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Balrampur News: यूरिया तस्करी में समिति के सचिव व संचालक के खिलाफ एफआईआर
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बलरामपुर। जिले में यूरिया की तस्करी और कालाबाजारी पर कृषि विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। औचक निरीक्षण में दो बाइक सवारों को बिना रसीद यूरिया ले जाते पकड़ने के बाद विभाग ने बी-पैक्स सेखुईकला समिति को दोषी मानते हुए सचिव व संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं, संदिग्ध विक्रय और अनियमितताओं के आधार पर सात निजी उर्वरक विक्रेताओं के लाइसेंस भी निरस्त कर दिए गए हैं। जिले की तीन बी-पैक्स समितियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
वरिष्ठ प्राविधिक सहायक अभय प्रताप सिंह एवं अपर जिला कृषि अधिकारी राकेश पांडेय के निरीक्षण के दौरान सिद्धार्थनगर जनपद के बगही गांव के रहने वाले नंदलाल और राजेश के पास चार व तीन बोरी यूरिया लेकर जाते मिले। पूछताछ में बताया कि यूरिया बी-पैक्स सेखुईकला से ली है, लेकिन कोई रसीद उपलब्ध नहीं थी। मामले को गंभीर मानते हुए समिति का निरीक्षण किया। इस दौरान सचिव राम उजागर यादव और संचालक राजकुमार यादव मौजूद मिले। निरीक्षण में बिक्री पंजिका और पीओएस मशीन के आंकड़ों में बड़ा अंतर मिला। पंजिका में 96 बोरी यूरिया और 31 बोरी डीएपी की बिक्री दर्ज थी, जबकि पीओएस मशीन पर 121 बोरी यूरिया और 30 बोरी डीएपी दर्शायी गई थी। उर्वरक की तस्करी की आशंका पर समिति के सचिव और संचालक दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
रात में बेंच दी 50 फीसदी यूरिया
जिला कृषि अधिकारी उपेंद्र नाथ खरवार ने बताया कि भारत सरकार के पोर्टल पर उपलब्ध सूची (24 नवंबर) में खरीफ 2025-26 के दौरान सात उर्वरक विक्रेताओं द्वारा रात 8 बजे से 12 बजे के बीच अपनी कुल यूरिया बिक्री का 50 प्रतिशत से अधिक बेचे जाने का तथ्य सामने आया। इस संदिग्ध गतिविधि को आधार बनाते हुए इन सभी विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। इनमें किसान खाद बीज भंडार गैसड़ी, श्री बालाजी खाद बीज भंडार हरैया सतघरवा, वर्मा खाद बीज भंडार बकसरिया उतरौला, प्रमोद कुमार अडरपाकड़, वैभव ट्रेडर्स हरैया सतघरवा, राजीव कुमार सिंह बलुई और मुख्तार आलम डकही शामिल हैं।
दो समितियां बंद, एक के स्टॉक में मिला अंतर, नोटिस
उर्वरक उपलब्धता और अनियमितता की जांच के लिए सीडीओ के निर्देश पर कृषि विभाग की टीम ने समितियों का निरीक्षण किया। इस दौरान बी-पैक्स चकवा और बी-पैक्स अमवा शिवपुरा दोनों समितियां बंद मिलीं, जिसके कारण स्टॉक और अभिलेखों की जांच नहीं हो सकी। दोनों समितियों को तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बी-पैक्स सिंहपुर में निरीक्षण के दौरान स्टॉक बोर्ड और रेट बोर्ड प्रदर्शित नहीं मिले। पीओएस पर दर्ज और वास्तविक स्टॉक में भारी अंतर पाया गया। समिति से डीएपी और एनपीके के दो नमूने भी लिए गए हैं। सचिव और जिम्मेदार व्यक्तियों को नोटिस देकर तीन दिन के भीतर साक्ष्यों सहित जवाब मांगा गया है।
जिले में है पर्याप्त यूरिया
