यूपी के बुलंदशहर स्थित बीबीनगर थाना क्षेत्र के गांव परतापुर में गत आठ सितंबर की रात को हुई ओमपाल की मौत ने तब नया मोड़ ले लिया, जब उनकी भतीजी ने दो दिन बाद बुधवार को परिजनों से कहा कि चाचा की हत्या चाची और ताऊ के बेटे ने मिलकर की है। जिसके बाद मृतक ओमपाल के भाई ने थाने पर मृतक की पत्नी व बड़े भाई के पुत्र के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने दोनों नामजद को जब हिरासत में लिया तो उन्होंने हत्या करने की बात कबूल कर ली है। पुलिस ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
भतीजे के प्यार में अंधी चाची: 'चाचा को हार्ट अटैक नहीं आया, मर्डर हुआ है', भतीजी ने देखा था दोनों को गला दबाते
संवाद न्यूज एजेंसी, बुलंदशहर
Published by: विकास कुमार
Updated Thu, 11 Sep 2025 10:52 PM IST
सार
चाचा की मौत के बाद से करन सिंह की 12 वर्षीय पुत्री गुमसुम रहने लगी। बुधवार को जब परिजनों ने उससे गुमसुम रहने का कारण पूछा तो उसने कहा कि ओमपाल चाचा की हत्या की गई है। बच्ची ने बताया कि घटना वाली रात वह भी ओमपाल चाचा के घर पर ही सोने के लिए गई थी। देर रात में जब उसकी आंख खुलीं तो देखा कि उसकी चाची प्रीति ने चाचा ओमपाल के हाथ पकड़े हुए थे और ताऊ के बेटे अभय (जो खुद ओमपाल का ही सगा भतीजा है) ने चाचा का चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी थी।
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