{"_id":"6946f456db2ea8c1bb0f43ac","slug":"teachers-underwent-training-for-self-development-of-students-bahraich-news-c-98-1-bhr1024-141561-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bahraich News: विद्यार्थियों के आत्म-विकास के लिए शिक्षकों ने लिया प्रशिक्षण","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bahraich News: विद्यार्थियों के आत्म-विकास के लिए शिक्षकों ने लिया प्रशिक्षण
संवाद न्यूज एजेंसी, बहराइच
Updated Sun, 21 Dec 2025 12:39 AM IST
विज्ञापन
बहराइच के जीजीआईसी में शैक्षिक गोष्ठी के समापन पर कार्यक्रम को संबोधित करते वक्ता। - स्रोत :
विज्ञापन
बहराइच। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) के सभागार में आयोजित चार दिवसीय इमोशनल वेल-बीइंग कार्यशाला का शनिवार को समापन हुआ। समग्र शिक्षा (माध्यमिक) उत्तर प्रदेश और मेधा लर्निंग फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के 51 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला के अंतिम सत्र में शिक्षक अपने अनुभव साझा करते हुए भावुक नजर आए।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को कक्षा 9 के विद्यार्थियों के लिए लागू किए जाने वाले स्वपूर्ण पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा, 21वीं सदी के कौशल और कॅरियर जागरूकता से जुड़े साप्ताहिक कालांश संचालित किए जाएंगे। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी भावनाओं और अनुभवों को अभिव्यक्त करने के लिए स्वपूर्ण डायरी भी उपलब्ध कराई जाएगी।
लखनऊ से आए समग्र शिक्षा माध्यमिक के सदस्य ललित जोशी ने कहा कि इस पाठ्यक्रम से छात्रों में समस्या-समाधान की क्षमता और लक्ष्य निर्धारण जैसे गुणों का विकास होगा। वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक सर्वदानंद ने कहा कि सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा विद्यालयों में एक सकारात्मक, सुरक्षित और सहयोगी वातावरण तैयार करने में सहायक सिद्ध होगी।
प्रशिक्षण में शिक्षकों को रोल-प्ले, समूह चर्चा और अनुभवात्मक गतिविधियों के माध्यम से पाठ्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने के तरीके सिखाए गए। प्रधानाचार्य मधु यादव ने इस पहल को शिक्षा जगत के लिए अत्यंत लाभकारी बताया। कार्यशाला का संचालन ललित जोशी, रीता वर्मा, डॉ. डिंपल कुमारी व प्रदीप कुमार ने किया।
Trending Videos
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को कक्षा 9 के विद्यार्थियों के लिए लागू किए जाने वाले स्वपूर्ण पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा, 21वीं सदी के कौशल और कॅरियर जागरूकता से जुड़े साप्ताहिक कालांश संचालित किए जाएंगे। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी भावनाओं और अनुभवों को अभिव्यक्त करने के लिए स्वपूर्ण डायरी भी उपलब्ध कराई जाएगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
लखनऊ से आए समग्र शिक्षा माध्यमिक के सदस्य ललित जोशी ने कहा कि इस पाठ्यक्रम से छात्रों में समस्या-समाधान की क्षमता और लक्ष्य निर्धारण जैसे गुणों का विकास होगा। वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक सर्वदानंद ने कहा कि सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा विद्यालयों में एक सकारात्मक, सुरक्षित और सहयोगी वातावरण तैयार करने में सहायक सिद्ध होगी।
प्रशिक्षण में शिक्षकों को रोल-प्ले, समूह चर्चा और अनुभवात्मक गतिविधियों के माध्यम से पाठ्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने के तरीके सिखाए गए। प्रधानाचार्य मधु यादव ने इस पहल को शिक्षा जगत के लिए अत्यंत लाभकारी बताया। कार्यशाला का संचालन ललित जोशी, रीता वर्मा, डॉ. डिंपल कुमारी व प्रदीप कुमार ने किया।