जिले में उर्वरक का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। वर्तमान में 8229.575 मीट्रिक टन (1,82,863 बोरी) यूरिया और 2999.004 मीट्रिक टन (59,980 बोरी) डीएपी स्टॉक में है। किसानों से अपील है कि वे आधार कार्ड और खतौनी लेकर अपनी फसल के अनुरूप सुझाई गई मात्रा में ही उर्वरक खरीदें। जनपद में उर्वरकों की कमी नहीं है। दुकानों की नियमित जांच की जा रही है, कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। - उपेंद्र नाथ खरवार, जिला कृषि अधिकारी
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वरिष्ठ प्राविधिक सहायक अभय प्रताप सिंह एवं अपर जिला कृषि अधिकारी राकेश पांडेय के निरीक्षण के दौरान सिद्धार्थनगर जनपद के बगही गांव के रहने वाले नंदलाल और राजेश के पास चार व तीन बोरी यूरिया लेकर जाते मिले। पूछताछ में बताया कि यूरिया बी-पैक्स सेखुईकला से ली है, लेकिन कोई रसीद उपलब्ध नहीं थी। मामले को गंभीर मानते हुए समिति का निरीक्षण किया। इस दौरान सचिव राम उजागर यादव और संचालक राजकुमार यादव मौजूद मिले। निरीक्षण में बिक्री पंजिका और पीओएस मशीन के आंकड़ों में बड़ा अंतर मिला। पंजिका में 96 बोरी यूरिया और 31 बोरी डीएपी की बिक्री दर्ज थी, जबकि पीओएस मशीन पर 121 बोरी यूरिया और 30 बोरी डीएपी दर्शायी गई थी। उर्वरक की तस्करी की आशंका पर समिति के सचिव और संचालक दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
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रात में बेंच दी 50 फीसदी यूरिया
जिला कृषि अधिकारी उपेंद्र नाथ खरवार ने बताया कि भारत सरकार के पोर्टल पर उपलब्ध सूची (24 नवंबर) में खरीफ 2025-26 के दौरान सात उर्वरक विक्रेताओं द्वारा रात 8 बजे से 12 बजे के बीच अपनी कुल यूरिया बिक्री का 50 प्रतिशत से अधिक बेचे जाने का तथ्य सामने आया। इस संदिग्ध गतिविधि को आधार बनाते हुए इन सभी विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। इनमें किसान खाद बीज भंडार गैसड़ी, श्री बालाजी खाद बीज भंडार हरैया सतघरवा, वर्मा खाद बीज भंडार बकसरिया उतरौला, प्रमोद कुमार अडरपाकड़, वैभव ट्रेडर्स हरैया सतघरवा, राजीव कुमार सिंह बलुई और मुख्तार आलम डकही शामिल हैं।
दो समितियां बंद, एक के स्टॉक में मिला अंतर, नोटिस
उर्वरक उपलब्धता और अनियमितता की जांच के लिए सीडीओ के निर्देश पर कृषि विभाग की टीम ने समितियों का निरीक्षण किया। इस दौरान बी-पैक्स चकवा और बी-पैक्स अमवा शिवपुरा दोनों समितियां बंद मिलीं, जिसके कारण स्टॉक और अभिलेखों की जांच नहीं हो सकी। दोनों समितियों को तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बी-पैक्स सिंहपुर में निरीक्षण के दौरान स्टॉक बोर्ड और रेट बोर्ड प्रदर्शित नहीं मिले। पीओएस पर दर्ज और वास्तविक स्टॉक में भारी अंतर पाया गया। समिति से डीएपी और एनपीके के दो नमूने भी लिए गए हैं। सचिव और जिम्मेदार व्यक्तियों को नोटिस देकर तीन दिन के भीतर साक्ष्यों सहित जवाब मांगा गया है।
जिले में है पर्याप्त यूरिया
जिले में उर्वरक का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। वर्तमान में 8229.575 मीट्रिक टन (1,82,863 बोरी) यूरिया और 2999.004 मीट्रिक टन (59,980 बोरी) डीएपी स्टॉक में है। किसानों से अपील है कि वे आधार कार्ड और खतौनी लेकर अपनी फसल के अनुरूप सुझाई गई मात्रा में ही उर्वरक खरीदें। जनपद में उर्वरकों की कमी नहीं है। दुकानों की नियमित जांच की जा रही है, कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। - उपेंद्र नाथ खरवार, जिला कृषि अधिकारी