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Hardoi News: प्रधान और पंचायत सचिवों की लापरवाही से 17 अंत्येष्टि स्थल नहीं बन पाए पूरे
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हरदोई। निकायों की भांति गांवों में भी अंत्येष्टि स्थल बनवाए जाने की मंशा पर प्रधान और पंचायत सचिवों की लापरवाही भारी पड़ रही है। साल 2024-25 में स्वीकृत 20 में से तीन ही अंत्येष्टि स्थल पूरे हो पाए हैं। 17 अंत्येष्टि स्थलों का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। काम पूरा न होने से विभागीय स्थिति पिछड़ी है और खर्च भी नहीं हो पा रहा है।
पंचायतीराज विभाग की तरफ से करीब 24,00,000 से अधिक रुपये एक अंत्येष्टि स्थल पर खर्च किए जा रहे हैं। साल 2024-25 में अंत्येष्टि स्थलों को बनवाए जाने की स्वीकृति के बाद पंचायतीराज विभाग ने संबंधित ग्राम पंचायतों को काम कराने के रुपये देते हुए काम की जिम्मेदारी सौंपी। साल 2025-26 में भी 21 अंत्येष्टि स्थल बनवाए जाने की स्वीकृति दी गई है।
बताया कि साल 2024-25 में स्वीकृत अंत्येष्टि स्थलों में से अहिरोरी के मंगोलापुर, अटवा कटैया, महुईपुरी, भरावन के परसा मोहिद्दीनपुर, जाजूपुर, सागरगढ़ी, भरखनी के नई बस्ती, भाभर केशवपुर, हरियावां के मझिया, कायमपुर, कोथावां के गेंगलापुर, माधौगंज के दौलतयारपुर, संडीला के जलालपुर, गोसवा डोंगा, सुरसा के पचहोहरा, टोडरपुर के फत्तेपुर गयंद, टोडरपुर में अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है। वहीं साल 2025-26 में स्वीकृत अंत्येष्टि स्थलों पर काम कराया जा रहा है। पंचायत सचिवों और प्रधानों की तरफ से की जा रही देरी से विभागीय प्रगति भी प्रभावित हो रही है।
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प्रधान और पंचायत सचिवों को चेतावनी दी गई
डीपीआरओ विनय कुमार सिंह ने अंत्येष्टि स्थल समय से पूरे न कराने और बैठक से गैरहाजिरी पर विकास खंड भरखनी के माननगला, सराय राघव, हरियावां के मोदीपुर, सिरसा, कछौना के समसपुर, माधौगंज के शहब्दा, मल्लावां के तेजीपुर, सांडी के जजवासी, ककेड़ी, संडीला के भरिगहना, भेरका, गोपालपुर, शाहाबाद के परियल, सुरसा के कोढ़वा और टड़ियावां के टड़ियावां के प्रधान और पंचायत सचिव से जवाब-तलब किया है। चेतावनी दी कि काम समय से पूरा न कराने पर कार्रवाई की जाएगी।
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अंत्येष्टि स्थल बनवाए जाने की नियमित समीक्षा की जा रही है। साल 2024-25 के अंत्येष्टि स्थल अभी तक न बन पाने पर एडीओ पंचायत और प्रधान व पंचायत सचिवों से जानकारी ली जा रही है। वर्चुअल संवाद भी किया जा रहा है। भरावन के जाजूपुर में पंचायत सचिव सतीश चंद्र गौड़ को चारदीवारी तोड़कर दोबारा बनवाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं अन्य प्रधान और पंचायत सचिवों को सचेत किया गया है। -विनय कुमार सिंह, डीपीआरओ

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पंचायतीराज विभाग की तरफ से करीब 24,00,000 से अधिक रुपये एक अंत्येष्टि स्थल पर खर्च किए जा रहे हैं। साल 2024-25 में अंत्येष्टि स्थलों को बनवाए जाने की स्वीकृति के बाद पंचायतीराज विभाग ने संबंधित ग्राम पंचायतों को काम कराने के रुपये देते हुए काम की जिम्मेदारी सौंपी। साल 2025-26 में भी 21 अंत्येष्टि स्थल बनवाए जाने की स्वीकृति दी गई है।
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बताया कि साल 2024-25 में स्वीकृत अंत्येष्टि स्थलों में से अहिरोरी के मंगोलापुर, अटवा कटैया, महुईपुरी, भरावन के परसा मोहिद्दीनपुर, जाजूपुर, सागरगढ़ी, भरखनी के नई बस्ती, भाभर केशवपुर, हरियावां के मझिया, कायमपुर, कोथावां के गेंगलापुर, माधौगंज के दौलतयारपुर, संडीला के जलालपुर, गोसवा डोंगा, सुरसा के पचहोहरा, टोडरपुर के फत्तेपुर गयंद, टोडरपुर में अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है। वहीं साल 2025-26 में स्वीकृत अंत्येष्टि स्थलों पर काम कराया जा रहा है। पंचायत सचिवों और प्रधानों की तरफ से की जा रही देरी से विभागीय प्रगति भी प्रभावित हो रही है।
प्रधान और पंचायत सचिवों को चेतावनी दी गई
डीपीआरओ विनय कुमार सिंह ने अंत्येष्टि स्थल समय से पूरे न कराने और बैठक से गैरहाजिरी पर विकास खंड भरखनी के माननगला, सराय राघव, हरियावां के मोदीपुर, सिरसा, कछौना के समसपुर, माधौगंज के शहब्दा, मल्लावां के तेजीपुर, सांडी के जजवासी, ककेड़ी, संडीला के भरिगहना, भेरका, गोपालपुर, शाहाबाद के परियल, सुरसा के कोढ़वा और टड़ियावां के टड़ियावां के प्रधान और पंचायत सचिव से जवाब-तलब किया है। चेतावनी दी कि काम समय से पूरा न कराने पर कार्रवाई की जाएगी।
अंत्येष्टि स्थल बनवाए जाने की नियमित समीक्षा की जा रही है। साल 2024-25 के अंत्येष्टि स्थल अभी तक न बन पाने पर एडीओ पंचायत और प्रधान व पंचायत सचिवों से जानकारी ली जा रही है। वर्चुअल संवाद भी किया जा रहा है। भरावन के जाजूपुर में पंचायत सचिव सतीश चंद्र गौड़ को चारदीवारी तोड़कर दोबारा बनवाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं अन्य प्रधान और पंचायत सचिवों को सचेत किया गया है। -विनय कुमार सिंह, डीपीआरओ