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Hamirpur News: प्रत्येक ग्राम पंचायत पर तैनात होंगी बीमा सखी
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर
Updated Tue, 23 Dec 2025 12:16 AM IST
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हमीरपुर। जिले में बीमा सखी योजना की शुरुआत हो चुकी है। इस योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलेगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर एक बीमा सखी की तैनाती की जाएगी। इन सभी काे प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इन्हें प्रतिमाह सात हजार रुपये मिलेंगे। ग्रामीण क्षेत्र की हाईस्कूल पास महिलाएं इसमें आवेदन कर सकेंगी।
ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बीमा सखी की नियुक्ति की एक अनूठी पहल शुरू की गई है। योजना के तहत सभी 330 ग्राम पंचायतों में एक-एक बीमा सखी को नियुक्त किया जाएगा। इससे ग्रामीण महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार मिल सकेगा।
जिला मिशन प्रबंधक प्रशांत मिश्रा ने बताया कि योजना ग्रामीण महिलाओं को स्थाई आय प्रदान करने और वित्तीय समावेशन को बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम है। सरकार का लक्ष्य है कि बीमा सखी योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को बीमा के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जाए। पंजीकृत बीमा सखियों को पहले आईआरडीए की परीक्षा पास करनी होगी। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद चयनित बीमा सखियों को बीमा कंपनी की ओर से ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रोडक्ट की व्यापक ट्रेनिंग दी जाएगी। इन्हें सात हजार रुपये बतौर प्रोत्साहन मानदेय के रूप में दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त उन्हें प्रत्येक सफल बीमा पर आकर्षक कमीशन भी मिलेगा। इससे उनकी आय में निरंतर वृद्धि होगी।
बीमा सखियों का चयन होने के बाद उन्हें सभी प्रकार के बीमा कंपनी की ओर से ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वे ग्रामीणों की जरूरत के हिसाब से सही पॉलिसी बेच सकें। यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था और वित्तीय समावेशन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करेंगे कि चयनित महिलाओं को बेहतर प्रशिक्षण मिले।
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योजना की पात्रता
- बीमा सखी बनने के लिए केवल स्वयं सहायता समूह की महिला ही पात्र होगी।
- न्यूनतम योग्यता 10 वीं पास होनी चाहिए।
- 18 से 70 वर्ष की महिलाएं कर सकेंगी आवेदन।
- वर्तमान व पूर्व में एलआईसी एजेंट नहीं होना चाहिए।
- बैंक या सामुदायिक निवेश निधि का बकाएदार नहीं होना चाहिए।
- बीसी सखी, बैंक सखी को मिलेगी प्राथमिकता।
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ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बीमा सखी की नियुक्ति की एक अनूठी पहल शुरू की गई है। योजना के तहत सभी 330 ग्राम पंचायतों में एक-एक बीमा सखी को नियुक्त किया जाएगा। इससे ग्रामीण महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार मिल सकेगा।
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जिला मिशन प्रबंधक प्रशांत मिश्रा ने बताया कि योजना ग्रामीण महिलाओं को स्थाई आय प्रदान करने और वित्तीय समावेशन को बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम है। सरकार का लक्ष्य है कि बीमा सखी योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को बीमा के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जाए। पंजीकृत बीमा सखियों को पहले आईआरडीए की परीक्षा पास करनी होगी। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद चयनित बीमा सखियों को बीमा कंपनी की ओर से ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रोडक्ट की व्यापक ट्रेनिंग दी जाएगी। इन्हें सात हजार रुपये बतौर प्रोत्साहन मानदेय के रूप में दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त उन्हें प्रत्येक सफल बीमा पर आकर्षक कमीशन भी मिलेगा। इससे उनकी आय में निरंतर वृद्धि होगी।
बीमा सखियों का चयन होने के बाद उन्हें सभी प्रकार के बीमा कंपनी की ओर से ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वे ग्रामीणों की जरूरत के हिसाब से सही पॉलिसी बेच सकें। यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था और वित्तीय समावेशन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करेंगे कि चयनित महिलाओं को बेहतर प्रशिक्षण मिले।
योजना की पात्रता
- बीमा सखी बनने के लिए केवल स्वयं सहायता समूह की महिला ही पात्र होगी।
- न्यूनतम योग्यता 10 वीं पास होनी चाहिए।
- 18 से 70 वर्ष की महिलाएं कर सकेंगी आवेदन।
- वर्तमान व पूर्व में एलआईसी एजेंट नहीं होना चाहिए।
- बैंक या सामुदायिक निवेश निधि का बकाएदार नहीं होना चाहिए।
- बीसी सखी, बैंक सखी को मिलेगी प्राथमिकता।
