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UP: फर्जी फर्मों से करोड़ों की टैक्स चोरी... राज्य कर विभाग ने दर्ज कराए दो मुकदमे, सात कारोबारी नामजद
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Mon, 03 Nov 2025 08:57 AM IST
सार
कागजों पर करोड़ों का कारोबार किया गया। कर चोरी के इस बड़े मामले में सात फर्मों के मालिकों पर केस दर्ज किया गया है।
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- फोटो : फाइल फोटो
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विस्तार
आगरा में फर्जी दस्तावेजों से फर्मों का पंजीकरण कराकर करोड़ों की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। राज्य कर विभाग ने लोहामंडी थाने में दो मुकदमे दर्ज कराए हैं। इनमें कागजों में कारोबार दिखाकर टैक्स चोरी करने वाली सात फर्मों के मालिकों को आरोपी बनाया गया है। रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
राज्य कर अधिकारी अतुल कुमार और प्रशांत कुमार गाैतम ने अलग-अलग दो मुकदमे दर्ज कराए हैं। आरोप लगाया कि विभागीय स्तर पर विभिन्न फर्मों की जांच की गई। दिगनेर के व्यापारी दीपक सोनी की फर्म ओम ट्रेडर्स, पुनिया पाड़ा में संदीप की श्री राम ट्रेडर्स, एमजी रोड पर अंकित कुमार के नाम से आरएस ट्रेडर्स, बेलनगंज में शिव प्रताप की बालाजी ट्रेडर्स, आरामबाग, लाइफ लाइन हास्पिटल के पास स्थित आकाश की आकाश ट्रेडर्स, दीपक की सिंह ट्रेडर्स, कछपुरा में लवकुश की पीके ट्रेडर्स के नाम से फर्मों का पंजीकरण कराया गया था।
इन सभी फर्मों ने करोड़ों रुपये का कारोबारी लेनदेन दिखाया। यह दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के नाम पर करोड़ों रुपये हड़पकर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाया। जांच के दौरान ही जब अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांचा तो पता चला कि फर्मों का पंजीकरण कराने के लिए भी फर्जी दस्तावेज लगाए गए थे। बात सामने आने के बाद अफसरों ने आला अधिकारियों को सूचना दी। निर्देश के बाद पुलिस से शिकायत की। डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि केस दर्ज किए गए हैं। राज्य कर विभाग से सभी दस्तावेज लिए जाएंगे। फर्म संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कई और की चल रही जांच
एसजीएसटी के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 पंकज गांधी ने बताया कि कागजों पर करोड़ों का कारोबार दिखाकर आईटीसी क्लेम लेने के मामले में सात फर्मों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। कई अन्य के खिलाफ भी जांच चल रही है। दस्तावेज जुटाने के बाद उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
राज्य कर अधिकारी अतुल कुमार और प्रशांत कुमार गाैतम ने अलग-अलग दो मुकदमे दर्ज कराए हैं। आरोप लगाया कि विभागीय स्तर पर विभिन्न फर्मों की जांच की गई। दिगनेर के व्यापारी दीपक सोनी की फर्म ओम ट्रेडर्स, पुनिया पाड़ा में संदीप की श्री राम ट्रेडर्स, एमजी रोड पर अंकित कुमार के नाम से आरएस ट्रेडर्स, बेलनगंज में शिव प्रताप की बालाजी ट्रेडर्स, आरामबाग, लाइफ लाइन हास्पिटल के पास स्थित आकाश की आकाश ट्रेडर्स, दीपक की सिंह ट्रेडर्स, कछपुरा में लवकुश की पीके ट्रेडर्स के नाम से फर्मों का पंजीकरण कराया गया था।
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इन सभी फर्मों ने करोड़ों रुपये का कारोबारी लेनदेन दिखाया। यह दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के नाम पर करोड़ों रुपये हड़पकर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाया। जांच के दौरान ही जब अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांचा तो पता चला कि फर्मों का पंजीकरण कराने के लिए भी फर्जी दस्तावेज लगाए गए थे। बात सामने आने के बाद अफसरों ने आला अधिकारियों को सूचना दी। निर्देश के बाद पुलिस से शिकायत की। डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि केस दर्ज किए गए हैं। राज्य कर विभाग से सभी दस्तावेज लिए जाएंगे। फर्म संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कई और की चल रही जांच
एसजीएसटी के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 पंकज गांधी ने बताया कि कागजों पर करोड़ों का कारोबार दिखाकर आईटीसी क्लेम लेने के मामले में सात फर्मों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। कई अन्य के खिलाफ भी जांच चल रही है। दस्तावेज जुटाने के बाद उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।