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Budaun News: एसआईआर में पांच हजार से अधिक नाम कटे
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सैदपुर। कस्बे में मतदाता संख्या में बड़ा बदलाव हुआ है। नगर पंचायत में 14 बूथ पर कुल मतदाताओं की संख्या पहले 15,269 थी। एसआईआर के दौरान 5,208 मतदाताओं के नाम मृत, डुप्लीकेट श्रेणी अथवा स्थानांतरित आदि दिखाकर काट दिए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में नाम कटने से राजनीतिक हल्के में खलबली है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि राजनीति में फंसे एसआईआर के दौरान मृत एवं स्थानांतरित मतदाताओं की पहचान और नाम कटौती पर तो जोर दिया गया, लेकिन एसआईआर सूची में नाम होने के बाद भी गणना प्रपत्र न मिलने वाले बड़ी संख्या में लोग वंचित रह गए।
बीएलओ पर भी आरोप है कि तकनीकी व प्रक्रिया संबंधी जानकारी के अभाव में नए मतदाताओं के फॉर्म-6 भरवाने में वे सक्रिय नहीं हो पाए। इसका खामियाजा करीब 1,500 युवाओं और योग्य मतदाताओं को उठाना पड़ रहा है, जिनकी उम्र वोटर बनने की हो चुकी है, लेकिन उनका नाम अब तक सूची में दर्ज नहीं हो सका है।
नगर पंचायत चेयरमैन इशरत अली खान ने डीएम से मांग की है कि कटे हुए 5,208 वोटर्स के नामों की घर-घर दोबारा जांच कर रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। सभी वार्डों में विशेष कैंप लगाकर फॉर्म-6 के माध्यम से नए मतदाताओं का नाम तत्काल जोड़ा जाए।
भाजपा नेता विकार अहमद खान और तेजेश्वर दयाल सक्सेना ने भी मांग की है कि कोई भी पात्र मतदाता आगामी चुनाव में मतदान के अधिकार से वंचित न रहने पाए। लोगों का कहना है कि मतदाता सूची लोकतंत्र की बुनियाद है, ऐसे में नाम कटौती एवं नए नाम जोड़ने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, समयबद्ध और निष्पक्ष होनी चाहिए।
मृत, डुप्लीकेट, स्थानांतरित एवं अनुपस्थित मतदाताओं के नाम की कटौती बीएलओ की विवरणी, घर-घर सत्यापन और उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर की गई है। जो आंकड़े सामने आए हैं, उनकी पुन: जांच कराई जा रही है। यदि कहीं भी किसी जीवित या वर्तमान निवास कर रहे मतदाता का नाम त्रुटिवश कट गया होगा, तो सुधार कराया जाएगा। नए मतदाताओं के नाम जोड़ने की प्रक्रिया जारी है। -विजय कुमार शुक्ला, तहसीलदार एवं एआरओ, बिसौली
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स्थानीय लोगों का आरोप है कि राजनीति में फंसे एसआईआर के दौरान मृत एवं स्थानांतरित मतदाताओं की पहचान और नाम कटौती पर तो जोर दिया गया, लेकिन एसआईआर सूची में नाम होने के बाद भी गणना प्रपत्र न मिलने वाले बड़ी संख्या में लोग वंचित रह गए।
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बीएलओ पर भी आरोप है कि तकनीकी व प्रक्रिया संबंधी जानकारी के अभाव में नए मतदाताओं के फॉर्म-6 भरवाने में वे सक्रिय नहीं हो पाए। इसका खामियाजा करीब 1,500 युवाओं और योग्य मतदाताओं को उठाना पड़ रहा है, जिनकी उम्र वोटर बनने की हो चुकी है, लेकिन उनका नाम अब तक सूची में दर्ज नहीं हो सका है।
नगर पंचायत चेयरमैन इशरत अली खान ने डीएम से मांग की है कि कटे हुए 5,208 वोटर्स के नामों की घर-घर दोबारा जांच कर रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। सभी वार्डों में विशेष कैंप लगाकर फॉर्म-6 के माध्यम से नए मतदाताओं का नाम तत्काल जोड़ा जाए।
भाजपा नेता विकार अहमद खान और तेजेश्वर दयाल सक्सेना ने भी मांग की है कि कोई भी पात्र मतदाता आगामी चुनाव में मतदान के अधिकार से वंचित न रहने पाए। लोगों का कहना है कि मतदाता सूची लोकतंत्र की बुनियाद है, ऐसे में नाम कटौती एवं नए नाम जोड़ने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, समयबद्ध और निष्पक्ष होनी चाहिए।
मृत, डुप्लीकेट, स्थानांतरित एवं अनुपस्थित मतदाताओं के नाम की कटौती बीएलओ की विवरणी, घर-घर सत्यापन और उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर की गई है। जो आंकड़े सामने आए हैं, उनकी पुन: जांच कराई जा रही है। यदि कहीं भी किसी जीवित या वर्तमान निवास कर रहे मतदाता का नाम त्रुटिवश कट गया होगा, तो सुधार कराया जाएगा। नए मतदाताओं के नाम जोड़ने की प्रक्रिया जारी है। -विजय कुमार शुक्ला, तहसीलदार एवं एआरओ, बिसौली
