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Farrukhabad News: 16 से शुरू होगी मिल, 43 हजार क्विंटल खरीदेंगे गन्ना
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कायमगंज। किसान सहकारी चीनी मिल में इस बार 16 नवंबर से पेराई सत्र शुरू होगा। मिल परिसर में मशीनों की मरम्मत व पार्ट्स बदलने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। मिल प्रशासन ने किसानों को 16 से 18 नवंबर तक कुल 43 हजार क्विंटल गन्ने का इंडेंट जारी कर दिया है। हालांकि इस बार तय 17 लाख क्विंटल के पेराई लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल माना जा रहा है। इसकी वजह क्षेत्र में गन्ने की फसल में कमी और दो गन्ना सेंटरों का रूपापुर मिल में शामिल करना बताया गया है।
प्रधान प्रबंधक ने बताया कि पिछले सत्र में 4561 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती हुई थी। वहीं इस बार यह घटकर 3700 हेक्टेयर रह गई है। यानी करीब 861 हेक्टेयर रकबा कम हुआ है। इसके अलावा शमशाबाद क्षेत्र के फैजबाग और रोशनाबाद गन्ना सेंटर रूपापुर मिल में चले गए हैं जिससे गन्ने की आवक पर सीधा असर पड़ेगा। बाढ़ से तराई और कंपिल क्षेत्र की कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। गड्ढों से भरी सड़कों पर ट्राॅलियों से गन्ना लाना किसानों के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा। इस पर मिल प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी से मार्गों की तत्काल मरम्मत कराने की अपील की है ताकि पेराई सत्र के दौरान कोई दिक्कत न हो।
पिछले वर्ष मिल में लगभग 10.50 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई थी जबकि इस बार उत्पादन घटकर सात से आठ लाख क्विंटल के बीच रहने का अनुमान है। मिल प्रशासन ने दोनों गन्ना सेंटरों की वापसी के लिए फेडरेशन को पत्र भेजा है। मिल के जीएम शादाब असलम ने किसानों से अपील की है कि वे मिल को साफ-सुथरा गन्ना उपलब्ध कराएं।
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प्रधान प्रबंधक ने बताया कि पिछले सत्र में 4561 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती हुई थी। वहीं इस बार यह घटकर 3700 हेक्टेयर रह गई है। यानी करीब 861 हेक्टेयर रकबा कम हुआ है। इसके अलावा शमशाबाद क्षेत्र के फैजबाग और रोशनाबाद गन्ना सेंटर रूपापुर मिल में चले गए हैं जिससे गन्ने की आवक पर सीधा असर पड़ेगा। बाढ़ से तराई और कंपिल क्षेत्र की कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। गड्ढों से भरी सड़कों पर ट्राॅलियों से गन्ना लाना किसानों के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा। इस पर मिल प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी से मार्गों की तत्काल मरम्मत कराने की अपील की है ताकि पेराई सत्र के दौरान कोई दिक्कत न हो।
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पिछले वर्ष मिल में लगभग 10.50 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई थी जबकि इस बार उत्पादन घटकर सात से आठ लाख क्विंटल के बीच रहने का अनुमान है। मिल प्रशासन ने दोनों गन्ना सेंटरों की वापसी के लिए फेडरेशन को पत्र भेजा है। मिल के जीएम शादाब असलम ने किसानों से अपील की है कि वे मिल को साफ-सुथरा गन्ना उपलब्ध कराएं।