यूपी चुनाव 2022: आगरा में प्रत्याशियों ने अब तक जमा नहीं किया चुनाव खर्च का रजिस्टर, सात अप्रैल को आखिरी मौका
आगरा जिले की सभी विधानसभा सीटों पर पहले चरण में चुनाव संपन्न हुआ था, लेकिन अब तक 37 प्रत्याशियों ने खर्च का ब्योरा नहीं दिया है।

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आगरा में प्रत्याशी अब तक चुनाव खर्च का ब्योरा नहीं जमा कर सकेंगे। सात अप्रैल को उन्हें अंतिम अवसर मिलेगा। उस दिन प्रत्याशियों के खर्च का ऑडिट होगा। साथ ही जिन प्रत्याशियों ने ब्योरा नहीं दिया है उनकी रिपोर्ट आयोग को भेजी जाएगी। इसके अलावा आयोग द्वारा निर्धारित वस्तुओं की कीमत में गड़बड़ियों की जांच होगी। गड़बड़ियों पर भी नोटिस जारी किए जाएंगे।

जिले की नौ विधानसभा क्षेत्रों में 107 प्रत्याशी हैं। जिनमें 70 प्रत्याशियों ने खर्च रजिस्टर जमा किया है। 37 प्रत्याशियों ने खर्च का ब्योरा नहीं दिया। मुख्य कोषाधिकारी एवं व्यय लेखा प्रभारी बृज विहारी कुशवाह का कहना है कि अब फाइनल ऑडिट सात अप्रैल को होगा। उससे पहले अब प्रत्याशी खर्च का ब्योरा जमा नहीं कर सकता।
सात अप्रैल को फाइनल ऑडिट
मतगणना के बाद सात अप्रैल को फाइनल ऑडिट होगा। तब अंतिम अवसर मिलेगा। वस्तुओं की कीमतों में अंतर मिलने पर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। जिसके बाद रिपोर्ट आयोग को भेजी जाएगी। जो प्रत्याशी खर्च का ब्योरा नहीं देंगे उन्हें भविष्य में तीन साल के लिए चुनाव लड़ने से आयोग प्रतिबंधित कर सकता है।
हिसाब डकार गए नेताजी
जनप्रहरी संस्था संयोजक नरोत्तम शर्मा ने प्रत्याशियों के चुनाव खर्च पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्रत्याशियों ने जो हिसाब दिया है उससे अधिक धन खर्च हुआ है। चुनाव में खर्च हुए करोड़ों रुपये की निगरानी नहीं की गई। नेताजी हिसाब डकार गए। जबिक खर्च की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। उन्होंने खर्च की निगरानी के लिए बनी टीमों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं।