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Bijnor News: बिना स्वीकृति के बने तीन होटलों पर लगी प्राधिकरण की सील
संवाद न्यूज एजेंसी, बिजनौर
Updated Sat, 13 Dec 2025 01:06 AM IST
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सहारनपुर। नजूल की जमीनों पर बिना स्वीकृति के बने होटलों को सील करने का सिललिसा शुक्रवार को भी जारी रहा। विकास प्राधिकरण की टीम ने तीन होटलों को सील किया। चूंकि पहले से ही होटलों को सील करने की नोटिस था। ऐसे में तीनों होटल खाली मिले।
सहारनपुर विकास क्षेत्र के जोन नौ में रेलवे रोड पर घंटाघर के निकट संचालित होटल शेफायर इन पर प्राधिकरण की टीम पहुंची। होटल संचालक मौके पर कोई स्वीकृत मानचित्र नहीं दिखा सका। ऐसे में होटल को सील किया गया। रेलवे रोड पर ही स्थित होटल वरदान के मालिक भी स्वीकृत मानचित्र नहीं दिखा सकी।
ऐसे में होटल को सील करने की कार्रवाई की गई। तीसरा होटल क्वालिटी भी रेलवे रोड पर ही बना है, जो मानचित्र के विपरीत पाया गया। इसको भी सील करने की कार्रवाई की गई।
कार्रवाई करने वालों में सहायक अभियंता वीरेश कुमार राणा, अम्बरीश कुमार, सार्थक शर्मा, शमीम अख्तर, अवर अभियंता प्रदीप कुमार गोयल, शोएब आलम, धर्मवीर बंसल, आशीष सेक्सेना, मेट मदनपाल, राहुल कुमार, लाल बहादुर, विजय बिष्ट, कर्मवीर, आशीष आदि शामिल रहे। बृहस्पतिवार को भी विकास प्राधिकरण ने नजूल की ही भूमि पर बने दो होटल सील किए थे, जो बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बनाए गए थे।
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बनते वक्त क्यों नहीं की कार्रवाई
विकास प्राधिकरण ने दो दिन में पांच होटलों को सील किया है। इनमें चार होटल बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बनाए गए थे। सवाल यह है कि होटल बनते वक्त प्राधिकरण कहां था। क्योंकि होटलों के भवनों से पता चलता है कि उनको बनने में भी छह महीने से सालभर का समय लगा होगा। साथ ही यह होटल दो से तीन साल से चल भी रहे थे।
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दो होटल नजूल की जमीन पर बने थे, जिनका मानचित्र पास नहीं था। यह दोनों होटल नजूल की जमीन पर थे। तीसरा होटल, जो मानचित्र के विपरीत मिला है उसने जमीन फ्री होल्ड कराई हुई थी। चूंकि पहले से सूचना थी। ऐसे में तीनों होटल खाली मिले। - सार्थक शर्मा, सहायक अभियंता, एसडीए
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ऐसे में होटल को सील करने की कार्रवाई की गई। तीसरा होटल क्वालिटी भी रेलवे रोड पर ही बना है, जो मानचित्र के विपरीत पाया गया। इसको भी सील करने की कार्रवाई की गई।
कार्रवाई करने वालों में सहायक अभियंता वीरेश कुमार राणा, अम्बरीश कुमार, सार्थक शर्मा, शमीम अख्तर, अवर अभियंता प्रदीप कुमार गोयल, शोएब आलम, धर्मवीर बंसल, आशीष सेक्सेना, मेट मदनपाल, राहुल कुमार, लाल बहादुर, विजय बिष्ट, कर्मवीर, आशीष आदि शामिल रहे। बृहस्पतिवार को भी विकास प्राधिकरण ने नजूल की ही भूमि पर बने दो होटल सील किए थे, जो बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बनाए गए थे।
बनते वक्त क्यों नहीं की कार्रवाई
विकास प्राधिकरण ने दो दिन में पांच होटलों को सील किया है। इनमें चार होटल बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बनाए गए थे। सवाल यह है कि होटल बनते वक्त प्राधिकरण कहां था। क्योंकि होटलों के भवनों से पता चलता है कि उनको बनने में भी छह महीने से सालभर का समय लगा होगा। साथ ही यह होटल दो से तीन साल से चल भी रहे थे।
दो होटल नजूल की जमीन पर बने थे, जिनका मानचित्र पास नहीं था। यह दोनों होटल नजूल की जमीन पर थे। तीसरा होटल, जो मानचित्र के विपरीत मिला है उसने जमीन फ्री होल्ड कराई हुई थी। चूंकि पहले से सूचना थी। ऐसे में तीनों होटल खाली मिले। - सार्थक शर्मा, सहायक अभियंता, एसडीए
