आंगनबाड़ी भर्ती: यूपी के इस जिले में 714 पदों पर आए 4319 आवेदन, इन अभ्यर्थियों को दी जाएगी वरीयता
बरेली जिले में आंगनबाड़ी सहायिका के 705 पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए अब तक 4009 आवेदन हुए हैं। जबकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के नौ पदों के लिए 310 आवेदन आए हैं।
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बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशालय और जिला प्रशासन पिछले साल की भर्ती में हुए घोटाले के मद्देनजर इस बार भर्ती में सावधानी बरत रहा है। ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों के बाद ब्रॉड शीट (मैरिट लिस्ट) निदेशालय से जिले को भेज दी गई है। अब अभ्यर्थियों के शैक्षिक व अन्य प्रमाणपत्रों का सत्यापन शुरू किया जाएगा।
प्रमाणपत्रों का मूल कॉपी से भी मिलान कराया जाएगा। इसके उपरांत संबंधित तहसील के एसडीएम और तहसीलदार के स्तर से अभ्यर्थियों के आय, जाति और निवास प्रमाणपत्रों की जांच कराई जाएगी। इसके बाद ही चयन की प्रक्रिया शुरू होगी। चयन से पहले विधवा, तलाकशुदा, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की अभ्यर्थियों को चिह्नित कर उन्हें संबंधित पद के लिए वरीयता दी जाएगी। प्रक्रिया जनवरी में पूरी करने का दावा है।
आठ सहायिकाओं का कार्यकर्ता पद पर समायोजन
भर्ती प्रक्रिया शुरू करने से पहले आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता के रिक्त पदों पर समायोजन किया गया है। कुल आठ सहायिकाओं का कार्यकर्ता के पद पर समायोजन किया गया है।
168 शिकायतें आईं 21 चयन हुए थे रद्द
वर्ष 2024 में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 311 पदों पर भर्ती की गई थी। इसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ियां हुई थीं। भर्ती से जुड़ीं 168 शिकायतें आई थीं। जांच में 21 सही भी मिलीं। चयन होने के बाद काफी संख्या में अभ्यर्थियों के आय और जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। परिणाम यह हुआ कि 21 चयन निरस्त करने पड़े थे। चयन कराने के नाम पर घूस लेने के आरोप में सीडीपीओ श्रीकृष्ण चंद्र निलंबित हुए और उन पर बारादरी थाने में 26 नवंबर को एफआईआर भी हुई। सेवा प्रदाता से नियुक्त जिला समन्वयक धर्मपाल भी ऑनलाइन घूस लेने में बर्खास्त हुआ। आय-जाति प्रमाण पत्रों में गलत रिपोर्ट लगाने में नौ लेखपालों कार्रवाई हुई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि रिक्त पदों पर भर्ती से पहले समायोजन की प्रक्रिया पूरी की गई है। शेष रिक्त नौ पदों पर आवेदन मांगे गए हैं। 310 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सहायिका के 705 पदों पर 4,009 आवेदन आए हैं।
