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गोरखपुर हत्याकांड: मनीष की हत्या के बाद गांव में छिपा था आरोपी इंस्पेक्टर, पुलिस के पहुंचने से पहले हुए फरार

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर Published by: प्रभापुंज मिश्रा Updated Sat, 09 Oct 2021 01:40 PM IST
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Gorakhpur massacre: After the murder of Manish, accused inspector was hiding in village
आरोपी जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा। (फाइल फोटो) - फोटो : अमर उजाला।
मनीष हत्याकांड के आरोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह समेत छह पुलिसकर्मी लगातार पुलिस को चकमा देकर निकल जा रहे हैं। हत्याकांड के बाद इंस्पेक्टर तीन दिन तक अपने पैतृक गांव में रहा, लेकिन दबिश के पहले ही वह फरार हो गया। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि दबिश से पहले ही सूचना लीक हो गई। ऐसे में गोरखपुर पुलिस के कार्यशैली पर भी सवाल उठ गए हैं। दरअसल, गोरखपुर पुलिस के हाथों से बार-बार निकलने पर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने शहर से छह टीमेें गठित कर आरोपियों के पैतृक निवास व उनके रिश्तेदारों के यहां दबिश डालने के लिए भेजी थीं। इनमें से एक टीम हत्यारोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह के अमेठी स्थित मुसाफिरखाना थानाक्षेत्र के गांव नारा पहुंची। परिजनों ने इंस्पेक्टर के बारे में जानकारी न होने की बात कही, लेकिन जब पुलिस टीम ने गांव के लोगों से पूछताछ की तो सामने आया कि 29 सितंबर से तीन अक्तूबर तक इंस्पेक्टर गांव में ही मौजूद था। घर से बहुत कम निकलता था।
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Gorakhpur massacre: After the murder of Manish, accused inspector was hiding in village
मनीष हत्याकांड। - फोटो : अमर उजाला।
इस बीच उसकी तलाश में कोई भी पुलिस टीम गांव नहीं आई। उसके गांव से फरार होने के बाद पुलिस की दबिश पड़ी थी। इससे साफ  हो गया है कि दबिश डालने वाली गोरखपुर पुलिस भी आरोपी इंस्पेक्टर से मिली हुई थी, और दबिश की सूचना लीक की गई।

 
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Gorakhpur massacre: After the murder of Manish, accused inspector was hiding in village
मनीष गुप्ता हत्याकांड। - फोटो : अमर उजाला।
60 से ज्यादा स्थानों पर दबिश, फिर भी हाथ खाली
पुलिस कमिश्नर की ओर से भेजी गई छह टीमों ने 24 घंटे में 60 से ज्यादा स्थानों पर दबिश दी, मगर कहीं से भी कोई सफलता हाथ नहीं लगी। टीमों ने फरार छह आरोपियों के गांवों और उनके रिश्तेदारों के यहां भी दबिश डाली। टीमों ने अमेठी, बलिया के नरही, जौनपुर के बक्सा, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर में कई संभावित ठिकानों पर दबिशें दी लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। 

 
Gorakhpur massacre: After the murder of Manish, accused inspector was hiding in village
मनीष गुप्ता हत्याकांड के मामले में जांच करती एसआईटी। - फोटो : अमर उजाला।
गोरखपुर में हुए मनीष गुप्ता हत्याकांड में फरार छह पुलिसकर्मियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। एसटीएफ और पुलिस की टीमें आरोपियों की तलाश में छह जिलों में लगातार दबिश दे रही हैं। फिलहाल अभी तक किसी का सुराग नहीं लगा है।

 
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Gorakhpur massacre: After the murder of Manish, accused inspector was hiding in village
मनीष गुप्ता हत्याकांड के मामले में जांच करती एसआईटी। - फोटो : अमर उजाला।
डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने शुक्रवार को आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह निवासी मुसाफिरखाना, अमेठी, तत्कालीन एसआई अक्षय कुमार मिश्रा निवासी नरही बलिया, एसआई विजय यादव निवासी बक्सा, जौनपुर, एसआई राहुल दुबे निवासी कोतवाली देहात, मिर्जापुर, मुख्य आरक्षी कमलेश सिंह यादव निवासी थाना परिसर गाजीपुर, आरक्षी प्रशांत कुमार निवासी सैदपुर, गाजीपुर पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। 
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