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फर्रुखाबाद : पुलवामा आतंकी हमले में कायमगंज का जवान शहीद
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गांव दत्तू नगला में बेठे से लिपट कर रोती मां। संवाद
- फोटो : FARRUKHABAD
कायमगंज (फर्रुखाबाद)। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के हमले में नगर के सीआरपीएफ के नायब सूबेदार शहीद हो गए। उनकी शहादत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। आसपास के लोगों और रिश्तेदारों पहुंचने लगे हैं।
सीआरपीएफ के नायब सूबेदार विनोद कुमार पाल (53) कायमगंज क्षेत्र के गांव नगला विधि के मूल निवासी हैं। कुछ महीने से उनका परिवार मोहल्ला दत्तू नगला नई कालोनी में रहने लगा। 24 जून को वह 20 दिन छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर गए थे। छुट्टी के दौरान पत्नी सुमन का ऑपरेशन कराया था।
लिहाजा दिन में कई बार फोन से हालचाल लेते थे। रविवार की दोपहर नायब सूबेदार पुलवामा के गोंगू क्रासिंग पर अन्य जवानों के साथ चेकिंग कर कर रहे थे। तभी आतंकियों ने हमला कर दिया। इससे वह जख्मी हो गए। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
शहादत की सूचना परिजनों को मिली तो कोहराम मच गया। पत्नी सुमन इकलौते बेटे राजा से लिपटकर बिलखने लगीं। बेटे राजा ने बताया कि सोमवार को उनका पार्थिव शरीर हवाई यात्रा से दिल्ली आएगा। इसके बाद लखनऊ पहुंचेगा। वहां से दोपहर करीब एक बजे पैतृक गांव नगला विधि पहुंचेगा। गांव में ही पिता का अंतिम संस्कार होगा।
नायब सूबेदार विनोद कुमार पाल ने हमले से 20 मिनट पहले ही बेटे राजा को फोन किया था। राजा ने बताया कि पिताजी ने सभी के हाल चाल पूछे। कहा कि गांव जाकर सबमर्सिबल का बोरिंग देख लेना। पत्नी सुमन से भी हाल चाल लिए। इसके बाद आतंकियों के हमले से घायल हो गए।
शहीद नायब सूबेदार विनोद कुमार पाल के पिता जवाहर सिंह खेती करते थे। माता-पिता गुजर चुके हैं। विनोद के बड़े भाई प्रमोद कुमार सेना के जवान थे। पिछले साल सेवानिवृत्त होकर गांव में खेती कराते हैं। विनोद ने बेटे को भी सेना में भर्ती कराने के लिए सीडीएस की परीक्षा दिलाई है। मई में परिणाम आया तो वह पास हो गया।
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सीआरपीएफ के नायब सूबेदार विनोद कुमार पाल (53) कायमगंज क्षेत्र के गांव नगला विधि के मूल निवासी हैं। कुछ महीने से उनका परिवार मोहल्ला दत्तू नगला नई कालोनी में रहने लगा। 24 जून को वह 20 दिन छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर गए थे। छुट्टी के दौरान पत्नी सुमन का ऑपरेशन कराया था।
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लिहाजा दिन में कई बार फोन से हालचाल लेते थे। रविवार की दोपहर नायब सूबेदार पुलवामा के गोंगू क्रासिंग पर अन्य जवानों के साथ चेकिंग कर कर रहे थे। तभी आतंकियों ने हमला कर दिया। इससे वह जख्मी हो गए। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
शहादत की सूचना परिजनों को मिली तो कोहराम मच गया। पत्नी सुमन इकलौते बेटे राजा से लिपटकर बिलखने लगीं। बेटे राजा ने बताया कि सोमवार को उनका पार्थिव शरीर हवाई यात्रा से दिल्ली आएगा। इसके बाद लखनऊ पहुंचेगा। वहां से दोपहर करीब एक बजे पैतृक गांव नगला विधि पहुंचेगा। गांव में ही पिता का अंतिम संस्कार होगा।
नायब सूबेदार विनोद कुमार पाल ने हमले से 20 मिनट पहले ही बेटे राजा को फोन किया था। राजा ने बताया कि पिताजी ने सभी के हाल चाल पूछे। कहा कि गांव जाकर सबमर्सिबल का बोरिंग देख लेना। पत्नी सुमन से भी हाल चाल लिए। इसके बाद आतंकियों के हमले से घायल हो गए।
शहीद नायब सूबेदार विनोद कुमार पाल के पिता जवाहर सिंह खेती करते थे। माता-पिता गुजर चुके हैं। विनोद के बड़े भाई प्रमोद कुमार सेना के जवान थे। पिछले साल सेवानिवृत्त होकर गांव में खेती कराते हैं। विनोद ने बेटे को भी सेना में भर्ती कराने के लिए सीडीएस की परीक्षा दिलाई है। मई में परिणाम आया तो वह पास हो गया।