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Bijnor News: सिर में फ्रैक्चर की रिपोर्ट देने में सीएमएस फंसे
संवाद न्यूज एजेंसी, बिजनौर
Updated Sun, 26 Oct 2025 11:47 PM IST
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बिजनौर। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला पुरुष अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट एवं कार्यवाहक सीएमएस सिर में फ्रैक्चर की रिपोर्ट देने में फंसे हैं। पीड़ित ने न्याय के लिए कोर्ट की शरण ली। सीजेएम कोर्ट ने सीएमएस को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है।
कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में नजीबाबाद के मोहल्ला कलालान निवासी इरशाद ने बताया कि उसके बेटे अरशद का विवाह साल 2015 में नजीबाबाद के मोहल्ला मुनीरगंज पालोमन कॉलोनी निवासी एक युवती से हुआ था। विवाहिता ने नजीबाबाद थाने में झूठे तथ्यों के आधार पर उसके और परिवार वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
12 मई 2022 को शाम छह बजे मारपीट बताते हुए नजीबाबाद के बजाए सांठगांठ कर कोतवाली देहात में डॉक्टर से मेडिकल कराया। साथ ही सिर की चोट का एक्सरे लिखवा लिया। यह एक्सरे 13 मई 2022 को जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट डॉ. बीआर त्यागी ने किया।
इस रिपोर्ट के आधार पर धारा 308 आईपीसी में मुकदमा दर्ज हुआ। पीड़ित ने कहा कि उनकी ओर से महिला और उसके परिजनों के साथ कोई मारपीट नहीं की। डॉक्टर पर फर्जी तरीके से सिर में फ्रन्टल साइनस व फ्रन्टल बोन में फ्रेक्चर दिखाने का आरोप लगाते हुए शिकायत मुरादाबाद कमिश्नर से की।
कमिश्नर ने एडी मुरादाबाद को टीम गठित कर जांच करने के निर्देश दिए। गठित बोर्ड ने दोबारा एक्सरे किया। लेकिन, सिर में कोई चोट नहीं पाई गई। इसकी रिपोर्ट 12 अप्रैल 2023 को एडी मुरादाबाद को भेजी गई।
पीड़ित ने कहा कि युवती के पिता और डॉक्टर ने फर्जी एक्सरे रिपोर्ट के आधार परिवार के लोगों को जेल भिजवाने की साजिश की। पुलिस ने भी उनकी कोई मदद नहीं की। वाद में पीड़ित ने डॉक्टर और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में नजीबाबाद के मोहल्ला कलालान निवासी इरशाद ने बताया कि उसके बेटे अरशद का विवाह साल 2015 में नजीबाबाद के मोहल्ला मुनीरगंज पालोमन कॉलोनी निवासी एक युवती से हुआ था। विवाहिता ने नजीबाबाद थाने में झूठे तथ्यों के आधार पर उसके और परिवार वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
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12 मई 2022 को शाम छह बजे मारपीट बताते हुए नजीबाबाद के बजाए सांठगांठ कर कोतवाली देहात में डॉक्टर से मेडिकल कराया। साथ ही सिर की चोट का एक्सरे लिखवा लिया। यह एक्सरे 13 मई 2022 को जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट डॉ. बीआर त्यागी ने किया।
इस रिपोर्ट के आधार पर धारा 308 आईपीसी में मुकदमा दर्ज हुआ। पीड़ित ने कहा कि उनकी ओर से महिला और उसके परिजनों के साथ कोई मारपीट नहीं की। डॉक्टर पर फर्जी तरीके से सिर में फ्रन्टल साइनस व फ्रन्टल बोन में फ्रेक्चर दिखाने का आरोप लगाते हुए शिकायत मुरादाबाद कमिश्नर से की।
कमिश्नर ने एडी मुरादाबाद को टीम गठित कर जांच करने के निर्देश दिए। गठित बोर्ड ने दोबारा एक्सरे किया। लेकिन, सिर में कोई चोट नहीं पाई गई। इसकी रिपोर्ट 12 अप्रैल 2023 को एडी मुरादाबाद को भेजी गई।
पीड़ित ने कहा कि युवती के पिता और डॉक्टर ने फर्जी एक्सरे रिपोर्ट के आधार परिवार के लोगों को जेल भिजवाने की साजिश की। पुलिस ने भी उनकी कोई मदद नहीं की। वाद में पीड़ित ने डॉक्टर और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।