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Tech Tips: नया स्मार्टफोन खरीदते ही ऑन कर लें ये 5 प्राइवेसी सेटिंग्स, नहीं तो हो सकता है बड़ा नुकसान
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Tue, 17 Jun 2025 07:01 AM IST
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सार
अगर आप स्मार्टफोन यूजर हैं और आपने इसकी प्राइवेसी सेटिंग्स ठीक से नहीं की हैं, तो आपकी पर्सनल डिटेल्स खतरे में पड़ सकती हैं। जानिए 5 ऐसी जरूरी सेटिंग्स जो आपको तुरंत अपने मोबाइल में बदलनी चाहिए।

स्मार्टफोन में जरूर करें ये 5 सेटिंग्स
- फोटो : AI
विस्तार
आज के समय में स्मार्टफोन हर इंसान की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। चाहे चैटिंग करनी हो, बैंकिंग से जुड़े काम हों, ऑनलाइन शॉपिंग करनी हो या सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना हो, हर काम अब फोन पर होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपका यही फोन आपकी प्राइवेसी में सेंध का कारण बन सकता है? अगर आपकी डिवाइस की सुरक्षा सेटिंग्स अपडेट नहीं हैं, तो आपकी निजी जानकारी साइबर अपराधियों के हाथ लग सकती है। अपने स्मार्टफोन में ये 5 सिक्योरिटी सेटिंग्स आज ही कर लें।
1. एप्स के अनचाहे परमिशन पर लगाएं ब्रेक
जब भी हम कोई नया एप इंस्टॉल करते हैं, तो अक्सर उसे बिना पढ़े कैमरा, माइक, कॉन्टैक्ट्स या लोकेशन की परमिशन दे देते हैं। यही लापरवाही आपकी पर्सनल डिटेल्स को खतरे में डालती है। इस खतरे से बचने के लिए फोन की सेटिंग्स में जाकर एप्स के परमिशन सेक्शन को चेक करें। देखें कि कौन सा एप क्या एक्सेस कर रहा है और अनावश्यक एक्सेस को तुरंत हटा दें।
यह भी पढ़ें: भारत के 5 खतरनाक ड्रोन जिनसे कांपते हैं दुश्मन, चीन-अमेरिका तक रहते हैं सतर्क
2. हर वक्त लोकेशन न रखें ऑन
आपका फोन लगातार लोकेशन ट्रैक कर रहा है, तो इसका फायदा कई थर्ड पार्टी एप्स उठा सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि लोकेशन फीचर को "ऑलवेज ऑन" की बजाय "ऑन डिमांड" रखें। सेटिंग्स में जाकर लोकेशन ऑप्शन में इसे जरूरत के हिसाब से एक्टिव करें। इससे आपकी रियल टाइम ट्रैकिंग से जुड़े खतरे काफी हद तक कम हो जाएंगे।
3. गूगल और फेसबुक की एक्टिविटी ट्रैकिंग को करें बंद
Google और Facebook जैसी कंपनियां यूजर्स की सर्च हिस्ट्री, ब्राउजिंग पैटर्न और एप यूसेज की आदतों को लगातार ट्रैक करती हैं। इससे निजता का उल्लंघन हो सकता है। इसे रोकने के लिए Google अकाउंट की सेटिंग्स में जाकर 'Data & Privacy' सेक्शन चुनें और ‘Web & App Activity’ को बंद करें। फेसबुक यूजर्स 'Off-Facebook Activity' को बंद करके अपने डेटा को थर्ड पार्टी एक्सेस से बचा सकते हैं।
यह भी पढ़ें: वेबसाइट और वेब पोर्टल में क्या फर्क है? जिसने जान लिया वो कहलाएगा प्रो!
