{"_id":"68c996c5bb2702266b03f789","slug":"demonstration-demanding-withdrawal-of-tet-requirement-bulandshahr-news-c-133-1-bul1002-140654-2025-09-16","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bulandshahar News: टेट की अनिवार्यता को वापस लेने की मांग के लिए प्रदर्शन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bulandshahar News: टेट की अनिवार्यता को वापस लेने की मांग के लिए प्रदर्शन
विज्ञापन

जुलूस और नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट की ओर जाते शिक्षक। स्रोत: संगठन
विज्ञापन
बुलंदशहर। शिक्षकों ने टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टेट) पास करने के नए नियम का विरोध किया है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने मंगलवार कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। साथ ही डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भेजकर टेट की अनिवार्यता को वापस लेने की मांग उठाई है।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा ने नए नियम पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जब शिक्षकों की नियुक्ति हुई, तब टीईटी पास करना अनिवार्य नहीं था। शिक्षकों ने उस समय के सभी मानदंड पूरे किए थे।
उन्होंने बताया कि 30 साल के कार्यकाल के बाद शिक्षकों से 2011 में आए कानून को मानने को कहा जा रहा है। शिक्षक संघ ने इस नियम को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
प्रदर्शन में शमिल शिक्षकों का कहना है कि वे इस नए नियम को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं करेंगे। इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी, जिला कोषाध्यक्ष सौरव शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी तेजप्रकाश शर्मा, अनुपम शर्मा, पुष्पेंद्र कुमार, धर्मपाल सिंह, विल्सन रानी, नूतन गर्ग, सुधा आर्य, संजीव शर्मा, अखिलेश शर्मा, उदयवीर सिंह, गजेंद्र नागर, डालचंद , मनोज कुमार, अजीत सिंह, राजकुमार झारिया, अमरीश कुमार, दिनेश कुमार शर्मा, वीरेंद्र कुमार अमित शर्मा सीपी सिंह और विपिन शर्मा समेत अन्य शिक्षक शामिल रहे।

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा ने नए नियम पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जब शिक्षकों की नियुक्ति हुई, तब टीईटी पास करना अनिवार्य नहीं था। शिक्षकों ने उस समय के सभी मानदंड पूरे किए थे।
विज्ञापन
विज्ञापन
उन्होंने बताया कि 30 साल के कार्यकाल के बाद शिक्षकों से 2011 में आए कानून को मानने को कहा जा रहा है। शिक्षक संघ ने इस नियम को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
प्रदर्शन में शमिल शिक्षकों का कहना है कि वे इस नए नियम को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं करेंगे। इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी, जिला कोषाध्यक्ष सौरव शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी तेजप्रकाश शर्मा, अनुपम शर्मा, पुष्पेंद्र कुमार, धर्मपाल सिंह, विल्सन रानी, नूतन गर्ग, सुधा आर्य, संजीव शर्मा, अखिलेश शर्मा, उदयवीर सिंह, गजेंद्र नागर, डालचंद , मनोज कुमार, अजीत सिंह, राजकुमार झारिया, अमरीश कुमार, दिनेश कुमार शर्मा, वीरेंद्र कुमार अमित शर्मा सीपी सिंह और विपिन शर्मा समेत अन्य शिक्षक शामिल रहे।