{"_id":"690b90a810959ad8550e437c","slug":"beneficiaries-are-not-taking-interest-in-getting-e-kyc-done-for-samman-nidhi-chitrakoot-news-c-215-1-ckt1003-122863-2025-11-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"Chitrakoot News: सम्मान निधि के लिए ई-केवाईसी कराने में लाभार्थी नहीं ले रहे रुचि","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Chitrakoot News: सम्मान निधि के लिए ई-केवाईसी कराने में लाभार्थी नहीं ले रहे रुचि
संवाद न्यूज एजेंसी, चित्रकूट
Updated Wed, 05 Nov 2025 11:30 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
चित्रकूट। पीएम किसान सम्मान निधि योजना में किसान ई-केवाईसी कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसकी वजह से अभी तक महज 50 फीसदी किसानों की ही ई-केवाईसी हो सकी है। हालांकि प्रगति बढ़ाने के लिए जनसेवा केंद्रों समेत गांवों में शिविर लगाए जा रहे हैं।
जनपद चित्रकूट में कृषि विभाग में करीब एक लाख 39 हजार किसान पंजीकृत हैं जिन्हें सम्मान निधि का लाभ मिलता है। शासन ने सभी लाभार्थियों को ई-केवाईसी कराने का आदेश दिए हैं। इसके लिए कृषि विभाग कार्यालय के साथ जन सेवा केंद्रों पर ई-केवाईसी कराने की सुविधा है। बावजूद इसके अभी तक 70 हजार किसान ही अपनी ई-केवाईसी कराए पाए हैं। केवाईसी के लिए जनसुविधा केंद्रों समेत गांवों में शिविर लगाए जाने के बाद भी किसान ई-केवाईसी कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। विभाग अधिकारियों का कहना है कि अगस्त में किसानों को किश्त मिल गई लेकिन ई-केवाईसी न होने पर किसानों को पात्रता सूची से बाहर कर दिया जाएगा।
-- -- -
तीन विकल्प से कराएं ई-केवाईसी
तीन विकल्प के माध्यम से किसान ई-केवाईसी करा सकते हैं। आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी के माध्यम से पोर्टल या मोबाइल एप के जरिए खुद ही ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। दूसरा जन सेवा केंद्रों पर बायोमीट्रिक आधारित ई-केवाईसी करा सकते हैं। तीसरे विकल्प में मोबाइल या लैपटॉप के कैमरे से चेहरा स्कैन कर ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
-- -- -- -- -
किसानों को ई-केवाईसी के लिए जागरूक किया जा रहा है। कार्यालय के साथ ही जन सेवा केंद्रों से किसान ई-केवाईसी करा सकते हैं। ई-केवाईसी न कराने पर किसान सम्मान निधि से वंचित हो सकते हैं। -राजकुमार, उप कृषि निदेशक
Trending Videos
जनपद चित्रकूट में कृषि विभाग में करीब एक लाख 39 हजार किसान पंजीकृत हैं जिन्हें सम्मान निधि का लाभ मिलता है। शासन ने सभी लाभार्थियों को ई-केवाईसी कराने का आदेश दिए हैं। इसके लिए कृषि विभाग कार्यालय के साथ जन सेवा केंद्रों पर ई-केवाईसी कराने की सुविधा है। बावजूद इसके अभी तक 70 हजार किसान ही अपनी ई-केवाईसी कराए पाए हैं। केवाईसी के लिए जनसुविधा केंद्रों समेत गांवों में शिविर लगाए जाने के बाद भी किसान ई-केवाईसी कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। विभाग अधिकारियों का कहना है कि अगस्त में किसानों को किश्त मिल गई लेकिन ई-केवाईसी न होने पर किसानों को पात्रता सूची से बाहर कर दिया जाएगा।
विज्ञापन
विज्ञापन
तीन विकल्प से कराएं ई-केवाईसी
तीन विकल्प के माध्यम से किसान ई-केवाईसी करा सकते हैं। आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी के माध्यम से पोर्टल या मोबाइल एप के जरिए खुद ही ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। दूसरा जन सेवा केंद्रों पर बायोमीट्रिक आधारित ई-केवाईसी करा सकते हैं। तीसरे विकल्प में मोबाइल या लैपटॉप के कैमरे से चेहरा स्कैन कर ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
किसानों को ई-केवाईसी के लिए जागरूक किया जा रहा है। कार्यालय के साथ ही जन सेवा केंद्रों से किसान ई-केवाईसी करा सकते हैं। ई-केवाईसी न कराने पर किसान सम्मान निधि से वंचित हो सकते हैं। -राजकुमार, उप कृषि निदेशक