आषाढ़ माह खत्म होने वाला है और सावन महीने की तैयारियां होने लगी हैं। महादेव की नगरी काशी में सावन का अपना ही महत्व है। कंधे पर कांवड़ लिए दूर-दूर से भक्त काशी विश्वनाथ का दर्शन करने और जल चढ़ाने आते हैं। इस बार 17 जुलाई 2019 से शुरू होने वाले सावन मेले को लेकर प्रसाशन ने भी अपनी कमर कस ली है। शिवभक्तों के लिए इस साल काफी तैयारियां हो रही हैं। पढ़ें आगे की स्लाइड्स में...
दिव्य कुंभ की तरह होंगी सावन मेले की व्यवस्थाएं, 5 क्विंटल फूलों से सजेगा काशी विश्वनाथ मंदिर
शुक्रवार को वाराणसी में मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय ने बैठक ली। उन्होंने कहा कि दिव्य कुंभ और प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तरह ही सावन मेले को भव्य रूप देकर संपन्न कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिव्य कुंभ की तरह पूरे परिक्षेत्र में साफ सफाई, जनसुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था हो और प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तरह शिवभक्तों का स्वागत किया जाए। सड़क मरम्मत, पेयजल, विद्युत सहित सुरक्षा व्यवस्था आदि कार्यों को 15 जुलाई तक पूरा करा लिया जाए।
सावन मेले की तैयारी के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर की सजावट पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। एसडीएम विनोद कुमार सिंह के मुताबिक प्रतिदिन मंदिर परिसर को सजाया जाएगा। वहीं, सोमवार को पांच क्विंटल फूलों की मालाओं से पूरा मंदिर परिसर सजाया जाएगा। साथ ही शिवभक्तों के लिए बैरिकेडिंग से लेकर मंदिर के अंदर तक रेड कारपेट बिछाई जाएगी।
साइनेज लगाकर किया जाएगा डायवर्जन का प्रचार :
मुख्य सचिव ने प्रयागराज से वाराणसी के मार्गों पर कराए जाने वाले रूट डायवर्जन की सूचना के लिए जगह-जगह साइनेज लगवाने का निर्देश दिया। उन्होंने एनएचआई, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कांवर मार्ग से संबंधित अपने-अपने क्षतिग्रस्त सड़कों का स्थलीय निरीक्षण कर 15 जुलाई तक ठीक करने को कहा। वाराणसी शहर में टेंगरा मोड़ चौराहा, टेंगरा मोड़ से डाफी तक, राजातालाब अंडरपास एवं मोहनसराय से कछवा मार्ग को तत्काल दुरुस्त कराए जाने हेतु एनएचआई के अभियंता को निर्देशित किया। इसी प्रकार गोलगड्डा तिराहा, जलालीपुरा क्रॉसिंग, जीवनाथपुर, दुर्गाकुंड चौराहा, बीएचयू-नरिया मार्ग, लंका, आकाशवाणी- महमूरगंज मार्ग, सिगरा चौराहा, कैंट-सिगरा मार्ग, अंधरापुल से कैंट मार्ग, रोडवेज के पास, आशापुर से काली माता मंदिर, अमरा-आखरी से भिखारीपुर तक तथा चौकाघाट से अंधरापुल तक मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया।
तीन शिफ्टों में होगी शहर की सफाई :
मुख्य सचिव ने कहा कि शहर के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं प्रमुख शिवालयों के आसपास साफ-सफाई के चाक-चौबंद इंतजाम सुनिश्चित की जाए। इसके लिए सफाई कर्मियों की 24 घंटे की 8-8 घंटे के शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाए।