड भर चुके हैं और कॉलेज प्रशासन ने 38 बेड बढ़ाए हैं।
फिरोजाबाद बुखार में तप रहा है। सरकारी अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं। एक बेड पर तीन-तीन मरीज लेटे हैं। अब तक 79 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिनमें 60 से अधिक बच्चे हैं। डेंगू भी पैर पसार चुका है। मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। हर ओर मातम का माहौल है। लोग निकटवर्ती जिलों में रिश्तेदारों के यहां शरण ले रहे हैं। बच्चों की जान बची रहे, इस कारण उन्हें ननिहाल छोड़ कर आ रहे हैं। आगरा भी इससे अछूता नहीं है। टूंडला के निकट एत्मादपुर में भी बुखार की आहट सुनाई दी है।
फिरोजाबाद में बीमारी फैलने का एक मात्र कारण गंदगी की मार और प्रशासनिक चूक है। आगरा में भी गंदगी के हालात कुछ ऐसे ही हैं। घनी आबादी वाले इलाकों में नालियां बजबजा रही हैं। महीनों से झाड़ू नहीं लगी है। तमाम इलाकों में घरों से कचरा नहीं उठाया जा रहा है। खाली प्लॉटों को लोगों ने डलाबघर बना दिया है। जलभराव में मच्छर पनप रहे हैं। साफ-सफाई, स्वास्थ्य सेवाएं और जल निकासी को लेकर अगर अभी नहीं संभले तो आगरा को फिरोजाबाद बनने में देर नहीं लगेगी।
भगवान टॉकीज चौराहे पर
यहां स्थापित सरकारी डस्टबिन पूरी तरह से भरा हुआ है। कूड़ा बाहर पड़ा है। आसपास के लोगों ने बताया कि कई दिनों से कूड़ा उठाने वाली गाड़ी नहीं आई है। एक बार तो यहां कूड़े में किसी ने आग भी लगा दी थी।
बोदला (बैनारा फैक्टरी के पास)
यह इलाका हमेशा से ही उपेक्षित है। मिश्रित आबादी वाले इस क्षेत्र की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे है। यहां अकसर ही कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। करीब छह साल पहले यहां वायरल तेजी से फैला था।
शहर का पॉश क्षेत्र बाग फरजाना
शहर का यह पॉश इलाका भी गंदगी की मार झेल रहा है। मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए दवाई का छिड़काव भी नहीं कराया गया है। क्षेत्रीय लोग बताते हैं कि यहां जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं।
गुरुद्वारा गुरु का ताल के पास
यहां कुछ दूरी पर ही कूड़ेदान रखा गया था, लेकिन नियमित उठान न होने के कारण कूड़दान भर जाता है और गंदगी सड़क पर पड़ी रहती है। गंदगी के कारण यहां बीमारियां फैलने की आशंका है।
एसएन मेडिकल कॉलेज परिसर
एसएन मेडिकल कॉलेज परिसर में ही सफाई की स्थिति बहुत खराब है। यहां गंदा पानी जमा हुआ है। इस कारण मच्छर पनप रहे थे। आठ मंजिला इमारत और स्त्री रोग विभाग के सामने जमे पानी में बदबू आने लगी है। लोगों का यहां से निकलना मुश्किल हो गया है।
चलेगा विशेष सफाई अभियान
नगर आयुक्त निखिल टी. फुंडे ने कहा कि डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए विशेष सफाई अभियान की शुरूआत की जा रही है। हर सेनेटरी इंस्पेक्टर अपने क्षेत्र में कचरा, जलभराव, नाला सफाई पर ध्यान देंगे। फॉगिंग और एंटी लार्वा का रोस्टर बनाया गया है, हर दिन 14 वार्डों में एंटी लार्वा छिड़कवा रहे हैं।