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Ambedkar Nagar News: एसआईआर से गुजरेंगे जिलेभर के 18.70 लाख मतदाता
संवाद न्यूज एजेंसी, अम्बेडकरनगर
Updated Tue, 28 Oct 2025 11:43 PM IST
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अंबेडकरनगर। आगामी पंचायत चुनाव से पहले जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले के करीब 18.70 लाख मतदाता इस प्रक्रिया से गुजरेंगे। इस अभियान के तहत प्रत्येक बूथ स्तर पर मतदाता सूची का मिलान किया जाएगा। मृतक, स्थानांतरित अथवा दोहरे पंजीकरण वाले नामों को सूची से हटाया जाएगा, वहीं पात्र नए मतदाताओं को शामिल किया जाएगा।
अभियान के सुचारू रूप से संचालन के लिए बुधवार को अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) डॉ. सदानंद गुप्ता राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों की जानकारी दी जाएगी। मतदाता सूची में नाम जोड़ने या सुधार के लिए पात्र व्यक्ति को निर्वाचन आयोग द्वारा मान्य 12 दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा। आधार कार्ड केवल पहचान पत्र के रूप में मान्य होगा, लेकिन यह निवास या जन्मतिथि का प्रमाण नहीं माना जाएगा। यदि किसी मतदाता का नाम वर्ष 2003 की सूची में दर्ज है, तो उसे पुनः प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं होगी।
एडीएम डॉ. सदानंद गुप्ता ने बताया कि इस पुनरीक्षण में बीएलओ प्रत्येक घर का तीन बार दौरा करेंगे। यदि किसी मतदाता से संपर्क नहीं हो पाता या दस्तावेजों का सत्यापन नहीं होता, तो तीन बार तक पुनः प्रयास किया जाएगा। साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि मतदाता का नाम किसी अन्य जिले या राज्य की सूची में तो दर्ज नहीं है।
अभियान के सुचारू रूप से संचालन के लिए बुधवार को अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) डॉ. सदानंद गुप्ता राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों की जानकारी दी जाएगी। मतदाता सूची में नाम जोड़ने या सुधार के लिए पात्र व्यक्ति को निर्वाचन आयोग द्वारा मान्य 12 दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा। आधार कार्ड केवल पहचान पत्र के रूप में मान्य होगा, लेकिन यह निवास या जन्मतिथि का प्रमाण नहीं माना जाएगा। यदि किसी मतदाता का नाम वर्ष 2003 की सूची में दर्ज है, तो उसे पुनः प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं होगी।
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एडीएम डॉ. सदानंद गुप्ता ने बताया कि इस पुनरीक्षण में बीएलओ प्रत्येक घर का तीन बार दौरा करेंगे। यदि किसी मतदाता से संपर्क नहीं हो पाता या दस्तावेजों का सत्यापन नहीं होता, तो तीन बार तक पुनः प्रयास किया जाएगा। साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि मतदाता का नाम किसी अन्य जिले या राज्य की सूची में तो दर्ज नहीं है।