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Aligarh News: किराये के विवाद में हुई थी आगरा के टेंपो चालक की हत्या
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पुलिस ने रविवार को तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर 11 सितंबर की रात आगरा-अलीगढ़ हाईवे पर हुई टेंपो चालक की हत्या की वारदात का खुलासा किया है। तीनों आरोपी एटा के रहने वाले हैं। पुलिस का कहना है कि किराये के विवाद में टेंपो चालक की हत्या की गई थी।
बीते बृहस्पतिवार की रात गांव गुरसौटी के पास इस्लामनगर टेढ़ी बगिया आगरा निवासी टेंपो चालक सलीम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर रविवार को इस घटना का खुलासा करने का दावा किया है। एसपी हाथरस चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गंदा नाला सलेमपुर सादाबाद रोड से जितेंद्र शर्मा उर्फ नितिन, सूरज और अफसर अली को गिरफ्तार किया है जिनसे हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा, एक खोखा और एक कारतूस बरामद किया है।
एसपी ने बताया कि मृतक के भाई लियाकत अली की तहरीर पर घटना का अज्ञात में मामला दर्ज किया गया था। खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया गया। पुलिस पूछताछ में अफसर ने बताया कि खंदौली से एक ऑटो सादाबाद जा रहा था, जिसको रोक कर तीनों उसमें बैठ गए।
टोल से करीब दो ढाई किमी आगे ऑटो वाले से पूछा कि सादाबाद कितनी दूर है तो उसने बताया की सात-आठ किमी दूर है। किराया पूछा तो उसने बताया कि रात का समय है, 300 रुपये लूंगा। ऑटो वाले की बगल में अफसर ही बैठा था, सूरज पीछे बैठा था। उन्होंने 100 रुपये किराया देने की बात कही, इस पर ऑटो वाला गालीगलौज करने लगा, इनके बीच मारपीट हो गई तो अफसर ने उसे गोली मार दी और तीनों खेतों से होते हुए भाग गए।
नोएडा में बर्गर किंग काम कर चुका
है एक आरोपी, बैग से मिले सुराग
हाथरस। एसपी ने बताया कि हाथरस के अलावा आसपास के जनपदों के करीब करीब 250 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक की गई। जांच में घटनास्थल से करीब 250 मीटर की दूरी पर खेतों की तरफ एक संदिग्ध बैग मिला, जिसमें मिले कागजों से पुलिस को सुराग मिला और कड़ियां जुड़ती गईं।
एसपी ने बताया कि बैग में एक कागज पर बर्गर किंग डीएलएफ मॉल सेक्टर 18 नोएडा लिखा था। एक अन्य कागज पर ऋषभ निवासी बरौली बाजदेवपुर बुलंदशहर व इसी गांव के श्यामला के नाम लिखे थे। श्यामलाल का मोबाइल नंबर भी लिखा मिला। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह नोएडा में सेक्टर 44 छलैरा गांव में रहता है। उसने बताया कि यह सामान उसके दोस्त नितिन का है, जो बर्गर किंग डीएलएफ मॉल सेक्टर-18 में काम करता है। वहां पता चला कि नितिन ने वहां पर 10-15 दिन ही काम किया था। पिछले आठ-10 दिन से काम पर नहीं गया था। इसके बाद पुलिस इनकी तलाश में लग गई। संवाद
अभियुक्त जितेंद्र ने बर्गर बनाने की जॉब छोड़ी
अभियुक्त जितेंद्र शर्मा उर्फ नितिन (25) निवासी ग्राम पौंडरी थाना अवागढ़ जनपद एटा पुलिस को बताया कि उसके माता पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है। दो वर्ष पूर्व गांव छोड़कर वह फरीदाबाद चला गया था। जहां ऑपरेटर की जॉब की। उसके बाद नोएडा में चाचा सूरज के पास आकर रहने लगा था। कुछ दिन बाद सेटर-18 नोएडा में बर्गर किंग में काम किया था। 10-12 दिन बाद आठ सितंबर को नोएडा से अपने गांव आ गए।
जलेसर और आगरा में नहीं कर पाए वारदात
अभियुक्त जितेंद्र ने बताया कि गांव में चाचा सूरज का दोस्त अफसर मिला। तीनों ने मिलकर लूट और वाहन चोरी की साजिश रची, लेकिन कुछ नहीं कर पाए।
