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Auraiya News: मैनपूठ नाले पर कब्जे से खेतों में जलभराव, दूर कराई जाए समस्या
संवाद न्यूज एजेंसी, औरैया
Updated Fri, 12 Sep 2025 11:03 PM IST
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फोटो-12एयूआरपी 02- कलक्ट्रेट परिसर में मौजूद किसान। संवाद
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औरैया। दिबियापुर कस्बा से सटे घेरा, कैंझरी व जमुहां गांव के 50 से ज्यादा किसान शुक्रवार को कलक्ट्रेट पहुंचे। एडीएम अविनाश चंद्र मौर्या को ज्ञापन देते हुए जलमग्न खेतों की समस्या सुनाई। कहा कि क्षेत्र में जलभराव की इस समस्या के पीछे मैनपूठ नाले पर अतिक्रमण वजह है। मैनपूठ नाला अतिक्रमण मुक्त होने के बाद ही ये समस्या दूर होगी। किसानों ने व्यथा सुनाते हुए कहा कि वो साल 2019 से अपने खेतों में फसलें नहीं उगा पा रहे हैं। ऐसे में उनकी आर्थिक स्थिति भी बिगड़ती जा रही है। नाले को जल्द से जल्द कब्जा मुक्त कराया जाए। इससे कि उनकी समस्या दूर हो जाए।
ब्लॉक भाग्यनगर के गांव घेरा, कैंजरी व जमुहां के 50 से ज्यादा लोग कलक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे। इसमें पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी शामिल रहीं। किसानों ने एडीएम अविनाश चंद्र मौर्य को एक ज्ञापन दिया। किसानों ने बताया कि नहर से पानी निकासी को मैनपूठ नाला सालों पहले बनाया गया था लेकिन जब से एनटीपीसी व गेल कंपनियां स्थापित हुईं, तब से इस नाले पर हुए कब्जे की वजह से दिबियापुर में नाला अवरुद्ध हो गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नाले पर कुछ नामचीन लोगों ने पक्के निर्माण कर लिए हैं। इससे पानी का बहाव बाधित हो रहा है।
खेतों में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। इसकी शिकायत होने के बावजूद अब तक प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। किसानों ने बताया कि जलभराव से करीब 200 बीघा जमीन प्रभावित हो रही है। लगातार पानी भरे रहने से खरीफ फसल की बुवाई भी नहीं कर पा रहे हैं। वर्ष 2019 से अब तक किसान हर साल इसी परेशानी का सामना कर रहे हैं। किसानों ने मांग रखी कि नाले पर अवैध कब्जा हटवाकर नाले की साफ-सफाई कराई जाए। इससे पानी की निकासी दुरुस्त हो सके। किसान अपनी फसल बचा सकें। इस मौके पर किसान रामकिशोर, रचना देवी, कुसमा देवी, भूरी देवी, मुन्नी देवी, सियारानी, ममता देवी, उषा देवी, राजकुमार, वेद प्रकाश, बेटा लाल, पुष्पेंद्र सिंह, सरमन लाल, भारत सिंह पाल, श्याम सुंदर, रामस्वरूप व नीरज आदि मौजूद रहे।
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किसानों ने सुनाया अपना दुखड़ा
आठ माह से भरा है पानी
किसान पवन द्विवेदी ने बताया कि उनके खेतों में साल के आठ माह पानी भरा रहता है। धान व गेहूं की बुवाई तक नहीं हो पा रही है। फसल नष्ट होने से उन लोगों को खर्च चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है।
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जलभराव से बंजर हो रही जमीन
किसान शिवपाल सिंह ने बताया कि नाले पर कब्जा हटवाने की मांग कई बार की गई। अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अगर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो जलभराव से जमीन बंजर हो जाएगी।

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ब्लॉक भाग्यनगर के गांव घेरा, कैंजरी व जमुहां के 50 से ज्यादा लोग कलक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे। इसमें पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी शामिल रहीं। किसानों ने एडीएम अविनाश चंद्र मौर्य को एक ज्ञापन दिया। किसानों ने बताया कि नहर से पानी निकासी को मैनपूठ नाला सालों पहले बनाया गया था लेकिन जब से एनटीपीसी व गेल कंपनियां स्थापित हुईं, तब से इस नाले पर हुए कब्जे की वजह से दिबियापुर में नाला अवरुद्ध हो गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नाले पर कुछ नामचीन लोगों ने पक्के निर्माण कर लिए हैं। इससे पानी का बहाव बाधित हो रहा है।
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खेतों में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। इसकी शिकायत होने के बावजूद अब तक प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। किसानों ने बताया कि जलभराव से करीब 200 बीघा जमीन प्रभावित हो रही है। लगातार पानी भरे रहने से खरीफ फसल की बुवाई भी नहीं कर पा रहे हैं। वर्ष 2019 से अब तक किसान हर साल इसी परेशानी का सामना कर रहे हैं। किसानों ने मांग रखी कि नाले पर अवैध कब्जा हटवाकर नाले की साफ-सफाई कराई जाए। इससे पानी की निकासी दुरुस्त हो सके। किसान अपनी फसल बचा सकें। इस मौके पर किसान रामकिशोर, रचना देवी, कुसमा देवी, भूरी देवी, मुन्नी देवी, सियारानी, ममता देवी, उषा देवी, राजकुमार, वेद प्रकाश, बेटा लाल, पुष्पेंद्र सिंह, सरमन लाल, भारत सिंह पाल, श्याम सुंदर, रामस्वरूप व नीरज आदि मौजूद रहे।
किसानों ने सुनाया अपना दुखड़ा
आठ माह से भरा है पानी
किसान पवन द्विवेदी ने बताया कि उनके खेतों में साल के आठ माह पानी भरा रहता है। धान व गेहूं की बुवाई तक नहीं हो पा रही है। फसल नष्ट होने से उन लोगों को खर्च चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है।
जलभराव से बंजर हो रही जमीन
किसान शिवपाल सिंह ने बताया कि नाले पर कब्जा हटवाने की मांग कई बार की गई। अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अगर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो जलभराव से जमीन बंजर हो जाएगी।