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Amethi News: जिला चिकित्सालय में ओपीडी, सीएचसी में एक्सरे-सीटी स्कैन
संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी
Updated Tue, 11 Nov 2025 12:59 AM IST
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गौरीगंज सीएचसी में लगी सीटी स्कैन मशीन से जांच करवाने का इंतजार करते मरीज। संवाद
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अमेठी सिटी। जिला अस्पताल में हड्डी रोग विभाग की ओपीडी संग इमरजेंसी संचालित होती है। यहां से 400 मीटर दूर सीएचसी में एक्सरे व सीटी स्कैन मशीन लगी है। इसकी वजह से घायल मरीजों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिला अस्पताल की इमरजेंसी के पास सोमवार को प्लास्टर कक्ष के बाहर मिले अमेठी निवासी विश्वंभरनाथ ने बताया कि उनके रिश्तेदार रवि चार दिन पूर्व सड़क हादसे में घायल हो गए थे। उनके हाथ व पैर में फ्रैक्चर हो गया है। कच्चा प्लास्टर चढ़ा हुआ है। आज सुबह नौ बजे ओपीडी में चिकित्सक को दिखाने और परचा बनवाने में दो घंटे से अधिक का समय लगा। चिकित्सक ने पक्का प्लास्टर करने से पहले एक्सरे जांच लिखी।
करीब 400 मीटर दूर सीएचसी में स्ट्रेचर से एक्सरे कराने के लिए ले जाना पड़ा। वहां पर एक घंटा लग गया। अब यहां प्लास्टर कक्ष के बाहर नंबर लगा है। कर्मियों ने बताया कि आधे घंटे बाद प्लास्टर चढ़ाया जाएगा। सुमन ने बताया कि उनका एक्सीडेंट दो दिन पहले हुआ था। वह डॉ. हनुमान प्रसाद को दिखाने आईं हैं। एक्सरे कराने में करीब डेढ़ घंटा लग गया। दोबारा फिर ओपीडी में लाइन में लगी हूं। एक घंटा हो गया है, कब नंबर आएगा, पता नहीं।
रवि और सुमन की तरह प्रतिदिन औसतन 150 मरीजों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। इसी तरह सीटी स्कैन जांच के लिए भी दौड़भाग करनी पड़ती है। इमरजेंसी, आर्थों, फिजिशियन आदि की ओपीडी से करीब 150 मरीजों की एक्सरे जांच लिखी जाती है। वहीं सीटी स्कैन विभाग में 50 से अधिक मरीज जांच के लिए पहुंचते हैं। सोमवार को करीब 160 एक्सरे व 50 सीटी स्कैन जांच हुई।
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जिला अस्पताल की इमरजेंसी के पास सोमवार को प्लास्टर कक्ष के बाहर मिले अमेठी निवासी विश्वंभरनाथ ने बताया कि उनके रिश्तेदार रवि चार दिन पूर्व सड़क हादसे में घायल हो गए थे। उनके हाथ व पैर में फ्रैक्चर हो गया है। कच्चा प्लास्टर चढ़ा हुआ है। आज सुबह नौ बजे ओपीडी में चिकित्सक को दिखाने और परचा बनवाने में दो घंटे से अधिक का समय लगा। चिकित्सक ने पक्का प्लास्टर करने से पहले एक्सरे जांच लिखी।
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करीब 400 मीटर दूर सीएचसी में स्ट्रेचर से एक्सरे कराने के लिए ले जाना पड़ा। वहां पर एक घंटा लग गया। अब यहां प्लास्टर कक्ष के बाहर नंबर लगा है। कर्मियों ने बताया कि आधे घंटे बाद प्लास्टर चढ़ाया जाएगा। सुमन ने बताया कि उनका एक्सीडेंट दो दिन पहले हुआ था। वह डॉ. हनुमान प्रसाद को दिखाने आईं हैं। एक्सरे कराने में करीब डेढ़ घंटा लग गया। दोबारा फिर ओपीडी में लाइन में लगी हूं। एक घंटा हो गया है, कब नंबर आएगा, पता नहीं।
रवि और सुमन की तरह प्रतिदिन औसतन 150 मरीजों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। इसी तरह सीटी स्कैन जांच के लिए भी दौड़भाग करनी पड़ती है। इमरजेंसी, आर्थों, फिजिशियन आदि की ओपीडी से करीब 150 मरीजों की एक्सरे जांच लिखी जाती है। वहीं सीटी स्कैन विभाग में 50 से अधिक मरीज जांच के लिए पहुंचते हैं। सोमवार को करीब 160 एक्सरे व 50 सीटी स्कैन जांच हुई।