4. फोन और एप्स में मजबूत लॉक सिस्टम जरूरी
अगर आपका फोन कभी खो जाए या चोरी हो जाए, तो अनलॉक डिवाइस आपकी जिंदगी का एक्सेस किसी और को दे सकता है। इससे बचाव के लिए आपको मजबूत लॉक जैसे पैटर्न, पासकोड या फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही WhatsApp, Gallery और बैंकिंग एप्स में अलग से एप लॉक लगाना भी आपकी डिजिटल सुरक्षा को और मजबूत बनाता है। इसके अलावा लॉक स्क्रीन में सेटिंग्स एप ड्रॉवर को बंद कर दें ताकि फोन खोने पर कोई डेटा और सिम एक्सेस बंद न कर पाए। इसके अलावा, फोन को स्विच ऑफ करने के लिए पासकोड लगा दें ताकि फोन खोने पर उसे कोई स्विच ऑफ भी न कर पाए।
यह भी पढ़ें: चैटजीपीटी पर न करें हद से ज्यादा भरोसा, इन 5 जानकारियों को शेयर करना पड़ सकता है भारी
5. फ्री Wi-Fi के लालच बन सकता है आफत
आजकल एयरपोर्ट, मॉल और कैफे जैसी जगहों पर फ्री Wi-Fi मिलना आम है, लेकिन यह सुविधा आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। पब्लिक नेटवर्क पर बैंकिंग ट्रांजैक्शन या निजी जानकारी शेयर करना बेहद जोखिम भरा है। अगर पब्लिक वाई-फाई इस्तेमाल करना ही है, तो VPN के जरिए कनेक्ट होकर ही सुरक्षित इंटरनेट ब्राउज़िंग करें।
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1. एप्स के अनचाहे परमिशन पर लगाएं ब्रेक
जब भी हम कोई नया एप इंस्टॉल करते हैं, तो अक्सर उसे बिना पढ़े कैमरा, माइक, कॉन्टैक्ट्स या लोकेशन की परमिशन दे देते हैं। यही लापरवाही आपकी पर्सनल डिटेल्स को खतरे में डालती है। इस खतरे से बचने के लिए फोन की सेटिंग्स में जाकर एप्स के परमिशन सेक्शन को चेक करें। देखें कि कौन सा एप क्या एक्सेस कर रहा है और अनावश्यक एक्सेस को तुरंत हटा दें।
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2. हर वक्त लोकेशन न रखें ऑन
आपका फोन लगातार लोकेशन ट्रैक कर रहा है, तो इसका फायदा कई थर्ड पार्टी एप्स उठा सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि लोकेशन फीचर को "ऑलवेज ऑन" की बजाय "ऑन डिमांड" रखें। सेटिंग्स में जाकर लोकेशन ऑप्शन में इसे जरूरत के हिसाब से एक्टिव करें। इससे आपकी रियल टाइम ट्रैकिंग से जुड़े खतरे काफी हद तक कम हो जाएंगे।
3. गूगल और फेसबुक की एक्टिविटी ट्रैकिंग को करें बंद
Google और Facebook जैसी कंपनियां यूजर्स की सर्च हिस्ट्री, ब्राउजिंग पैटर्न और एप यूसेज की आदतों को लगातार ट्रैक करती हैं। इससे निजता का उल्लंघन हो सकता है। इसे रोकने के लिए Google अकाउंट की सेटिंग्स में जाकर 'Data & Privacy' सेक्शन चुनें और ‘Web & App Activity’ को बंद करें। फेसबुक यूजर्स 'Off-Facebook Activity' को बंद करके अपने डेटा को थर्ड पार्टी एक्सेस से बचा सकते हैं।
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4. फोन और एप्स में मजबूत लॉक सिस्टम जरूरी
अगर आपका फोन कभी खो जाए या चोरी हो जाए, तो अनलॉक डिवाइस आपकी जिंदगी का एक्सेस किसी और को दे सकता है। इससे बचाव के लिए आपको मजबूत लॉक जैसे पैटर्न, पासकोड या फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही WhatsApp, Gallery और बैंकिंग एप्स में अलग से एप लॉक लगाना भी आपकी डिजिटल सुरक्षा को और मजबूत बनाता है। इसके अलावा लॉक स्क्रीन में सेटिंग्स एप ड्रॉवर को बंद कर दें ताकि फोन खोने पर कोई डेटा और सिम एक्सेस बंद न कर पाए। इसके अलावा, फोन को स्विच ऑफ करने के लिए पासकोड लगा दें ताकि फोन खोने पर उसे कोई स्विच ऑफ भी न कर पाए।
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5. फ्री Wi-Fi के लालच बन सकता है आफत
आजकल एयरपोर्ट, मॉल और कैफे जैसी जगहों पर फ्री Wi-Fi मिलना आम है, लेकिन यह सुविधा आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। पब्लिक नेटवर्क पर बैंकिंग ट्रांजैक्शन या निजी जानकारी शेयर करना बेहद जोखिम भरा है। अगर पब्लिक वाई-फाई इस्तेमाल करना ही है, तो VPN के जरिए कनेक्ट होकर ही सुरक्षित इंटरनेट ब्राउज़िंग करें।