Bareilly News: आश्रम पद्धति विद्यालय की 12 छात्राओं की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में कराया गया भर्ती
आंवला के आश्रम पद्धति विद्यालय में रविवार रात उस वक्त खलबली मच गई, जब एक के बाद एक 12 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। सभी छात्राओं को देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से आठ छात्राओं को दवा देकर घर भेज दिया गया। चार का उपचार चल रहा है।

विस्तार
बरेली के आंवला में बिसौली रोड स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय की कई छात्राएं वायरल बुखार की चपेट में हैं। इनमें से करीब 12 छात्राओं में बुखार, खांसी और जुकाम के लक्षण पाए गए हैं। रविवार रात चार छात्राओं की हालत ज्यादा खराब होने पर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। साथ ही कई छात्राओं को अभिभावकों को बुलाकर घर भेज दिया गया है।

मनौना गांव के समीप आश्रम पद्धति योजना के तहत संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय बालिका इंटर कॉलेज में करीब 400 छात्राएं पंजीकृत हैं। इनमें 12 से ज्यादा छात्राओं की रविवार रात अचानक तबीयत खराब हो गई। आनन-फानन में विद्यालय स्टाफ ने सरकारी एंबुलेंस से बीमार छात्राओं को सरकारी अस्पताल पहुंचाया।
आठ छात्राओं को दवा देकर भेजा गया घर
अस्पताल में मौजूद चिकित्सक डॉ.सलीम ने बीमार छात्राओं का परीक्षण कर उपचार किया। आठ छात्राओं को दवाएं देकर विद्यालय वापस कर दिया गया, जबकि चार छात्राओं संध्या, शिखा, शिवानी, मिथलेश का देर रात तक अस्पताल में इलाज होता रहा। अस्पताल स्टाफ के अनुसार मौसम में बदलाव के कारण बालिकाओं को वायरल फीवर होने की आशंका है।
वहीं देर रात अभिभावकों को विद्यालय बुलाकर अस्पताल से वापस आईं बीमार छात्राओं सखी, रश्मि, राखी, कुमकुम, महक, स्नेहलता, प्रियांशी आदि को उनके सुपुर्द कर घर भेज दिया गया।
छात्राओं के साथ अस्पताल आईं छात्रावास सहायिका नीलम ने बताया कि रविवार शाम अचानक छात्राओं को बुखार की शिकायत हुई और कुछ ही देर में बुखार तेज होने लगा। तब उनको अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया है।
प्रधानाचार्य ने यह कहा
प्रधानाचार्य व वार्डन शिक्षा ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही विद्यालय में मेरी तैनाती हुई है। अस्पताल में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से छात्राओं का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है। रविवार को अस्पताल में तैनात स्वास्थ्य कर्मी अपने परिवार में किसी की अचानक तबीयत खराब होने पर घर चले गए हैं। ऐसे में रात को अचानक छात्राओं की तबीयत खराब होने पर उपचार के लिए उन्हें अस्पताल भेजा गया है। विद्यालय के करीबी गांव के रहने वाले बच्चों को उनके परिजनों को बुलाकर सुपुर्द कर दिया गया है।