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Chitrakoot News: बेहतर समाज निर्माण व आत्मसुधार के लिए अपनाएं श्रीराम का संदेश
संवाद न्यूज एजेंसी, चित्रकूट
Updated Sat, 13 Sep 2025 12:39 AM IST
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फोटो05सीकेटीपी-13- परिचय- शाश्वतम् कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ करते पूर्व सांसद आरके
- फोटो : credit
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चित्रकूट। दीनदयाल शोध संस्थान के उद्यमिता विद्यापीठ में शुक्रवार को अरण्यवासी श्रीराम व्याख्यानमाला शाश्वतम् का आयोजन किया गया। इसमें संतों ने भगवान राम के जीवन को हर एक के लिए प्रेरणास्रोत बताया। बेहतर समाज निर्माण व आत्मसुधार के लिए भी श्रीराम का संदेश अपनाना चाहिए।
भोपाल के संस्कृति विभाग के श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास की ओर से आयोजित कार्यक्रम का पूर्व सांसद आरके पटेल ने दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया। कथावाचक नवलेश दीक्षित ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम स्वयं धर्म के स्वरूप हैं। प्रभु राम का जीवन हमें प्रेरणा देता है कि परिस्थितियां कैसी भी हो मन: स्थिति अच्छी होनी चाहिए। जिससे सभी लड़ाइयां हम जीत लेते हैं। राम के जीवन का प्रत्येक कार्य दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। जो आत्म-सुधार और बेहतर समाज के निर्माण का संदेश देता है।सबसे बड़ा तीर्थ चित्रकूट है। महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भरत मिश्र ने कहा कि राम ने सभी को स्वाभिमानी एवं स्वावलंबी बनाने का कार्य किया। महंत सीताशरण दास ने कहा कि राम ने राक्षसों के विनाश के लिए वनवास नहीं लिया। वह तो अपने संकल्प मंत्र से संहार का कार्य कर सकते थे। प्रभु राम ने सामाजिक समन्वय एवं समरसता के लिए वनवास को ग्रहण किया है। प्रबंधक गायत्री शक्तिपीठ डॉ. रामनरायण त्रिपाठी ने कहा कि राम ने सत्य, दया, करुणा, धर्म और मर्यादा के मार्ग पर चलते हुए राज किया। इन्हीं गुणों की वजह से उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है।
इस मौके पर दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन, कोषाध्यक्ष वसंत पंडित, नगर परिषद चित्रकूट की अध्यक्ष साधना पटेल, अमित यादव आदि मौजूद रहे।

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इस मौके पर दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन, कोषाध्यक्ष वसंत पंडित, नगर परिषद चित्रकूट की अध्यक्ष साधना पटेल, अमित यादव आदि मौजूद रहे।
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