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Firozabad News: सिद्धचक्र विधान में रही भक्ति की धूम
संवाद न्यूज एजेंसी, फिरोजाबाद
Updated Tue, 30 Dec 2025 07:34 PM IST
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मंदिर में भक्तजन। सांकेतिक फोटो
- फोटो : मंदिर में भक्तजन। सांकेतिक फोटो
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संवाद न्यूज एजेंसी
फिरोजाबाद। शीतलनाथ दिगंबर जैन रत्नत्रय जिनालय, नसियाजी में 8 दिनों से चल रहे सिद्धचक्र विधान का जैन मुनि अमित सागर गुरुदेव ससंघ के सानिध्य में विधिवत समापन हो गया। विधान में सैकड़ों महिला-पुरुष जिनभक्तों ने धर्मलाभ लिया।
स्वर्ण मुकुट और पीत वस्त्र धारण किए इंद्र स्वरूप जिनभक्तों ने गुरु आज्ञा लेकर पांडुक शिला पर विराजमान जिनेंद्र भगवान का जिनाभिषेक व शांतिधारा की। शांतिधारा के जल को श्रद्धालुओं ने नेत्रों व मस्तक पर धारण किया। इसके पश्चात देव, शास्त्र और गुरु की सांगितिक पूजा-अर्चना की गई। विधान के अंतिम दिन विशाल मांडना पर अष्ट द्रव्य से पूर्ण अर्घ्य समर्पित किए गए।
इसके बाद ब्रह्मचारिणी सुनीता दीदी के निर्देशन में विश्व शांति की कामना के साथ हवन कराया गया, जिसमें 1008 मंत्रों की आहुतियां दी गईं।
विधान में वर्षायोग समिति के अध्यक्ष इंद्र कुमार जैन सहित राजेश जैन सरल, प्रवीण जैन मनोहर, मुकेश जैन चंद्रा, संजय जैन, नितिन जैन, आदीश जैन, मोहित जैन और दीपक जैन मौजूद रहे।
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फिरोजाबाद। शीतलनाथ दिगंबर जैन रत्नत्रय जिनालय, नसियाजी में 8 दिनों से चल रहे सिद्धचक्र विधान का जैन मुनि अमित सागर गुरुदेव ससंघ के सानिध्य में विधिवत समापन हो गया। विधान में सैकड़ों महिला-पुरुष जिनभक्तों ने धर्मलाभ लिया।
स्वर्ण मुकुट और पीत वस्त्र धारण किए इंद्र स्वरूप जिनभक्तों ने गुरु आज्ञा लेकर पांडुक शिला पर विराजमान जिनेंद्र भगवान का जिनाभिषेक व शांतिधारा की। शांतिधारा के जल को श्रद्धालुओं ने नेत्रों व मस्तक पर धारण किया। इसके पश्चात देव, शास्त्र और गुरु की सांगितिक पूजा-अर्चना की गई। विधान के अंतिम दिन विशाल मांडना पर अष्ट द्रव्य से पूर्ण अर्घ्य समर्पित किए गए।
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इसके बाद ब्रह्मचारिणी सुनीता दीदी के निर्देशन में विश्व शांति की कामना के साथ हवन कराया गया, जिसमें 1008 मंत्रों की आहुतियां दी गईं।
विधान में वर्षायोग समिति के अध्यक्ष इंद्र कुमार जैन सहित राजेश जैन सरल, प्रवीण जैन मनोहर, मुकेश जैन चंद्रा, संजय जैन, नितिन जैन, आदीश जैन, मोहित जैन और दीपक जैन मौजूद रहे।
