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UP: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में घटी दिलचस्पी...इसलिए कम हुई संख्या, टेस्ट देने में सता रहा ये डर
संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Published by: अरुन पाराशर
Updated Fri, 09 May 2025 03:52 AM IST
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सार
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या में अचानक से कमी आ गई है। पहले जहां 300 आवेदन आते थे, वह संख्या अब 50 पर सिमट कर रह गई है। इसके पीछे वजह प्रक्रिया में बदलाव माना जा रहा है।

ड्राइविंग लाइसेंस
- फोटो : अमर उजाला

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विस्तार
आगरा में संभागीय परिवहन विभाग (आरटीओ) में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की लोगों में दिलचस्पी कम हो गई है। इसकी वजह टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट को माना जा रहा है। पहले आरटीओ में प्रतिदिन लगभग 300 आवेदन आते थे। अब यह संख्या घटकर सिर्फ 50 तक रह गई है। इस गिरावट का सबसे ज्यादा असर चारपहिया वाहनों के लाइसेंस पर देखा जा रहा है।
आरटीओ के आंकड़ों के मुताबिक दो दिन पहले से अरतौनी में बने ट्रैक पर टेस्ट होना शुरू हुए हैं। इससे पहले आरटीओ कार्यालय में रोजाना करीब 300 आवेदन लाइसेंस के जमा हो रहे थे। टेस्ट के पहले दिन करीब 150 आवेदन आए, लेकिन टेस्ट देने सिर्फ 40 लोग पहुंचे। बुधवार और बृहस्पतिवार को आवेदन की संख्या करीब 50 रही। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एकदम से लाइसेंस का ग्राफ गिरा है।
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आरटीओ के आंकड़ों के मुताबिक दो दिन पहले से अरतौनी में बने ट्रैक पर टेस्ट होना शुरू हुए हैं। इससे पहले आरटीओ कार्यालय में रोजाना करीब 300 आवेदन लाइसेंस के जमा हो रहे थे। टेस्ट के पहले दिन करीब 150 आवेदन आए, लेकिन टेस्ट देने सिर्फ 40 लोग पहुंचे। बुधवार और बृहस्पतिवार को आवेदन की संख्या करीब 50 रही। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एकदम से लाइसेंस का ग्राफ गिरा है।
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अभी तक पुलिस लाइन मैदान पर आवेदक को वाहन चलाकर दिखाना पड़ता था, लेकिन अब उसे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में वाहन चलाना पड़ रहा है। यहां छोटी सी गलती टेस्ट में फेल कर देती है। आरआई उमेश कटियार ने बताया कि नई व्यवस्था लागू होने से कुछ परेशानी खड़ी होती है। इसी वजह से लाइसेंस के आवेदन की संख्या कम हुई है।
बाहरी लोग नहीं करा रहे आवेदन
आरटीओ कार्यालय के बाहर ड्राइविंग लाइसेंस तैयार कराने का ठेका लेने के लिए लोग बैठे रहते हैं। ये बाहरी लोग बिना टेस्ट के पास कराने का दावा करते थे। अब टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट होने के बाद लाइसेंस का कार्य रोक दिया गया है। इस वजह से भी आवेदन की संख्या कम होना माना जा रहा है।
बाहरी लोग नहीं करा रहे आवेदन
आरटीओ कार्यालय के बाहर ड्राइविंग लाइसेंस तैयार कराने का ठेका लेने के लिए लोग बैठे रहते हैं। ये बाहरी लोग बिना टेस्ट के पास कराने का दावा करते थे। अब टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट होने के बाद लाइसेंस का कार्य रोक दिया गया है। इस वजह से भी आवेदन की संख्या कम होना माना जा रहा है।