देश के सबसे बड़े मरुस्थलीय क्षेत्र थार और ब्लूचिस्तान के गर्म क्षेत्र से आने वाली पछुवा हवाएं और सूरज की सीधी पड़ने वाली किरणों की वजह से सोमवार को चमड़ी झुलसाने वाली गर्मी पड़ी। मौसम विभाग के अनुसार प्री मानसूनी बारिश की कोई उम्मीद न होने से भीषण गर्मी का सिलसिला 12 अप्रैल तक चल सकता है। अप्रैल की पहली छमाही में अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी इस बार रिकॉर्ड तक पहुंच सकते हैं।
इस बीच सोमवार को अधिकतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 40.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम पारा एक दिन पहले की तरह 16 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि आठ अप्रैल तक हीट वेव का सिलसिला चलेगा।
मौसम विभाग ने दिन में 11 बजे से लेकर दो बजे तक के समय को सबसे ज्यादा गंभीर बताया है। इस बीच तापमान 40 से बढ़कर 42 डिग्री के बीच रह सकता है। इस दौरान गर्म हवाओं के तेज चलने की वजह से दिक्कत बढ़ सकती है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार बारिश नहीं होने की वजह से अभी धूल भरी आंधियां भी नहीं चल रही हैं। तापमान अगले कुछ दिनों तक लगातार बढ़ेगा। दोपहर के समय बाहर निकलने में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार कानपुर मंडल सहित मध्य और पश्चिमी यूपी के अलावा उत्तरी राजस्थान में अप्रैल की पहली छमाही के दौरान प्री मानसून गतिविधि की कोई उम्मीद नहीं है। इस बीच कमजोर पश्चिमी विक्षोभ का असर हिमालय तक पहुंच सकते हैं, लेकिन वे पहाड़ियों पर बारिश जैसी कोई गतिविधि अभी नहीं होगी।
इस बीच बलूचिस्तान, मध्य पाकिस्तान और थार रेगिस्तान से शुष्क हवाएं प्रदेश में जारी रहेंगी। इससे लू चलेगी।
पिछले वर्ष का सर्वाधिक पारा
42.5 डिग्री सेल्सियस (29 अप्रैल को)