घटना वाले दिन तीनों ने लूट करने के इरादे से पौंडरी से जलेसर पहुंचे, वहां कुछ नहीं हो पाया तो बस से आगरा पहुंचे। वहां भी कुछ नहीं हुआ तो खंदौली आए। पैसे खत्म हो चुके थे, केवल 100 रुपये बचे थे। अफसर ने कहा कि हाथरस में मेला है। यहां से बाइक चोरी करने की योजना बनाई थी, लेकिन हाथरस आने के लिए किराया नहीं था।

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बीते बृहस्पतिवार की रात गांव गुरसौटी के पास इस्लामनगर टेढ़ी बगिया आगरा निवासी टेंपो चालक सलीम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर रविवार को इस घटना का खुलासा करने का दावा किया है। एसपी हाथरस चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गंदा नाला सलेमपुर सादाबाद रोड से जितेंद्र शर्मा उर्फ नितिन, सूरज और अफसर अली को गिरफ्तार किया है जिनसे हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा, एक खोखा और एक कारतूस बरामद किया है।
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एसपी ने बताया कि मृतक के भाई लियाकत अली की तहरीर पर घटना का अज्ञात में मामला दर्ज किया गया था। खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया गया। पुलिस पूछताछ में अफसर ने बताया कि खंदौली से एक ऑटो सादाबाद जा रहा था, जिसको रोक कर तीनों उसमें बैठ गए।
टोल से करीब दो ढाई किमी आगे ऑटो वाले से पूछा कि सादाबाद कितनी दूर है तो उसने बताया की सात-आठ किमी दूर है। किराया पूछा तो उसने बताया कि रात का समय है, 300 रुपये लूंगा। ऑटो वाले की बगल में अफसर ही बैठा था, सूरज पीछे बैठा था। उन्होंने 100 रुपये किराया देने की बात कही, इस पर ऑटो वाला गालीगलौज करने लगा, इनके बीच मारपीट हो गई तो अफसर ने उसे गोली मार दी और तीनों खेतों से होते हुए भाग गए।
नोएडा में बर्गर किंग काम कर चुका
है एक आरोपी, बैग से मिले सुराग
हाथरस। एसपी ने बताया कि हाथरस के अलावा आसपास के जनपदों के करीब करीब 250 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक की गई। जांच में घटनास्थल से करीब 250 मीटर की दूरी पर खेतों की तरफ एक संदिग्ध बैग मिला, जिसमें मिले कागजों से पुलिस को सुराग मिला और कड़ियां जुड़ती गईं।
एसपी ने बताया कि बैग में एक कागज पर बर्गर किंग डीएलएफ मॉल सेक्टर 18 नोएडा लिखा था। एक अन्य कागज पर ऋषभ निवासी बरौली बाजदेवपुर बुलंदशहर व इसी गांव के श्यामला के नाम लिखे थे। श्यामलाल का मोबाइल नंबर भी लिखा मिला। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह नोएडा में सेक्टर 44 छलैरा गांव में रहता है। उसने बताया कि यह सामान उसके दोस्त नितिन का है, जो बर्गर किंग डीएलएफ मॉल सेक्टर-18 में काम करता है। वहां पता चला कि नितिन ने वहां पर 10-15 दिन ही काम किया था। पिछले आठ-10 दिन से काम पर नहीं गया था। इसके बाद पुलिस इनकी तलाश में लग गई। संवाद
अभियुक्त जितेंद्र ने बर्गर बनाने की जॉब छोड़ी
अभियुक्त जितेंद्र शर्मा उर्फ नितिन (25) निवासी ग्राम पौंडरी थाना अवागढ़ जनपद एटा पुलिस को बताया कि उसके माता पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है। दो वर्ष पूर्व गांव छोड़कर वह फरीदाबाद चला गया था। जहां ऑपरेटर की जॉब की। उसके बाद नोएडा में चाचा सूरज के पास आकर रहने लगा था। कुछ दिन बाद सेटर-18 नोएडा में बर्गर किंग में काम किया था। 10-12 दिन बाद आठ सितंबर को नोएडा से अपने गांव आ गए।
जलेसर और आगरा में नहीं कर पाए वारदात
अभियुक्त जितेंद्र ने बताया कि गांव में चाचा सूरज का दोस्त अफसर मिला। तीनों ने मिलकर लूट और वाहन चोरी की साजिश रची, लेकिन कुछ नहीं कर पाए।
घटना वाले दिन तीनों ने लूट करने के इरादे से पौंडरी से जलेसर पहुंचे, वहां कुछ नहीं हो पाया तो बस से आगरा पहुंचे। वहां भी कुछ नहीं हुआ तो खंदौली आए। पैसे खत्म हो चुके थे, केवल 100 रुपये बचे थे। अफसर ने कहा कि हाथरस में मेला है। यहां से बाइक चोरी करने की योजना बनाई थी, लेकिन हाथरस आने के लिए किराया नहीं था।