{"_id":"26590eead0c32075340b4e63af9f41ff","slug":"ias-son-beaten-by-military-police-hindi-news","type":"story","status":"publish","title_hn":"आईएएस पुत्र को सेना पुलिस ने पीटा ","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
आईएएस पुत्र को सेना पुलिस ने पीटा
ब्यूरो, अमर उजाला
Updated Tue, 20 Jan 2015 02:03 AM IST
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भारत सरकार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के बेटे को सोमवार को सदर बाजार में सेना पुलिस के जवानों ने कहासुनी के बाद जमकर पीटा और बंधक बना लिया। एक घंटे बाद उन्हें मुक्त किया। जानकारी मिलने पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। उनके हस्तक्षेप पर जिला अस्पताल में घायल का मेडिकल हुआ। बाद में एसपी सिटी कार्यालय में शिनाख्त परेड हुई। डीआईजी लक्ष्मी सिंह भी वहां पहुंचीं। हालांकि आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी। थाना सदर में सेना पुलिस के 4-5 अज्ञात जवानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
भारत सरकार के अधीन तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शंकर अग्रवाल के बेटे विनायक अग्रवाल झांसी में रहते हैं। विनायक वहां पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के संचालक हैं। सोमवार को वह अपने मित्र टीएन तिवारी के साथ इनोवा कार से दिल्ली जा रहे थे। ग्वालियर रोड से आगरा पहुंचने पर ड्राइवर अजीत ने गाड़ी को सदर बाजार में मोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि कार गलत दिशा में लाने को लेकर अजीत का सेना पुलिस के दो जवानों से कहासुनी हो गई। अजीत गाड़ी को यू टर्न करने लगा। कुछ ही देर में सेना पुलिस के 4-5 जवान पहुंच गए। उन्होंने विनायक और अजीत की पिटाई शुरू कर दी।
टीएन तिवारी ने भागकर खुद को बचाया। आरोप है कि जवानों की पिटाई से विनायक के चेहरे पर चोटें आईं। चालक को चोटे आई हैं। इसके बाद एक घंटे तक वहीं जबरन बैठाए रखा। टीएन तिवारी ने एसएसपी निवास पर पहुंचकर घटना की जानकारी दी। मामला वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के बेटे का होने की जानकारी पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्परता दिखाई। उनकी सूचना पर सदर थाने की पुलिस ने विनायक व अजीत को सेना पुलिस के जवानों के कब्जे से मुक्त कराया। हालांकि पुलिस का कहना है कि जवान उन्हें पहले ही छोड़ चुके थे और वे उन्हें सदर में ही मिल गए। बाद में पुलिस उन्हें जिला अस्पताल ले गई और मेडिकल कराया। इसी बीच एडीएम सिटी राजेश श्रीवास्तव, एसपी सिटी समीर सौरभ, सीओ असीम चौधरी और सेना के अधिकारी भी वहां पहुंचे। बाद में एसपी सिटी आफिस में सेना पुलिस के जवानों को बुलाकर शिनाख्त कराई गई मगर पहचान नहीं हो सकी। चालक अजीत की तहरीर पर मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया है। बाद में विनायक और उनके मित्र को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेजा गया।
आटो से आईजी आफिस पहुंचा मित्र
विनायक की पिटाई होता देखकर कार से उतरकर भागे उनके मित्र टीएन तिवारी ने बाजार में जाकर आटो किया और आईजी आफिस पहुंचे। वहां किसी अधिकारी के न मिलने पर वह आटो चालक की मदद से एसएसपी निवास गए।
सेना से कहा, कार्रवाई करें
डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त कराई जाएगी। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा है कि आरोपी जवानों के खिलाफ कार्रवाई करें।

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भारत सरकार के अधीन तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शंकर अग्रवाल के बेटे विनायक अग्रवाल झांसी में रहते हैं। विनायक वहां पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के संचालक हैं। सोमवार को वह अपने मित्र टीएन तिवारी के साथ इनोवा कार से दिल्ली जा रहे थे। ग्वालियर रोड से आगरा पहुंचने पर ड्राइवर अजीत ने गाड़ी को सदर बाजार में मोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि कार गलत दिशा में लाने को लेकर अजीत का सेना पुलिस के दो जवानों से कहासुनी हो गई। अजीत गाड़ी को यू टर्न करने लगा। कुछ ही देर में सेना पुलिस के 4-5 जवान पहुंच गए। उन्होंने विनायक और अजीत की पिटाई शुरू कर दी।
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टीएन तिवारी ने भागकर खुद को बचाया। आरोप है कि जवानों की पिटाई से विनायक के चेहरे पर चोटें आईं। चालक को चोटे आई हैं। इसके बाद एक घंटे तक वहीं जबरन बैठाए रखा। टीएन तिवारी ने एसएसपी निवास पर पहुंचकर घटना की जानकारी दी। मामला वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के बेटे का होने की जानकारी पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्परता दिखाई। उनकी सूचना पर सदर थाने की पुलिस ने विनायक व अजीत को सेना पुलिस के जवानों के कब्जे से मुक्त कराया। हालांकि पुलिस का कहना है कि जवान उन्हें पहले ही छोड़ चुके थे और वे उन्हें सदर में ही मिल गए। बाद में पुलिस उन्हें जिला अस्पताल ले गई और मेडिकल कराया। इसी बीच एडीएम सिटी राजेश श्रीवास्तव, एसपी सिटी समीर सौरभ, सीओ असीम चौधरी और सेना के अधिकारी भी वहां पहुंचे। बाद में एसपी सिटी आफिस में सेना पुलिस के जवानों को बुलाकर शिनाख्त कराई गई मगर पहचान नहीं हो सकी। चालक अजीत की तहरीर पर मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया है। बाद में विनायक और उनके मित्र को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेजा गया।
आटो से आईजी आफिस पहुंचा मित्र
विनायक की पिटाई होता देखकर कार से उतरकर भागे उनके मित्र टीएन तिवारी ने बाजार में जाकर आटो किया और आईजी आफिस पहुंचे। वहां किसी अधिकारी के न मिलने पर वह आटो चालक की मदद से एसएसपी निवास गए।
सेना से कहा, कार्रवाई करें
डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त कराई जाएगी। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा है कि आरोपी जवानों के खिलाफ कार्रवाई करें।