{"_id":"6947d51ad94c5f719103bc43","slug":"woman-patient-attendant-beaten-by-ward-boy-at-the-mahila-hospital-in-budaun-2025-12-21","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Budaun News: महिला अस्पताल में प्रसूता के तीमारदार को वार्ड बॉय ने पीटा, परिजनों ने किया हंगामा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Budaun News: महिला अस्पताल में प्रसूता के तीमारदार को वार्ड बॉय ने पीटा, परिजनों ने किया हंगामा
संवाद न्यूज एजेंसी, बदायूं
Published by: मुकेश कुमार
Updated Sun, 21 Dec 2025 04:43 PM IST
सार
बदायूं के महिला अस्पताल के पीएनसी वार्ड में वार्ड बॉय ने एक तीमारदार की पिटाई कर दी, जिससे वहां हंगामा खड़ा हो गया। पीड़ित ने मामले की शिकायत की, लेकिन आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
विज्ञापन
घटना के बाद अस्पताल में खड़े पीड़ित पक्ष के लोग
- फोटो : संवाद
विज्ञापन
विस्तार
बदायूं के महिला अस्पताल के पीएनसी वार्ड में प्रसूता के तीमारदार के साथ वार्ड बॉय ने मारपीट कर दी। परिजनों ने हंगामा शुरू किया तो कर्मचारी मौके से भाग निकला। पीड़ित का आरोप है कि चादर बिछाने के लिए कर्मचारी से कहा था। इसी बात पर वह भड़क गया और मारपीट कर दी। शिकायत के बाद भी आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बिनावर थाना क्षेत्र के गांव कादराबाद निवासी प्रेमपाल ने शनिवार को अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। देर शाम उसने बेटे को जन्म दिया, लेकिन बच्चे की मौत हो गई। प्रसूता की हालत खराब होने पर उसको दूसरे तल पर बने पीएनसी वार्ड में भर्ती कराया गया था।
परिजनों का आरोप है कि बेड पर चादर नहीं थी। वार्ड में तैनात वार्ड बॉय से चादर बिछाने की बात कही। पहले तो चादर लाने को तैयार ही नहीं हुआ। काफी कहने के बाद चादर लेकर आया तो उस समय वह अपनी पत्नी को दवा दे रहा था। उससे चादर बिछाने को कहा । इसी बात पर कर्मचारी ने प्रेमपाल के साथ मारपीट कर दी।
Trending Videos
बिनावर थाना क्षेत्र के गांव कादराबाद निवासी प्रेमपाल ने शनिवार को अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। देर शाम उसने बेटे को जन्म दिया, लेकिन बच्चे की मौत हो गई। प्रसूता की हालत खराब होने पर उसको दूसरे तल पर बने पीएनसी वार्ड में भर्ती कराया गया था।
विज्ञापन
विज्ञापन
परिजनों का आरोप है कि बेड पर चादर नहीं थी। वार्ड में तैनात वार्ड बॉय से चादर बिछाने की बात कही। पहले तो चादर लाने को तैयार ही नहीं हुआ। काफी कहने के बाद चादर लेकर आया तो उस समय वह अपनी पत्नी को दवा दे रहा था। उससे चादर बिछाने को कहा । इसी बात पर कर्मचारी ने प्रेमपाल के साथ मारपीट कर दी।
आरोपी कर्मचारी पर नहीं हुई कार्रवाई
यह देख परिजनों व वार्ड में मौजूद अन्य मरीजों के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ा तो अस्पताल में तैनात सुरक्षा कर्मी भी मौके पर आ गए। इस बीच आरोपी कर्मचारी मौके से भाग निकला। परिजनों को अन्य कर्मचारियों ने शांत कराया। पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत की लेकिन आरोपी कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़ित का कहना है कि उसकी पत्नी भर्ती है और नवजात की मौत से परिवार के लोग पहले ही दुखी थे। अस्पताल के कर्मचारी के दुर्व्यवहार से परिजनों को ठेस पहुंची है। वह अस्पताल से छुट्टी होने के बाद डीएम से इस मामले की शिकायत करेंगे। क्योंकि अस्पताल प्रशासन कार्रवाई न करके फैसले का दबाव बना रहा है।
यह देख परिजनों व वार्ड में मौजूद अन्य मरीजों के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ा तो अस्पताल में तैनात सुरक्षा कर्मी भी मौके पर आ गए। इस बीच आरोपी कर्मचारी मौके से भाग निकला। परिजनों को अन्य कर्मचारियों ने शांत कराया। पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत की लेकिन आरोपी कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़ित का कहना है कि उसकी पत्नी भर्ती है और नवजात की मौत से परिवार के लोग पहले ही दुखी थे। अस्पताल के कर्मचारी के दुर्व्यवहार से परिजनों को ठेस पहुंची है। वह अस्पताल से छुट्टी होने के बाद डीएम से इस मामले की शिकायत करेंगे। क्योंकि अस्पताल प्रशासन कार्रवाई न करके फैसले का दबाव बना रहा है।
प्रसव के बाद भर्ती करने के नाम पर अवैध वसूली
परिजनों का आरोप हे कि वार्ड में तैनात वार्ड बॉय बिना रुपये लिए चादर तक नहीं बिछाते हैं। उसने रुपये नहीं दिए तो उसके साथ मारपीट कर दी गई। सरकारी अस्पताल में शासन से करोड़ों रुपये का बजट हर साल मिल रहा है। कर्मचारियों को वेतन मिल रहा है इसके बाद भी महिला अस्पताल में भ्रष्टाचार चरम पर है।
महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ शोभा अग्रवाल ने बताया कि सूचना मिली थी कि कर्मचारी व तीमारदार में मारपीट हुई है। इसकी जानकारी ली गई तो पता लगा कि तीमारदार व कर्मचारी ने आपस में फैसला कर लिया है। अगर तीमारदार शिकायती पत्र देते तो जांच कराकर दोषी पाए जाने पर कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाती।
परिजनों का आरोप हे कि वार्ड में तैनात वार्ड बॉय बिना रुपये लिए चादर तक नहीं बिछाते हैं। उसने रुपये नहीं दिए तो उसके साथ मारपीट कर दी गई। सरकारी अस्पताल में शासन से करोड़ों रुपये का बजट हर साल मिल रहा है। कर्मचारियों को वेतन मिल रहा है इसके बाद भी महिला अस्पताल में भ्रष्टाचार चरम पर है।
महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ शोभा अग्रवाल ने बताया कि सूचना मिली थी कि कर्मचारी व तीमारदार में मारपीट हुई है। इसकी जानकारी ली गई तो पता लगा कि तीमारदार व कर्मचारी ने आपस में फैसला कर लिया है। अगर तीमारदार शिकायती पत्र देते तो जांच कराकर दोषी पाए जाने पर कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाती।
